नई दिल्ली : म्यांमार के कई नागरिकों ने मिजोरम के चंफाई जिले में शरण ली है. म्यांमार सैनिकों द्वारा सीमा पर फायरिंग किए जाने के बाद ये लोग अपने गांव छोड़कर भाग खड़े हुए. यंग मिजो एसोसिएशन और कुछ अन्य स्थानीय लोगों ने म्यांमार नागरिकों की मदद की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 2000 से अधिक लोगों ने सीमा लांघकर भारत में प्रवेश किया है. म्यांमार के चिन राज्य में वहां के सैनिकों ने एयरस्ट्राइक किया था. जिन लोगों ने सीमा लांघी है, वे वहां के मिलिशिया समर्थक पीडीएफ का सपोर्ट करते रहे हैं. पीडीएफ समर्थकों ने म्यांमार के जुंटा सैनिकों पर हमले किए थे. इसके बाद वहां के सैनिकों ने यह कार्रवाई की है.
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Many injured Myanmar nationals have entered Mizoram's Champhai district by crossing the international border following fresh airstrike by the Myanmar army in the bordering areas along the Indo-Myanmar border.
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— ANI (@ANI) November 14, 2023
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आपको बता दें कि मिजोरम के छह जिले म्यांमार के चिन राज्य के साथ सीमा साझा करते हैं. ये जिले हैं - हनाथियाल, सैतुअल, चंफाई, लांग्टलाई, सेरछिप और सियाहा. मिजोरम की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्य में म्यांमार के 31364 नागरिकों ने शरण ले रखी है. ये सभी चिन समुदाय से हैं. मिजोरम के इन छह जिलों में चिन समुदाय रहते हैं.
मिजोरम और त्रिपुरा के लिए चिंता बढ़ी - मिजोरम के साथ लगी त्रिपुरा की 107 किलोमीटर लंबी सीमा कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है, क्योंकि म्यांमार से अधिकतर मादक पदार्थ इस सीमा के रास्ते ही राज्य में पहुंचाये जाते हैं. मिजोरम से सटे उत्तरी त्रिपुरा जिले के पुलिस अधीक्षक भानुपदा चक्रवर्ती ने कहा कि मादक पदार्थ तस्करी रोकने के लिए पूर्वोत्तर के दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है.
चक्रवर्ती ने कहा, 'कानून प्रवर्तन एजेंसियां मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, लेकिन अंतर-राज्यीय सीमा पर नशीले द्रव्यों विशेषकर हेरोइन की तस्करी जारी है.'
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बढ़ती मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इस दिशा में प्रयास तेज कर दिये हैं. पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार त्रिपुरा में अगस्त 2023 तक कुल 746 लोगों के खिलाफ एनडीपीएस से जुड़े 445 मामलों में वाद दर्ज किये गये थे और हेरोइन समेत 91.84 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ इस अवधि में जब्त किये गये.
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'त्रिपुरा द्वारा मादक पदार्थों के खिलाफ घोषित जंग में म्यांमा से बड़ा खतरा है। हमें पक्का पता है कि ये मादक पदार्थ म्यांमा से आ रहे हैं। जहां तक मादक पदार्थ तस्करी की बात है तो मिजोरम तो केवल पारगमन का बिंदु है.'
मादक पदार्थों की होती है सप्लाई - मिजोरम में 18 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन के साथ म्यांमार के पांच नागरिक गिरफ्तार - मिजोरम के चम्फई जिले में तीन अलग-अलग अभियान में म्यांमार के पांच नागरिकों के पास से 18 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन और 1.21 करोड़ रुपये की नगदी बरामद की गई. सभी को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि एक पुख्ता सूचना पर कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स और राज्य पुलिस के संयुक्त दलों ने गत शुक्रवार को मिजोरम-म्यांमार सीमा पर जोटे एवं जोखावथर गांवों में अभियान चलाया जिसमें 2.61 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया.
असम राइफल्स के अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए मादक पदार्थ की कीमत करीब 18.30 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही उनसे 500, 200, 100 और 50 रुपये के नोटों में बेहिसाबी नकदी जब्त की गई. असम राइफल्स के एक अधिकारी ने कहा,'संयुक्त अभियानों में म्यांमार के पांच नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.' उन्होंने बताया कि आरोपियों और जब्त किए गए मादक पदार्थ को आगे की कार्रवाई के लिए चम्फई पुलिस को सौंप दिया गया.
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