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मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले पटेरिया क्यों बोले- अब हाथ में रस्सी, गले में पट्टा बांधकर लडूंगा इंसाफ की लड़ाई

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Published : Mar 9, 2023, 9:19 PM IST

Updated : Mar 9, 2023, 9:44 PM IST

फायर ब्रांड कांग्रेस नेता राजा पटेरिया 80 दिन तक जेल में रहने के बाद और मुखर होकर सामने आए हैं. पटेरिया अब इस संघर्ष को तेज करने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे किसी से गिला-शिकवा नहीं है. मैं तो गांधी, नेहरू और लोहिया के पाले में खड़ा हूं. उस तरफ सावरकर, गोलवलकर, मुसोलिनी और हिटलर हैं.' पटेरिया ने सवाल किया कि आखिर शासन चलाने के मापदंड अलग-अलग क्यों हैं. सांसद प्रज्ञा ठाकुर जब हिंदुत्व की बात करती हैं तो किसी को क्यों सुनाई नहीं देता. पटेरिया ने उन्हें जेल भेजने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार भी जताया है.

Mp Raja Patria
एमपी राजा पटेरिया

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में जेल गए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता राजा पटेरिया के तेवर बदलते नहीं दिख रहे हैं. उनका कहना है कि वे अब जनता को इंसाफ दिलाने के साथ गांधी वर्सेस गोडसे के इस संघर्ष को नई धार के साथ आगे बढ़ाएंगे. पटेरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, 'हाथ में रस्सी बांध लूंगा, गले में गिरमा (पट्टा) होगा लेकिन जनता को इंसाफ दिलाने और संविधान की रक्षा के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी.' आपको बता दें कि पटेरिया के खिलाफ धारा 451 (गृह अतिचार), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 506 (आपराधिक धमकी), 115 और 117 (जनता को अपराध करने के लिए उकसाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा: राजा पटेरिया कहते हैं, 'हम वैचारिक लोग हैं. ये लड़ाई भी वैचारिक है. एक तरफ गांधी, नेहरू और लोहिया खड़े हैं. दूसरी तरफ सावरकर, गोलवलकर, मुसोलिनी और हिटलर. मैं तो विचारधारा की इस लड़ाई के साथ संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा. शोषित पीड़ित जनता के हक में लड़ता रहूंगा. अब हाथों में रस्सी बांध कर निकलूंगा. गले में पट्टा बांध लूंगा लेकिन बोलूंगा संविधान के हक की बात. इंसाफ के लिए लड़ता रहूंगा.'

परिवार वालों से नहीं मिलने दिया: राजा पटेरिया ने कहा, 'मेरी 69 साल की उम्र हो रही है. पिछला पूरा रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए, मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन जेल में मुझसे ऐसा बर्ताव किया गया कि क्या कहूं. पुलिस ने इतना डर बैठा दिया था कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह मुझसे मिलने न आते तो ये सीन भी नहीं बदलता. मुझे तो परिवार वालों से भी शुरुआत में नहीं मिलने दिया गया था. वे भी कांच से मुझे देखकर लौट जाते थे. समर्थकों की तो हिम्मत ही नहीं होती थी.'

झूठे मामलों में फंसे 80 फीसदी लोग जेल में बंद: कांग्रेसी नेता पटेरिया ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज को शुक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें जेल भेजा इसके लिए वे इनका आभार जताते हैं. जिसकी वजह से उन्हें जेल के भीतर की जिंदगी पता चल सकी. ये मालूम हुआ कि आदिवासी शोषित 80 फीसदी लोग झूठे मुकदमों में फंसे हुए हैं.

वेद-कुरान से ऊपर संविधान: राजा पटेरिया ने कहा, 'शासन के मापदंड अलग-अलग हैं. प्रज्ञा जी क्या बोलती हैं, वो सुनाई नहीं देता लेकिन मैं जानता हूं कि ये गांधी-गोलवलकर की लड़ाई है. मेरे जीवन के 8-10 साल बाकी है. इस लड़ाई में ही खुद को झोंक दूंगा. मेरे लिए वेद-कुरान, बाईबिल से ज्यादा संविधान की मान्यता है.'

पटेरिया के अलावा इन कांग्रेसियों पर मुकदमे: पटेरिया बोले, 'एमपी में सागर और दतिया ये 2 जिले हैं, जहां राजनीतिक द्वेष में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. दतिया में कांग्रेस नेता राजेन्द्र भारती पर 46 मुकदमे दर्ज हैं. सागर में कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे पर हरिजन एक्ट के साथ हत्या के मामले दर्ज हुए. जिससे परेशान होकर उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ही छोड़ दी.' वहीं, कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले कहते हैं कि सागर और दतिया जिले में ही केवल कांग्रेसियों पर 289 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं.

राजा पटेरिया से जुड़ी ये खबरें जरूर पढ़ें...

