मुंबई : महाराष्ट्र में पिछले महीने चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ अधिकारी और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ के वरिष्ठ मंडलीय सुरक्षा आयुक्त ने चौधरी को बर्खास्त करने का आदेश सोमवार को जारी किया. उन्होंने बताया कि चौधरी पहले कम से कम तीन अनुशासन संबंधी घटनाओं में शामिल रहा था, जिनमें 2017 में एक मुस्लिम व्यक्ति के उत्पीड़न का मामला शामिल है.
अधिकारी के अनुसार, चौधरी 2017 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में आरपीएफ के खोजी कुत्तों से संबंधित दस्ते में शामिल था. उस दौरान उसने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति को आरपीएफ चौकी पर लाकर बिना किसी कारण परेशान किया था. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्पीड़न को लेकर चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए और अनुशासनात्मक नियमों के अनुसार उसके विरुद्ध कार्रवाई की गई. अधिकारी ने कहा कि चौधरी ने गुजरात में अपनी तैनाती के दौरान एक बार एक सहकर्मी को पीटा था। एक अन्य घटना में, उसने एक सहकर्मी के एटीएम कार्ड का उपयोग करके पैसे निकाले थे.
उन्होंने कहा कि चौधरी को बर्खास्त करने का फैसला ट्रेन में हुई हत्या की घटना के आधार पर लिया गया है. चौधरी (34 वर्ष) 31 जुलाई को तड़के मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर स्टेशन के निकट जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अपने वरिष्ठ अधिकारी टीकाराम मीणा और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने का आरोपी है. तीन यात्री अब्दुल कादर मोहम्मद हुसैन भानपुरावाला, सैयद सैफुद्दीन और असगर अब्बास शेख ट्रेन की अलग-अलग बोगियों में यात्रा कर रहे थे.
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बाद में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था. दिल दहला देने वाले इस अपराध का मकसद अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. जीआरपी के मुताबिक, चौधरी ने सबसे पहले अपने स्वचालित सर्विस हथियार से बी5 बोगी में आरपीएफ के सहायक उप-निरीक्षक मीणा और एक यात्री की गोली मारकर हत्या की. इसके बाद उसने ट्रेन की ‘पेंट्री कार’ में एक यात्री तथा एस6 बोगी में एक और यात्री की गोली मारकर हत्या कर दी. अधिकारी ने बताया कि चौधरी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.
(पीटीआई-भाषा)