हैदराबाद : कहते हैं संगीत हर मर्ज की दवा है. तेलंगाना के करीमनगर जिले के डॉक्टरों ने भी इसे साबित किया है. वह महीनों से बिस्तर पर पड़े मरीज पर म्यूजिक थेरेपी आजमा रहे हैं. उसकी हालत में सुधार भी हो रहा है. दरअसल पेद्दापल्ली जिले के गोलापल्ली निवासी श्रीनिवास को पीलिया हुआ. इसी दौरान उनके मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी हो गई और गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. उनका कई अस्पतालों में इलाज हुआ लेकिन हालत नहीं सुधरी.
श्रीनिवास को 25 दिन पहले करीमनगर जिले के एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया. पहले से कोमा में चल रहे श्रीनिवास की तबीयत बिगड़ती गई. उनके शरीर में हलचल लाने के लिए नर्सों ने फिल्मी गीतों पर नृत्य करना शुरू कर दिया. म्यूजिक सुन श्रीनिवास की हालत में सुधार हो रहा है. वह आंखें खोल रहे हैं. यहां तक कि उनके पैरों में भी मूवमेंट है.
उनके हाथों में ताकत की कमी के कारण डॉक्टरों ने उन्हें मानसिक शक्ति देने के लिए इस संगीत और नृत्य चिकित्सा की शुरुआत की थी. इस थेरेपी से उनमें कुछ हलचल हो रही है. अब डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया है. डॉक्टरों का कहना है कि जब तक वह ठीक नहीं हो जाते, वे इस संगीत चिकित्सा को जारी रखेंगे.
डॉ. रवीकुमार का कहना कि फिजियोथेरेपी से उनके पैरों में हलचल शुरू हो गई थी, लेकिन हाथ बहुत कमजोर थे. उनके हाथों में ताकत बढ़ाने के लिए हमने संगीत और नृत्य चिकित्सा शुरू की थी. कुछ दिनों के बाद हमने उनके शरीर में कुछ सुधार देखा. उनकी मानसिक स्थिति में भी सुधार हुआ. अब उनके हाथों में स्फूर्ति बढ़ी है. वह अपने परिवार को भी पहचानता है. हमें यकीन है कि कुछ दिनों में वह चलकर स्वस्थ जीवन जीएगा.'
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