ये था पूरा मामला: कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को 13 दिसम्बर 2022 को पीएम मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद गिरफ्तार किया गया था. पटेरिया का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. यह वीडियो पन्ना जिले का बताया गया. इसमें पटेरिया यह कहते सुनाई दे रहे थे कि पीएम मोदी चुनाव खत्म कर देंगे. धर्म, जाति और भाषा के आधार पर लोगों को बांट देंगे. वीडियो में ये भी कहा गया कि संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या के लिए तैयार रहो. हत्या का मतलब उन्हें हराने के लिए काम करो. पटेरिया 80 दिन जेल में रहने के बाद 3 मार्च को रिहा हुए थे.

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में जेल गए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता राजा पटेरिया के तेवर बदलते नहीं दिख रहे हैं. उनका कहना है कि वे अब जनता को इंसाफ दिलाने के साथ गांधी वर्सेस गोडसे के इस संघर्ष को नई धार के साथ आगे बढ़ाएंगे. पटेरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, 'हाथ में रस्सी बांध लूंगा, गले में गिरमा (पट्टा) होगा लेकिन जनता को इंसाफ दिलाने और संविधान की रक्षा के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी.' आपको बता दें कि पटेरिया के खिलाफ धारा 451 (गृह अतिचार), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 506 (आपराधिक धमकी), 115 और 117 (जनता को अपराध करने के लिए उकसाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा: राजा पटेरिया कहते हैं, 'हम वैचारिक लोग हैं. ये लड़ाई भी वैचारिक है. एक तरफ गांधी, नेहरू और लोहिया खड़े हैं. दूसरी तरफ सावरकर, गोलवलकर, मुसोलिनी और हिटलर. मैं तो विचारधारा की इस लड़ाई के साथ संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ता रहूंगा. शोषित पीड़ित जनता के हक में लड़ता रहूंगा. अब हाथों में रस्सी बांध कर निकलूंगा. गले में पट्टा बांध लूंगा लेकिन बोलूंगा संविधान के हक की बात. इंसाफ के लिए लड़ता रहूंगा.'

परिवार वालों से नहीं मिलने दिया: राजा पटेरिया ने कहा, 'मेरी 69 साल की उम्र हो रही है. पिछला पूरा रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए, मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन जेल में मुझसे ऐसा बर्ताव किया गया कि क्या कहूं. पुलिस ने इतना डर बैठा दिया था कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह मुझसे मिलने न आते तो ये सीन भी नहीं बदलता. मुझे तो परिवार वालों से भी शुरुआत में नहीं मिलने दिया गया था. वे भी कांच से मुझे देखकर लौट जाते थे. समर्थकों की तो हिम्मत ही नहीं होती थी.'

झूठे मामलों में फंसे 80 फीसदी लोग जेल में बंद: कांग्रेसी नेता पटेरिया ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज को शुक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें जेल भेजा इसके लिए वे इनका आभार जताते हैं. जिसकी वजह से उन्हें जेल के भीतर की जिंदगी पता चल सकी. ये मालूम हुआ कि आदिवासी शोषित 80 फीसदी लोग झूठे मुकदमों में फंसे हुए हैं.

वेद-कुरान से ऊपर संविधान: राजा पटेरिया ने कहा, 'शासन के मापदंड अलग-अलग हैं. प्रज्ञा जी क्या बोलती हैं, वो सुनाई नहीं देता लेकिन मैं जानता हूं कि ये गांधी-गोलवलकर की लड़ाई है. मेरे जीवन के 8-10 साल बाकी है. इस लड़ाई में ही खुद को झोंक दूंगा. मेरे लिए वेद-कुरान, बाईबिल से ज्यादा संविधान की मान्यता है.'

पटेरिया के अलावा इन कांग्रेसियों पर मुकदमे: पटेरिया बोले, 'एमपी में सागर और दतिया ये 2 जिले हैं, जहां राजनीतिक द्वेष में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. दतिया में कांग्रेस नेता राजेन्द्र भारती पर 46 मुकदमे दर्ज हैं. सागर में कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे पर हरिजन एक्ट के साथ हत्या के मामले दर्ज हुए. जिससे परेशान होकर उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ही छोड़ दी.' वहीं, कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले कहते हैं कि सागर और दतिया जिले में ही केवल कांग्रेसियों पर 289 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं.

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ये था पूरा मामला: कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को 13 दिसम्बर 2022 को पीएम मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद गिरफ्तार किया गया था. पटेरिया का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. यह वीडियो पन्ना जिले का बताया गया. इसमें पटेरिया यह कहते सुनाई दे रहे थे कि पीएम मोदी चुनाव खत्म कर देंगे. धर्म, जाति और भाषा के आधार पर लोगों को बांट देंगे. वीडियो में ये भी कहा गया कि संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या के लिए तैयार रहो. हत्या का मतलब उन्हें हराने के लिए काम करो. पटेरिया 80 दिन जेल में रहने के बाद 3 मार्च को रिहा हुए थे.

Last Updated : Mar 9, 2023, 9:44 PM IST
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