मुंबई : उद्धव सरकार ने अनिल देशमुख पर लगे आरोपों की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज को सौंपने का फैसला किया है. इसकी जानकारी खुद गृह मंत्री ने दी है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि जो आरोप मुझ पर पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर ने लगाए थे, मैंने उसकी जांच कराने की मांग की थी. मुख्यमंत्री और राज्य शासन ने मुझ पर लगे आरोपों की जांच उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज के द्वारा करने का निर्णय लिया है, जो भी सच है वह सामने आएगा.
देशमुख ने नागपुर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि मामले की जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी.
बता दें कि परमबीर सिंह ने गत 20 मार्च को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाए गए थे कि देशमुख पुलिस अधिकारियों से बार और होटलों से 100 करोड़ रुपये मासिक वसूली करने के लिए कहते थे.
देशमुख ने हालांकि इन आरोपों को खारिज कर दिया था.
गौरतलब है कि मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक वाहन में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले के बाद राज्य सरकार ने 17 मार्च को परमबीर सिंह को शहर के पुलिस आयुक्त के पद से हटाकर होमगार्ड विभाग में स्थानांतरित कर दिया था.
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देशमुख ने रविवार को कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकरे से परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच शुरू कराने का आग्रह किया था.
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री और राज्य सरकार ने फैसला किया है कि उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश मेरे खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच करेंगे. सच जो भी होगा, सामने आ जाएगा.'