जबलपुर। शहर की पूर्व विधानसभा में मतदान खत्म होने के ठीक बाद विवाद की स्थिति बन गई और कांच घर इलाके में कांग्रेस के कार्यालय के ठीक सामने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पहुंच गए. थोड़ी ही देर में कांग्रेस के प्रत्याशी भी यहां पहुंचे जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया है कि जब दोनों प्रत्याशी आमने-सामने थे. इसी बीच में विवाद हुआ और गोली भी चली है.
हालांकि, पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है पूरे मामले की जांच की जा रही है. उसके बाद इस घटना के लिए जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जो एक राहगीर ने बनाया है. जो सड़क के दूसरी तरफ खड़ा हुआ है और शीतला माई इलाके में कांग्रेस के चुनावी कार्यालय के ठीक सामने विवाद हो रहा है.
तेज आवाजों के बीच में दो बमों के फटने की आवाज आ रही है और फिर धुआं उठता हुआ दिख रहा है. इसी बीच में यहां गोली भी चली है, क्योंकि घटनास्थल पर गोली के खाली खोखे भी मिले हैं और कुछ जिंदा कारतूस भी यहां बिखरे हुए मिले हैं. घटनास्थल पर बिखरे हुए पत्थर इस बात की गवाही दे रहे हैं कि यहां पर पथराव भी हुआ है. हालांकि, इस घटना के तुरंत बाद पुलिस यहां पहुंची है और लोगों को तीतर भीतर करने के बाद सड़क को बंद कर दिया गया. घटनास्थल पर जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन भी पहुंचे.
जबलपुर की पूर्व विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व मंत्री अंचल सोनकर और कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बीच में चुनाव होना है. इन दोनों का सीधा मुकाबला था और दोनों के बीच में कांटे की टक्कर है. इसलिए यहां लंबे शुरुआत से ही तनाव का माहौल था और अंत में यह विवाद के रूप में सामने आया हालांकि यहां ए आई एम आई एम के प्रत्याशी गजेंद्र सोनकर भी मैदान में है. उनके घर के पास भी गोली चलने की घटना की सूचना आई है. इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
(इधर, प्रदेश में हुए पूरी हिंसा पर दिग्विजय सिंह और भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने क्या कहा, आइए जानते हैं.)
जबलपुर पश्चिम विधानसभा में पुलिस: हितकारिणी स्कूल के पास पुलिस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में विवाद की स्थिति बन गई. दरअसल, हितकारिणी स्कूल के पास बड़ी तादाद में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता खड़े हुए थे. यहां एडिशनल एसपी कमल मोरी पहुंचे और उन्होंने इन्हें हटाने की कोशिश की. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बहस हुई.
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अजय तिवारी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की, जिसकी वजह से उनके हाथ में चोट आई है.
जबलपुर उत्तर मध्य विधानसभा में विवाद: जबलपुर की उत्तर मध्य विधानसभा में भी शाम होते-होते विवाद की स्थिति बन गई यहां भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अभिलाष पांडे मोतीलाल इलाके में पहुंचे और उन्होंने आरोप लगाया कि यहां फर्जी मतदान हो रहा है और मतदान रोकने की मांग की इस पर विवाद हो गया और बड़ी तादाद में लोग सड़कों पर निकल आए. पुलिस ने लोगों को समझाया. थोड़ी देर के लिए यहां मतदान रोक दिया गया.
जबलपुर पूर्व विधानसभा में भी विवाद: जबलपुर की पूर्व विधानसभा में भी शाम लगभग 5:45 पर गोली चलने की सूचना आई. जबलपुर के कांच घर के पास कांग्रेस का चुनावी कार्यालय बना हुआ है. इसके पास ही विवाद के बाद गोली चलने की सूचना आई. इसके बाद बड़ी तादाद में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे. पुलिस ने भी पूरी सड़क को जाम करके यातायात रोक दिया. हालांकि, गोली क्यों चली इसकी जानकारी नहीं मिली है. फिलहाल, यहां स्थिति नियंत्रण में है.
जबलपुर में शाम 5:00 बजे तक 66% मतदान हो चुका था. इसमें सबसे ज्यादा मतदान सिहोरा विधानसभा में हुआ. जहां लगभग 75 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और सबसे कम मतदान जबलपुर की कैंट विधानसभा में हुआ. जहां मात्र 52% लोगों ने ही वोट डाले 6:00 तक मतदान समाप्त हो गया. केवल वे ही लोग वोट कर पा रहे हैं. जो मतदान केंद्र के भीतर आ चुके हैं.
शिवपुरी में विवाद: शिवपुरी में शांतिपूर्ण मतदान चल रहा था. इस बीच पिछोर से मतदान के बीच विवाद होने की खबर सामने आई. जहां भाजपा-कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि पथराव तक पहुंच गया. ये सीट हाईप्रोफाइल मानी जा रही है. इस सीट से बीजेपी ने प्रीतम लोधी को प्रत्याशी बनाया है. जानकारी के अनुसार, पिछोर विधानसभा के खनियाधाना तहसील के पोलिंग क्रमांक 173 भोंडण पर एक दिव्यांग जिसे दिखाई नहीं देता था, वह अपने मत का प्रयोग करने गया हुआ था.
