मुंबई: महाराष्ट्र में मुंबई की महिला का शव लालबाग के पेरू कंपाउंड इलाके में स्थित इब्राहिम कास्कर चली में टुकड़े-टुकड़े में मिला था. इस मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि 55 वर्षीय महिला वीना जैन की हत्या उसकी ही बेटी ने की थी और शव के पांच टुकड़े कर दिए थे. पुलिस अनुमान लगा रही है कि महिला की हत्या करीब दो से तीन माह पहले की गई थी. आरोपी युवती की पहचान 23 वर्षीय रिम्पल जैन के तौर पर हुई है और पुलिस उससे गहनता से पूछताछ कर रही है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बेटी ने पहले मां की हत्या कर दी और फिर धारदार हथियार से उसके हाथ-पैर काटकर अलग कर दिए. इस दौरान जांच में पुलिस को चाली के एक घर से हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार मिला है. आरोपी बेटी ने पानी की टंकी में दोनों हाथ पैर छिपाए थे. पुलिस ने बताया कि शरीर का दूसरा हिस्सा अलमारी में रखा हुआ था. घटना से खुलासे से लालबाग इलाके में सनसनी फैल गई.
पुलिस इस हत्या के पीछे की वजह का पता लगाने में जुटी है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रिम्पल के साथ इस हत्याकांड में कोई और भी शामिल था या नहीं. इस मामले में पुलिस उपायुक्त प्रवीण मुंडे ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी युवती रिम्पल जैन ने 12वीं तक पढ़ाई की है, जिसके बाद उसने कॉलेज छोड़ दिया. उसके चार चाचा और तीन चाची हैं. उसके पिता जीवित नहीं हैं और रिम्पल अपनी मां के साथ रहती थी.
पढ़ें: Maharashtra Assembly : विधानसभा में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार से मांगी माफी
उन्होंने कहा कि खास बात यह है कि शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद भी रिम्पल पिछले दो महीने से उसी घर में अकेली रह रही थी. बीती रात करीब आठ बजे रिम्पल के मामा और रिम्पल कालाचौकी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. उसके बाद पुलिस ने अपनी टीम इब्राहिम कास्कर चली को घर की तलाशी के लिए भेजा. जब पुलिस घर पहुंची तो उसे घर से दुर्गंध मिली, जिसकी जांच के बाद वहां से महिला के शरीर के टुकड़े मिले.
पुलिस उपायुक्त डॉ. प्रवीण मुंडे के मुताबिक लालबाग के पेरू कंपाउंड इलाके में बेटी रिम्पल जैन ने 55 वर्षीय अपनी मां वीना प्रकाश जैन की हत्या इलेक्ट्रिक मार्बल कटर, कोयता और छुरी से उसके शरीर को नष्ट करने की नीयत से की. हाथ, पैर के अलावा अन्य अंगों के टुकड़े-टुकड़े कर शरीर को एक प्लास्टिक की थैली में डालकर लोहे की अलमारी में रख दिया, जबकि हाथ, पैर को प्लास्टिक की थैली में स्टील की टंकी में रखा गया. अनुमान है कि यह घटना पिछले दो-तीन महीने में हुई होगी. शव सड़ी-गली अवस्था में मिला था.