भोपाल। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी कथा में मंदसौर में 29 सितम्बर से होने जा रही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण की कथा में लगाई गई है. 2 अक्टूबर तक चलने वाली इस कथा में तैनाती के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी की तरफ से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के नाम की सूची तैयार कर ली गई है. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका एकता यूनियन के मुताबिक कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की ड्यूटी लगाकर इतने दिनों के लिए उनकी सेवाएं पुलिस के हवाले कर दी गई हैं.
हाईकोर्ट ये दिया था जवाब : असल में, महिला बाल विकास विभाग में काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका विभागीय कामों के अलावा दीगर काम कराए जाने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी. जिसमें प्रमुख सचिव महिला बाल विकास विभाग की ओर जवाब प्रस्तुत करते हुए कहा गया था कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से विभागीय कार्य के अतिरिक्त कोई भी कार्य नहीं लिया जा रहा है. प्रमुख सचिव की ओर से इस संबंध में प्रदेश भर के कलेक्टर और अधिकारियों को भेजे गए निर्देशों की प्रतिलिपि को भी न्यायालय में जवाब केसाथ प्रस्तुत किया गया था. आंगनबाड़ी संगठन का आरोप है कि इन निर्देशों का भी पालन नहीं किया जा रहा.
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संगठन ने किया कड़ा विरोध : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका एकता यूनियन की कोषाध्यक्ष हाज़रा काज़मी का कहना है कि इस वक्त पूरे प्रदेश में पोषण आहार माह चल रहा है. वो काम पहले ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओँ के पास है. उसके बाद समग्र आईडी का काम भी है. वैक्सीनेशन की ड्यूटी भी हमें ही करनी है. उस पर अब कथा में मंदसौर में ड्यूटी लगा दी गई है तो हम अपना मूल काम छोड़ें, तभी ये कर पाएंगे. हैरत की बात ये है कि एक ओर हाईकोर्ट में विभाग कहता है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से विभाग से अलग कोई काम नहीं करवाया जा रहा है और हकीकत ये है कि सारी बेगारी उन्हीं के माथे है. संगठन ने इसका कड़ा विरोध किया है. MP Anganwadi workers, Handle crowd in katha, Pandit Pradeep Mishra, bypassing High Court