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मैसूर गैंगरेप में 5 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार : डीजीपी

कर्नाटक के मैसूर में एमबीए स्टूडेंट के साथ गैंगरेप मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से एक नाबालिग है. कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, पुलिस ऑपरेशन सफल रहा. वहीं, डीजीपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी.

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र
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Published : Aug 28, 2021, 12:32 PM IST

Updated : Aug 28, 2021, 6:59 PM IST

मैसूर : गैंगरेप मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस मामले के पांचों आरोपियों को तमिलनाडु के सत्यमंगलम से गिरफ्तार किया है. कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, 'मैसूर गैंगरेप मामले में पुलिस का ऑपरेशन सफल रहा है.'

वहीं, डीजीपी प्रवीण सूद का कहना है कि मैसूर गैंगरेप मामले में गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी तमिलनाडु के दिहाड़ी मजदूर हैं. मैसूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए प्रवीण सूद ने कहा, 'गिरफ्तार आरोपी तिरुपुर, तमिलनाडु के हैं और यहां ड्राइवर, बढ़ई और अन्य दिहाड़ी मजदूरों के रूप में काम कर रहे थे. उनमें से एक नाबालिग है लेकिन उसकी उम्र की अभी पुष्टि नहीं हुई. 6 आरोपियों में से हमने 5 को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अभी फरार है.

जानकारी देते डीजीपी प्रवीण सूद

डीजीपी प्रवीण सूद ने बताया कि उनसे पूछताछ अभी की जा रही है. उनमें से एक कारपेंटर, एक वायरमैन जबकि दो ड्राइवर हैं. एक सब्जी बेचता है. आरोपियों की गिरफ्तारी पहली स्टेप है, अभी बहुत कुछ बाकी है. इन लोगों ने गंभीर अपराध किया है.
प्रवीण सूद ने कहा कि आरोपियों ने सातवीं और आठवीं तक की पढ़ाई की है और कुछ ड्रॉप आउट हैं. सभी आरोपी अक्सर मैसूरु सब्जी बाजार में आते थे और शराब का सेवन करते थे और साथ ही तमिलनाडु में अपने मूल स्थान वापस जाने से पहले पार्टी करते थे, दुर्भाग्य से, उन्होंने कपल को रास्ते में ढूंढ लिया और उन्हें उस दिन निशाना बनाया.

ऑपरेशन में शामिल टीम को 5 लाख का इनाम
डीजीपी ने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था. तकनीकी और वैज्ञानिक सबूतों पर जांच की गई है. एडीजीपी (कानून व्यवस्था) प्रताप रेड्डी ने मैसूरु में चार दिनों तक तैनात रहकर जांच की निगरानी की.
आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और मामले में काफी जांच की जरूरत है. यह कहना मुश्किल है कि रेप की योजना बनाई गई थी लेकिन रेप आखिर रेप है. उन्होंने कहा कि हम मामले में जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल करेंगे और अदालत से अनुरोध करेंगे कि आरोपी व्यक्तियों को दोषी ठहराने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए.

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पीड़िता और उसके दोस्त से 3 लाख रुपये की मांग की. जब उन्होंने राशि देने से इनकार कर दिया, तो उस युवती के साथ दुष्कर्म किया और उसके दोस्त के साथ मारपीट की. पीड़िता अभी भी सदमे में है और हम उससे जानकारी हासिल करने में असमर्थ हैं. उसका दोस्त भी बेहोश है और हमें उनसे पूरी जानकारी नहीं मिली. हालांकि, हमने अपनी जांच और तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ऑपरेशन में शामिल पुलिसकर्मियों की टीम को 5 लाख इनाम देने की घोषणा की गई है. वहीं, बताया जाता है कि मैसूर गैंगरेप केस की पीड़िता इलाज कराकर मुंबई गई है. पुलिस ने आरोपियों की फोटो पीड़िता और उसके माता-पिता को वाट्सएप के जरिए भेजी है.

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि एमबीए की छात्रा अपने दोस्त के साथ मंगलवार शाम को चामुंडी पहाड़ियों की ओर जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मारपीट करने के बाद छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर एक वीडियो भी बनाया और तीन लाख रुपये न देने पर इसे सार्वजनिक करने की धमकी दी. जब लड़की और उसके दोस्त ने रकम देने में असमर्थता जतायी तो उन लोगों ने उनके साथ मारपीट की. बाद में लड़की को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने घटना के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें- मैसूर गैंगरेप केस : कुमारस्वामी ने कहा, हैदराबाद में पुलिस ने जो कार्रवाई की थी, उसका अनुसरण करें
पढ़ें- मैसूर गैंगरेप केस: पुलिस ने रिकार्ड किया पीड़िता के दोस्त का बयान

मैसूर : गैंगरेप मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस मामले के पांचों आरोपियों को तमिलनाडु के सत्यमंगलम से गिरफ्तार किया है. कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, 'मैसूर गैंगरेप मामले में पुलिस का ऑपरेशन सफल रहा है.'

वहीं, डीजीपी प्रवीण सूद का कहना है कि मैसूर गैंगरेप मामले में गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी तमिलनाडु के दिहाड़ी मजदूर हैं. मैसूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए प्रवीण सूद ने कहा, 'गिरफ्तार आरोपी तिरुपुर, तमिलनाडु के हैं और यहां ड्राइवर, बढ़ई और अन्य दिहाड़ी मजदूरों के रूप में काम कर रहे थे. उनमें से एक नाबालिग है लेकिन उसकी उम्र की अभी पुष्टि नहीं हुई. 6 आरोपियों में से हमने 5 को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अभी फरार है.

जानकारी देते डीजीपी प्रवीण सूद

डीजीपी प्रवीण सूद ने बताया कि उनसे पूछताछ अभी की जा रही है. उनमें से एक कारपेंटर, एक वायरमैन जबकि दो ड्राइवर हैं. एक सब्जी बेचता है. आरोपियों की गिरफ्तारी पहली स्टेप है, अभी बहुत कुछ बाकी है. इन लोगों ने गंभीर अपराध किया है.
प्रवीण सूद ने कहा कि आरोपियों ने सातवीं और आठवीं तक की पढ़ाई की है और कुछ ड्रॉप आउट हैं. सभी आरोपी अक्सर मैसूरु सब्जी बाजार में आते थे और शराब का सेवन करते थे और साथ ही तमिलनाडु में अपने मूल स्थान वापस जाने से पहले पार्टी करते थे, दुर्भाग्य से, उन्होंने कपल को रास्ते में ढूंढ लिया और उन्हें उस दिन निशाना बनाया.

ऑपरेशन में शामिल टीम को 5 लाख का इनाम
डीजीपी ने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था. तकनीकी और वैज्ञानिक सबूतों पर जांच की गई है. एडीजीपी (कानून व्यवस्था) प्रताप रेड्डी ने मैसूरु में चार दिनों तक तैनात रहकर जांच की निगरानी की.
आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और मामले में काफी जांच की जरूरत है. यह कहना मुश्किल है कि रेप की योजना बनाई गई थी लेकिन रेप आखिर रेप है. उन्होंने कहा कि हम मामले में जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल करेंगे और अदालत से अनुरोध करेंगे कि आरोपी व्यक्तियों को दोषी ठहराने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए.

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पीड़िता और उसके दोस्त से 3 लाख रुपये की मांग की. जब उन्होंने राशि देने से इनकार कर दिया, तो उस युवती के साथ दुष्कर्म किया और उसके दोस्त के साथ मारपीट की. पीड़िता अभी भी सदमे में है और हम उससे जानकारी हासिल करने में असमर्थ हैं. उसका दोस्त भी बेहोश है और हमें उनसे पूरी जानकारी नहीं मिली. हालांकि, हमने अपनी जांच और तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ऑपरेशन में शामिल पुलिसकर्मियों की टीम को 5 लाख इनाम देने की घोषणा की गई है. वहीं, बताया जाता है कि मैसूर गैंगरेप केस की पीड़िता इलाज कराकर मुंबई गई है. पुलिस ने आरोपियों की फोटो पीड़िता और उसके माता-पिता को वाट्सएप के जरिए भेजी है.

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि एमबीए की छात्रा अपने दोस्त के साथ मंगलवार शाम को चामुंडी पहाड़ियों की ओर जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मारपीट करने के बाद छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर एक वीडियो भी बनाया और तीन लाख रुपये न देने पर इसे सार्वजनिक करने की धमकी दी. जब लड़की और उसके दोस्त ने रकम देने में असमर्थता जतायी तो उन लोगों ने उनके साथ मारपीट की. बाद में लड़की को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने घटना के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें- मैसूर गैंगरेप केस : कुमारस्वामी ने कहा, हैदराबाद में पुलिस ने जो कार्रवाई की थी, उसका अनुसरण करें
पढ़ें- मैसूर गैंगरेप केस: पुलिस ने रिकार्ड किया पीड़िता के दोस्त का बयान

Last Updated : Aug 28, 2021, 6:59 PM IST
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