आगरा : एसिड अटैक सर्वाइवर बाला दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही हैं. उनके किडनी ट्रांसप्लांट को 16 लाख रुपये की जरूरत है. एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए काम करने वाले छांव फाउंडेशन ने उनकी मदद को क्राउड फंडिंग शुरू की है. जिससे बाला को इस मुश्किल दौर से बाहर निकाला जा सके. वहीं बाला की स्थिति की जानकारी मिलते ही अभिनेत्री दीपिका पादुकोण मदद के लिए आगे आई हैं. अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बाला के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दस लाख रुपए दिए हैं. बता दें कि ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से दिखाया है. खबर प्रकाशित करने के बाद बाला को मदद मिली है.
शीरोज हैंगआउट कैफे के डायरेक्टर आशीष कुमार ने बताया कि बाला की किडनी फेल हो गई है. हम उसके इलाज के लिए पूरे प्रयास कर रहे हैं. अगर लोग भी हमारी मदद को आगे आएंगे तो बाला को एक बार फिर जीवन जीने का मौका मिल सकता है.
बता दें कि ताजनगरी में छांव फाउंडेशन की ओर से शीरोज हैंगआउट कैफे संचालित किया जाता है. इसमें एसिड अटैक सर्वाइवर काम करतीं हैं. यहां देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. शिरोज हैंगआउट कैफे में बिजनौर निवासी बाला भी काम करती हैं. बाला कॉमेडी नाइट विथ कपिल शो में जा चुकी हैं. इसके साथ ही एसिड अटैक सर्वाइवर की जिंदगी पर मेघना गुलजार की हिंदी फिल्म 'छपाक' में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ बाला अभिनय कर चुकी हैं.
साथियों की अपील, करें हमारी मदद
बाला की किडनी खराब होने से उसके साथ शीरोज हैंगआउट में काम करने वाली रूपा और अन्य एसिड अटैक सर्वाइवर भी दुखी हैं. एसिड अटैक सर्वाइवर रूपा ने एक वीडियो जारी करके लोगों से आर्थिक मदद की अपील की है. रूपा का कहना है कि, आप सब भी हमारे साथ रूपा की मदद करें ताकि वह दोबारा हमारे बीच आ सके.
मकान मालिक ने सन 2012 में रंजिश में फेंका था तेजाब
बता दें कि बिजनौर निवासी 25 वर्षीय बाला पर सन 2012 में मकान मालिक हरकेश सिंह चौहान ने पारिवारिक रंजिश के चलते बाला पर तेजाब फेंक दिया था. बाला के साथ ही तेजाब से उसके दादा भी झुलस गए थे. दादा की मौत हो गई थी जबकि बाला की जान बच गई. मगर बाला का गला, हाथ और चेहरा तेजाब से बुरी तरह झुलस गया था. बाला की दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज के दौरान 12 सर्जरी हुई. तब उसकी जान बची थी.
शीरोज हैंगआउट से यूं आई संपर्क में
बाला की इलाज के दौरान मुलाकात एसिड अटैक सर्वाइवर अंशु से हुई. अंशु ही उसे छांव फाउंडेशन के पास लेकर आई थी. सन 2017 में बाला शीरोज हैंगआउट कैफे से जुड़ी और आगरा आ गई. तभी से यहां पर रह रही हैं. शीरोज हैंगआउट से वह परिवार की भी मदद कर रही थी.
मगर, बीते दिनों उसकी अचानक तबीयत खराब हुई. उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया तो पता चला कि बाला की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं. उसकी दिन में दो डायलेसिस हो रही है.