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MP: चीतों की सुरक्षा करेगी कमांडर 'ईलू', सेहत का भी रखा जा रहा खास ख्याल

एमपी में नामीबिया से कूनो आए चीते अब यहां के माहौल में ढलने लगे हैं. चीतों के खान पान का खास ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही सुरक्षा का भी खास इंतजाम किया जा रहा है. चीतों को तीन जानवरों का मांस खाने में दिया जा रह है. वहीं सुनने में आया है कि चीतों की सुरक्षा के लिए जर्मन शेफर्ड ब्रीड की एक कुतिया ईलू को कमांडो बनाया गया है, जिसकी ट्रेनिंग हरियाणा में चल रही है. mp cheetah project, three animal meat to namibian cheetahs, super sniffer dog squad protect cheetahs, super sniffer dog ilu commando

MP Cheetah project
ईलू कमांडर करेगी चीतों की सुरक्षा
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Published : Sep 29, 2022, 6:35 AM IST

भोपाल। एमपी के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को आज 12 दिन हो गए हैं. सभी चीते कूनो नेशनल पार्क के माहौल के हिसाब से तेजी से ढल रहे हैं. अब चीते पहले से ज्यादा तनाव मुक्त हैं. वहीं चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को तैयार किया जा रहा है. ये प्रशिक्षित डॉग्स चीतों की शिकारियों से सुरक्षा करेंगे. कुनो में शिकारियों से चीतों की रक्षा के लिए सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को हरियाणा के पंचकूला में विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. mp cheetah project, three animal meat to namibian cheetahs

MP Cheetah-project
ईलू कमांडर करेगी चीतों की सुरक्षा

ईलू को बनाया गया कमांडो: शिकारियों से चीतों को बचाने के लिए जर्मन शेफर्ड ब्रिड की एक कुतिया ईलू को कमांडो बनाया गया है. आईटीबीपी के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर में इलू समेत अन्य 6 डॉग्स की ट्रेनिंग जारी है. करीब सात महीनों की ट्रेनिंग के बाद ये नामीबिया से आये चीतों की शिकारियों से सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएंगे. इनकी ट्रेनिंग दो चरणों में होगी. पहले 3 महीने बेसिक ट्रेनिंग होगी इसके बाद उन्हें चार महीने की हायर ट्रेनिंग दी जाएगी. चीतों की सुरक्षा में तैनात होने वाले सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को कई अलग-अलग तरीकों से ट्रेनिंग दी जाएगी. 7 महीने की ट्रेनिंग के दौरान सुपर स्निफर स्क्वायड को अलग-अलग जानवरों की खालों, हड्डियों और अन्य चीजों की पहचान कराई जाएगी. हालांकि सबसे बड़ी जिम्मेदारी इलू की होगी.

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सूंघकर शिकारियों का लगाएंगे पता: बता दें इलू अभी 5 महीने की है, उसके सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड का कमांडो बनाया गया है. बड़े-बड़े जंगलों में शिकारी कहां घात लगाकर जानवरों का शिकार कर लेते हैं यह पता लगाना बहुत मुश्किल काम है. ऐसे में ये स्निफर डॉग बहुत काम आते है. ये सूंघकर भी शिकारियों का पता लगा सकते हैं. इसके लिए इस कुत्तों को अलग-अलग जानकरों के खाल की पहचान कराई जा रही है. जैसे ही इन्हें किसी शिकारियों या किसी मृत जानवर की बू मिलेगी ये तुरंत अलर्ट कर देंगे.

MP Cheetah project
कूनो में चीते

Cheetah Super Exclusive: 10 तस्वीरों में देखिए मेहमान चीतों का नामीबिया से कूनो तक का सफर

तीन जानवरों का दिया जा रहा मांस: वहीं चीतों के खान-पान की बात करें तो कूनो में चीतों को तीन दिन के अंतर पर खाना दिया जा रहा है. चीतों को अभी तीन तरह के जानवरों का मांस दिया जा रहा है. जिनमें भैंसे के बच्चे यानी पड़े का मीट, बकरे का मीट और खरगोश का मीट भी शामिल है. चीते पानी ज्यादा पीते हैं, इसलिए सभी चीतों के बाड़े में पीने के पानी की पूरी व्यवस्था की गई है. चीते पहले से ज्यादा अलर्ट हैं, बाड़े में मौजूद जानवरों को देखकर अपने कान खड़े कर लेते हैं. ये तभी होता है जब नवे बाड़े के जानवर चीते के बाड़े के जाल के नजदीक आते हैं. सभी चीते सेहत के लिहाज से स्वस्थ हैं. सभी चीते सामान्य तौर पर अपनी नींद भी ले रहे हैं.

17 अक्टूबर को पूरा कर लेंगे क्वारंटाइन: चीते 17 अक्टूबर को अपना क्वारंटाइन पूरा कर लेंगे, इसके बाद उन्हें एक-एक या दो-दो करके इस बाड़े से पिंजरे में शिफ्ट किया जाएगा. फिर पिंजरे के ज़रिए खुले जंगल में छोड़ा जाएगा. कूनो नेशनल पार्क में इन सभी चीतों पर नामीबिया से आए चीता फ़ाउंडेशन के डॉक्टर और बायलॉजिस्ट नजर रख रहे हैं. साथ ही कूनो नेशनल पार्क पार्क के फील्ड स्टाफ को चीतों के बारे में ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. नामीबिया से चीतों के साथ डॉक्टर्स और बायलॉजिस्ट में से अभी भी तीन विशेषज्ञ कूनो नेशनल पार्क में ही हैं. वे कूनो नेशनल पार्क के फ़ील्ड स्टाफ की ट्रेनिंग के बाद वापस नामीबिया में चले जाएंगे. (mp cheetah project) (three animal meat to namibian cheetahs) (super sniffer dog squad protect cheetahs) (super sniffer dog ilu commando)

भोपाल। एमपी के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को आज 12 दिन हो गए हैं. सभी चीते कूनो नेशनल पार्क के माहौल के हिसाब से तेजी से ढल रहे हैं. अब चीते पहले से ज्यादा तनाव मुक्त हैं. वहीं चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को तैयार किया जा रहा है. ये प्रशिक्षित डॉग्स चीतों की शिकारियों से सुरक्षा करेंगे. कुनो में शिकारियों से चीतों की रक्षा के लिए सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को हरियाणा के पंचकूला में विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. mp cheetah project, three animal meat to namibian cheetahs

MP Cheetah-project
ईलू कमांडर करेगी चीतों की सुरक्षा

ईलू को बनाया गया कमांडो: शिकारियों से चीतों को बचाने के लिए जर्मन शेफर्ड ब्रिड की एक कुतिया ईलू को कमांडो बनाया गया है. आईटीबीपी के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर में इलू समेत अन्य 6 डॉग्स की ट्रेनिंग जारी है. करीब सात महीनों की ट्रेनिंग के बाद ये नामीबिया से आये चीतों की शिकारियों से सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएंगे. इनकी ट्रेनिंग दो चरणों में होगी. पहले 3 महीने बेसिक ट्रेनिंग होगी इसके बाद उन्हें चार महीने की हायर ट्रेनिंग दी जाएगी. चीतों की सुरक्षा में तैनात होने वाले सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड को कई अलग-अलग तरीकों से ट्रेनिंग दी जाएगी. 7 महीने की ट्रेनिंग के दौरान सुपर स्निफर स्क्वायड को अलग-अलग जानवरों की खालों, हड्डियों और अन्य चीजों की पहचान कराई जाएगी. हालांकि सबसे बड़ी जिम्मेदारी इलू की होगी.

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सूंघकर शिकारियों का लगाएंगे पता: बता दें इलू अभी 5 महीने की है, उसके सुपर स्निफर डॉग स्क्वायड का कमांडो बनाया गया है. बड़े-बड़े जंगलों में शिकारी कहां घात लगाकर जानवरों का शिकार कर लेते हैं यह पता लगाना बहुत मुश्किल काम है. ऐसे में ये स्निफर डॉग बहुत काम आते है. ये सूंघकर भी शिकारियों का पता लगा सकते हैं. इसके लिए इस कुत्तों को अलग-अलग जानकरों के खाल की पहचान कराई जा रही है. जैसे ही इन्हें किसी शिकारियों या किसी मृत जानवर की बू मिलेगी ये तुरंत अलर्ट कर देंगे.

MP Cheetah project
कूनो में चीते

Cheetah Super Exclusive: 10 तस्वीरों में देखिए मेहमान चीतों का नामीबिया से कूनो तक का सफर

तीन जानवरों का दिया जा रहा मांस: वहीं चीतों के खान-पान की बात करें तो कूनो में चीतों को तीन दिन के अंतर पर खाना दिया जा रहा है. चीतों को अभी तीन तरह के जानवरों का मांस दिया जा रहा है. जिनमें भैंसे के बच्चे यानी पड़े का मीट, बकरे का मीट और खरगोश का मीट भी शामिल है. चीते पानी ज्यादा पीते हैं, इसलिए सभी चीतों के बाड़े में पीने के पानी की पूरी व्यवस्था की गई है. चीते पहले से ज्यादा अलर्ट हैं, बाड़े में मौजूद जानवरों को देखकर अपने कान खड़े कर लेते हैं. ये तभी होता है जब नवे बाड़े के जानवर चीते के बाड़े के जाल के नजदीक आते हैं. सभी चीते सेहत के लिहाज से स्वस्थ हैं. सभी चीते सामान्य तौर पर अपनी नींद भी ले रहे हैं.

17 अक्टूबर को पूरा कर लेंगे क्वारंटाइन: चीते 17 अक्टूबर को अपना क्वारंटाइन पूरा कर लेंगे, इसके बाद उन्हें एक-एक या दो-दो करके इस बाड़े से पिंजरे में शिफ्ट किया जाएगा. फिर पिंजरे के ज़रिए खुले जंगल में छोड़ा जाएगा. कूनो नेशनल पार्क में इन सभी चीतों पर नामीबिया से आए चीता फ़ाउंडेशन के डॉक्टर और बायलॉजिस्ट नजर रख रहे हैं. साथ ही कूनो नेशनल पार्क पार्क के फील्ड स्टाफ को चीतों के बारे में ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. नामीबिया से चीतों के साथ डॉक्टर्स और बायलॉजिस्ट में से अभी भी तीन विशेषज्ञ कूनो नेशनल पार्क में ही हैं. वे कूनो नेशनल पार्क के फ़ील्ड स्टाफ की ट्रेनिंग के बाद वापस नामीबिया में चले जाएंगे. (mp cheetah project) (three animal meat to namibian cheetahs) (super sniffer dog squad protect cheetahs) (super sniffer dog ilu commando)

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