मतदान के दौरान उसकी इच्छा के अनुसार वोट न डालने को लेकर मतदान केंद्र पर बैठे भाजपा और कांग्रेस के पोलिंग एजेंट के बीच मुहंवाद हो गया. यह विवाद मतदान से बाहर निकलने के बाद बढ़ गया औऱ दोनों गुटों के बीच विवाद हो गया. इसके बाद गांव में एक दूसरे पर जमकर पत्थरबाजी हुई. गांव में बवाल की सूचना मिलते ही मौके पर कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी एसपी रघुवंश सिंह भदोरिया ने पहुंच कर जायजा लिया.
कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि मतदान केंद्र पर दो पुलिंग एजेंट के बीच विवाद हुआ था. इसके बाद यह विवाद बाहर निकल कर आ गया और दो पक्षों के बीच पथराव हो गया. हालांकि, अब स्थिति सामान्य है. किसी भी पक्ष ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है.
चुरहट में आप प्रत्याशी के भाई से मारपीट: इधर, चुरहट की राजनीति बदल रही है. यहां सीधी जिले में आप की चुरहट विधानसभा तीसरे विकल्प के तौर पर देखी जा रही थी. सीधी जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम भरतपुर मे आम आदमी पार्टी के नेता के भाई के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जहां घायल पवन तिवारी ने बताया कि वहां की सरपंच वसुधा सिंह पोलिंग बूथ में जाकर कांग्रेस का प्रचार कर रही थी. लोगों से कांग्रेस में वोट देने की अपील कर रही थी. उसे रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता गए हुए थे.
वहां, सरपंच पति सहित पांच लोगों ने उन पर प्राण घातक हमला कर दिया. लाठी और डंडों से उन्हें बुरी तरह से पीट दिया. जहां वे किसी तरह जान बचाकर भागे और उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर नैकिन में भर्ती कर दिया गया है. जहां उनका इलाज अभी चल रहा है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता नीरज पांडे ने जानकारी देते हुए बताया है कि उन्होंने प्रचार करने से रोका इसलिए उनके साथ मारपीट की गई. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोग जो की निर्वाचन का कार्य सही तरीके से संपन्न नहीं करवाने दे रहे हैं, उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और आचार संहिता के खत्म होने के बाद उनके घरों पर बुलडोजर चलना चाहिए.
इंदौर तीन विधानसभा पर बीजेपी कांग्रेस में झड़प: इंदौर में 3 नवंबर इंदौर की विभिन्न विधानसभाओं में मतदान के दौरान विवाद की घटना एक के बाद एक लगातार सामने आ रही है. इसी कड़ी में जहां एक नंबर चार नंबर महू में विवाद की घटना सामने आई तो वही तीन नंबर विधानसभा में भी कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने हुए. इस दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता का सिर फूट गया. फिलहाल, इस पूरे ही मामले में दोनों ही पक्षों ने पुलिस को शिकायत की वहीं पुलिस ने भी दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल कर दी है.
पूरा मामला इंदौर के तीन नंबर विधानसभा का है. यहां से कांग्रेस ने पिंटू उर्फ दीपक जोशी को चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने इंदौर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और पूर्व नगर अध्यक्ष गोलू शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारा है. फिलहाल, इस विधानसभा में लगातार रस्सा काशी बनी हुई है और आज मतदान के दौरान रावजी बाजार थाना क्षेत्र में टेबल लगाने की बात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता आमने-सामने होगा.
इस दौरान बीजेपी के पूर्व पार्षद दिनेश पांडे सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई की. इस दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता के सिर पर चोट लग गई. फिलहाल, जैसे ही पूरे मामले की जानकारी अन्य कांग्रेसी नेताओं को लगी तो वह भी मौके पर पहुंचे. इसके बाद जमकर वहा पर विवाद की स्थिति निर्मित हुई और इसके बाद जैसे ही पूरे मामले की जानकारी पुलिस को लगी. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों ही पक्षों को थाने लेकर आ गई. यहां पर दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी हैं.
खातेगांव में आदिवासी बाहुल्य गांव ने किया वोटिंग का बहिष्कार: प्रदेश में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने जा रहे है. लेकिन देवास जिले के खातेगांव विधानसभा में ग्राम पंचायत सागोनिया के आदिवासी बाहुल्य ग्राम रीछि खो और ग्राम पंचायत पटरानी के खिवनी में सड़क और पुलिया नही होने से ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया. सुबह 7 बजे से मतदान दोपहर 2:55 बजे तक ग्रामीणों ने मतदान नही क़िया.
ग्रामीणों का कहना है कि हमने कई बार जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन किसी ने हमारी बात गंभीरता से नही सुनी. जिसके चलते यह कदम उठाना पड़ा. हमारे गांव का संपर्क मुख्य मार्गों से छूटा हुआ है. हमें आवागमन में बहुत परेशानी हो रही है. साथ ही आंगनवाड़ी भवन, स्वास्थ्य केंद्र भवन भी नही है. जानकारी के अनुसार, खातेगांव विधानसभा के ग्राम रीछि खो में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया है.
यहां कुल मतदाता 344 है. जिनमें से आशा कार्यकर्ता ने 2 वोट डाले हैं. लेकिन एक भी ग्रामीणों ने वोट नही किया. इधर, ग्राम पंचायत पटरानी के खिवनी में कुल 348 मतदाता है, जिनमें से 1 आशा कार्यकर्ता ने वोट डाला बाकी मतदाता अपनी मांगों पर अड़े रहे.