रीवा। बीजेपी विधायक के काफिले के वाहन से ट्रक ड्राइवर की मौत के बाद लोगों में गुस्सा फैल गया. पीड़ित परिजनों के साथ ही स्थानीय लोंगो ने हंगामा करते हुए सड़क में शव रखकर चक्काजाम कर दिया. इस कारण कारण 4 घंटे से अधिक रीवा-मऊगंज-हनुमना नेशनल हाईवे पूरी तरह से बाधित रहा. पीड़ित परिजन आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. प्रशासनिक अधिकारियों के काफी समझाने के बाद परिजन जाम खोलने को तैयार हुए.
तेज गति के कारण हादसा : स्थानीय लोगों का कहना है कि हनुमना थाना क्षेत्र के अटरिया गांव निवासी दुर्योधन पटेल पेशे से ट्रक चालक था. वह ट्रक लेकर अपने घर आया हुआ था, वह सड़क किनारे ट्रक खड़ा कर पैदल अपने घर की ओर जाने लगा. तभी उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक का काफिला वहां से गुजरा और काफिले की सभी गाड़िया काफी तेज गति में थीं. जिसकी चपेट में आने से ट्रक चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद विधायक का काफिला मौके पर नहीं रुका और रीवा की तरफ रवाना हो गया. बताया गया है कि सत्येंद्र सिंह उत्तर प्रदेश के चंदौली सीट से बीजेपी के विधायक हैं. उनका काफिला मऊगंज जिले के हनुमाना थाना क्षेत्र से गुजर रहा था. इसी दौरान यह हादसा हो गया.
राजनीतिक दबाव में आरोपी को छोड़ा : हादसे की सूचना मनगवां पुलिस को दी गई. पुलिस ने काफिले को रोका और कुछ ही देर में छोड़ दिया. इधर, ट्रक ड्राइवर की सड़क हादसे में हुई मौत के बाद परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए. गुस्साए परिजन और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर हाइवे को जाम कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के बाद मनगवां पुलिस ने विधायक के काफिले को रोका था पर राजनीतिक दबाव के चलते छोड़ दिया गया. घटना शुक्रवार की दोपहर 4 बजे के आसपास की बताई जा रही है.
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कलेक्टर भी जाम में फंसे : शुक्रवार रात 8 बजे तक परिजनों ने रीवा-हनुमना नेशनल हाईवे को पूरी तरह से जाम कर दिया. इस दौरान मऊगंज के नवागत कलेक्टर अजय श्रीवास्तव भी हनुमना से मऊगंज लौटते समय जाम में फंसे रहे. कलेक्टर की समझाइश के बाद शाम 8 बजे जाम खुल सका और यातायात व्यवस्था को बहाल किया गया. फिलहाल पुलिस मसूरिहा टोल प्लाजा में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से काफिले में शामिल गाड़ियों की पड़ताल कर रही है. सड़क हादसे को लेकर मऊगंज एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि पुलिस ने 304A IPC का अपराध पंजीबद्ध किया है.