नई दिल्ली : असम के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई की पत्नी डॉली गोगोई ने मंगलवार को कहा कि समाज के विकास में उनके (तरुण गोगोई के) योगदान का आज पुरस्कार मिला है. दिवंगत गोगोई की ओर से राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से (मरणोपरांत) प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार (मरणोपरांत) प्राप्त करने के तुरंत बाद डॉली गोगोई ने कहा कि असमिया लोगों के विकास और भलाई के लिए उनके योगदान को आज पुरस्कृत किया गया है.
डॉली गोगोई ने ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा है कि अगर वह जीवित होते और खुद पुरस्कार लेते, तो मुझे और खुशी होती. यह भगवान की इच्छा है. उन्हें पुरस्कार देने के लिए हमें केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहिए. असमिया लोगों की भलाई में उनके योगदान को पुरस्कृत किया गया है. डॉली गोगोई के साथ उनके बेटे गौरव गोगोई और बेटी चंद्रिमा गोगोई भी राष्ट्रपति भवन पहुंचे.
संवाददाता से बात करते हुए गौरव गोगोई, जो असम के मौजूदा लोकसभा सांसद भी हैं, ने भी यही कहा और कहा कि वह असमिया समाज के विकास के लिए अपने (तरुण गोगोई के) समर्पण को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे.
गौरव गोगोई ने कहा, 'मेरे पिता स्वर्गीय तरुण गोगोई असमिया लोगों और असमिया समाज के विचार और मूल्य के लिए प्रतिबद्ध व्यक्ति थे. हम असम के लोगों द्वारा उन्हें दिए गए प्यार और स्नेह के लिए बहुत आभारी हैं.'
उन्होंने कहा कि अभी अपने मूल्यों के अनुसार जीना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि उनके सपने पूरे हों.
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गोगोई ने कहा, 'जिस तरह से उन्होंने असम के लोगों के लिए खुद को प्रतिबद्ध और समर्पित किया, उसे सुनिश्चित करने के लिए दूसरी पीढ़ी के रूप में, हमें उनकी प्रेरणाओं से बहुत कुछ सीखना होगा.'
बता दें कि स्वर्गीय तरुण गोगोई को सार्वजनिक मामलों की श्रेणी के तहत सम्मानित किया गया है. राष्ट्रपति भवन में दूसरे दिन वर्ष 2021 के लिए 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री से सम्मानित किया गया है.