देवास। सोमवार को दिनभर प्रदेश में यही चर्चा होती रही कि पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस पार्टी का हाथ थामने जा रहे हैं. इसकी वजह पिछले एक सप्ताह से पूर्व मंत्री दीपक जोशी द्वारा भोपाल जाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करना है. दीपक जोशी ने कांग्रेस के कई विधायकों व पूर्व मंत्रियों से भेंट की है. पार्टी में अपनी उपेक्षा से आहत दीपक जोशी ने इस मामले में कहा कि वह इस बारे में 6 मई को फैसला करेंगे. जोशी का कहना है कि 6 मई को वह भोपाल जाकर दोनों दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसके बाद अंतिम निर्णय लेंगे.
3 बार जीते, पिछला चुनाव हारे दीपक जोशी : पूर्व मंत्री ने मीडिया के सवाल देते हुए कहा कि 5 मई को पत्नी की पुण्यतिथि के बाद वह भोपाल जाएंगे. इस दौरान भाजपा और कांग्रेस संगठन से मिलकर अपना निर्णय लेंगे. सोमवार को पूर्व मंत्री दीपक जोशी के निवास पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री प्रदीप चौधरी व पूर्व महापौर शरद पाचुनकर पहुंचे. बता दें कि दीपक जोशी हाटपिपल्या विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रहे हैं. वह प्रदेश में मंत्री भी रहे हैं. पिछला विधानसभा चुनाव भी यहीं से लड़े थे लेकिन हार गए थे. जोशी को कांग्रेस से सिंधिया समर्थक मनोज चौधरी ने चुनाव हराया था.
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प्रदेश की कई सीटों पर भ्रम की स्थिति : वहीं सिंधिया द्वारा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद अब हाटपिपल्या सीट पर समीकरण बदल गए हैं. कांग्रेस विधायक मनोज चौधरी बीजेपी में शामिल होकर फिर इसी विधानसभा सीट से भाजपा से उपचुनाव जीते. अब पूर्व मंत्री दीपक जोशी के सामने बीजेपी से टिकट मिलने की उम्मीद नहीं है. इसके साथ ही पार्टी में लगातार उपेक्षा से भी दीपक जोशी दुखी हैं. इसलिए वह कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. बता दें कि एक तरफ बीजेपी रूठों को मनाने की मुहिम में जुटी है. लेकिन प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर सिंधिया समर्थकों का दावा ठोकने से बीजेपी के पुराने व समर्पित नेताओं में भ्रम की स्थिति है.