ग्वालियर/ श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क के बाड़े से बुधवार को मादा चीता वीरा को स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद खुले जंगल में छोड़ा गया है. मादा चीता वीरा को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के नयागांव वन क्षेत्र में छोड़ा गया है. यह क्षेत्र पीपल बावड़ी पर्यटन जॉन के अंतर्गत आता है. दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी को भारत में चीतों की दूसरी खेप लाई गई थी. जिसमें 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था. उसी में मादा चीता वीरा भी थी.
वीरा का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण: बता दें कुनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने मादा चीता को खुले जंगल में छोड़ने से पहले कूनो नेशनल पार्क में डॉक्टरों की टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया था. जिसमें मादा चीता वीरा पूर्ण रूप से स्वस्थ पाई गई. उसके बाद प्रबंधन ने मादा चीता को खुले जंगल में छोड़ कर दिया. खुले जंगल में रह रहे चीतों पर पुणे नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा विशेष मॉनिटरिंग की जा रही है. चीतों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है.
खुले जंगल में घूमने वाले चीतों की संख्या हुई तीन: कूनो नेशनल पार्क का शैर करने वाले पर्यटक अब चीतों का दीदार भी कर सकेंगे. कूनो फेस्टिवल के दौरान रविवार को दो नर चीते अग्नि और वायु को खुले जंगल में छोड़ा था. अब दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता वीरा को सफलतापूर्वक छोड़ दिया गया है. अब कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में चीतों की संख्या तीन हो गई है. जिसमें एक मादा चीता और दो नर चीते शामिल हैं.
कूनो में मौजूद हैं 15 चीते: कूनो के अहेरा पर्यटक क्षेत्र के अंतर्गत पारोंद वन क्षेत्र में 2 नर चीते अग्नि और वायु को छोड़ा था. आज बुधवार को मादा चीता वीरा को नयागांव पिपलबावड़ी क्षेत्र में छोड़ा है. जहां घूमने आने वाले पर्यटक इन्हें देख सकेंगे. कूनो में वर्तमान में 14 वयस्क चीते और एक चीता शावक है. इनमें सात नर चीते गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक हैं. जबकि सात मादा चीतों में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं.