ETV Bharat / bharat

मोतीलाल वोरा का राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार - मोतीलाल वोरा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का दुर्ग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. मोतीलाल वोरा के निधन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.

मोतीलाल वोरा
मोतीलाल वोरा
author img

By

Published : Dec 22, 2020, 5:15 PM IST

Updated : Dec 22, 2020, 8:32 PM IST

रायपुर : कांग्रेस के वेटरन लीडर मोतीलाल वोरा के निधन से सियासी गलियारों में शोक की लहर है. सोमवार को दिल्ली के निजी अस्पताल में मोतीलाल वोरा का निधन हो गया. वह 92 साल के थे. मोतीलाल वोरा का मंगलवार को दुर्ग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके निधन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन दिन राजकीय शोक घोषित किया है.

कांग्रेस के अमिट हस्ताक्षर, कालजयी स्तम्भ और हरदिल अजीज मोतीलाल वोरा पंचतत्व में विलीन हो गए. बड़े बेटे अरविंद वोरा ने मुखाग्नि दी. दुर्ग के शिवनाथ नदी में बने मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अपने नेता की अंतिम यात्रा देखने जुटे लोग बेहद भावुक और गमगीन नजर आए. इस पल के साक्षी बने हर शख्स की आंखें भर आईं.

मोतीलाल वोरा असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे. यही वजह है कि उनकी पार्टी के नेता ही नहीं विचारधारा को लेकर मतभेद के बावजूद विपक्षी दलों के बड़े नेता भी इस जननेता के आखिरी दर्शन के लिए पहुंचे. इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी के तमाम नेता शामिल रहें.

अनंत सफर पर मोतीलाल वोरा.

बीजेपी के नेताओं के साथ भूपेश कैबिनेट के सभी मंत्री और विधायक उनके आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 9.30 बजे मोतीलाल वोरा का पार्थिव शरीर दिल्ली से रायपुर लाया गया. रायपुर के राजीव भवन में मोतीलाल वोरा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां प्रदेश के नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, मोतीलाल वोरा के निधन से कांग्रेस पार्टी के हर एक नेता, हर एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर दुःख है. वह कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे. 92 साल की उम्र में भी हर मीटिंग में उनकी मौजूदगी रही, हर निर्णय पर उन्होंने अपने विचार खुलकर प्रकट किए.

उन्होंने आगे ट्वीट किया, आज दुःख भरे दिल से उन्हें अलविदा कहते हुए यह महसूस हो रहा है कि परिवार के एक बड़े बुजुर्ग सदस्य चले गए हैं. हम सब उन्हें बहुत याद करेंगे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी ट्वीट कर वोरा के निधन पर शोक व्यक्त किया.

मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक व्यक्त किया है. सीएम शिवराज सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों ने अपना प्रिय नेता खो दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख व्यक्त किया है. कमलनाथ में ट्वीट कर लिखा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. उन्होंने जीवन पर्यंत विभिन्न पदों पर रहकर कांग्रेस की सेवा की और कांग्रेस की मजबूती के लिए काम किया. एक दिन पूर्व उनका 93वां जन्मदिन था. परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यक्त किया दुख

भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व राज्य सभा सांसद मोतीलाल वोरा के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे.

कांग्रेस पार्टी ने जताया दुख

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया, कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन पर सादर श्रद्धांजलि. केंद्रीय मंत्री से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तक जनहित ही वोरा जी के जीवन का उद्देश्य रहा. कांग्रेस के प्रति उनके लगाव, जुनून, उत्साह, समर्पण को सदैव याद किया जाएगा.

पढ़ें-मोतीलाल वोरा के कई किस्से हैं मशहूर, ऐसे मिली थी मध्य प्रदेश के सत्ता की चाबी

छह बार विधायक चुने गए वोरा

मोतीलाल वोरा 1972 से 1990 तक छह बार मध्य प्रदेश से विधायक रहे. इसके बाद 1993 से 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर रहे. 1998 में वोरा 12वीं लोक सभा के सदस्य चुने गए. मोतीलाल वोरा 2000 से 2018 तक लगातार पार्टी के कोषाध्यक्ष बने रहे. 1968 में समाजवादी पार्टी के सदस्य थे. दुर्ग म्युनिस्पिल कमेटी के सदस्य बने. 1972 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने. अर्जुन सिंह की कैबिनेट में वह शिक्षा मंत्री बने.

रायपुर : कांग्रेस के वेटरन लीडर मोतीलाल वोरा के निधन से सियासी गलियारों में शोक की लहर है. सोमवार को दिल्ली के निजी अस्पताल में मोतीलाल वोरा का निधन हो गया. वह 92 साल के थे. मोतीलाल वोरा का मंगलवार को दुर्ग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके निधन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन दिन राजकीय शोक घोषित किया है.

कांग्रेस के अमिट हस्ताक्षर, कालजयी स्तम्भ और हरदिल अजीज मोतीलाल वोरा पंचतत्व में विलीन हो गए. बड़े बेटे अरविंद वोरा ने मुखाग्नि दी. दुर्ग के शिवनाथ नदी में बने मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अपने नेता की अंतिम यात्रा देखने जुटे लोग बेहद भावुक और गमगीन नजर आए. इस पल के साक्षी बने हर शख्स की आंखें भर आईं.

मोतीलाल वोरा असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे. यही वजह है कि उनकी पार्टी के नेता ही नहीं विचारधारा को लेकर मतभेद के बावजूद विपक्षी दलों के बड़े नेता भी इस जननेता के आखिरी दर्शन के लिए पहुंचे. इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी के तमाम नेता शामिल रहें.

अनंत सफर पर मोतीलाल वोरा.

बीजेपी के नेताओं के साथ भूपेश कैबिनेट के सभी मंत्री और विधायक उनके आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 9.30 बजे मोतीलाल वोरा का पार्थिव शरीर दिल्ली से रायपुर लाया गया. रायपुर के राजीव भवन में मोतीलाल वोरा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां प्रदेश के नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, मोतीलाल वोरा के निधन से कांग्रेस पार्टी के हर एक नेता, हर एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर दुःख है. वह कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे. 92 साल की उम्र में भी हर मीटिंग में उनकी मौजूदगी रही, हर निर्णय पर उन्होंने अपने विचार खुलकर प्रकट किए.

उन्होंने आगे ट्वीट किया, आज दुःख भरे दिल से उन्हें अलविदा कहते हुए यह महसूस हो रहा है कि परिवार के एक बड़े बुजुर्ग सदस्य चले गए हैं. हम सब उन्हें बहुत याद करेंगे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी ट्वीट कर वोरा के निधन पर शोक व्यक्त किया.

मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक व्यक्त किया है. सीएम शिवराज सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों ने अपना प्रिय नेता खो दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख व्यक्त किया है. कमलनाथ में ट्वीट कर लिखा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. उन्होंने जीवन पर्यंत विभिन्न पदों पर रहकर कांग्रेस की सेवा की और कांग्रेस की मजबूती के लिए काम किया. एक दिन पूर्व उनका 93वां जन्मदिन था. परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यक्त किया दुख

भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व राज्य सभा सांसद मोतीलाल वोरा के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे.

कांग्रेस पार्टी ने जताया दुख

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया, कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन पर सादर श्रद्धांजलि. केंद्रीय मंत्री से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तक जनहित ही वोरा जी के जीवन का उद्देश्य रहा. कांग्रेस के प्रति उनके लगाव, जुनून, उत्साह, समर्पण को सदैव याद किया जाएगा.

पढ़ें-मोतीलाल वोरा के कई किस्से हैं मशहूर, ऐसे मिली थी मध्य प्रदेश के सत्ता की चाबी

छह बार विधायक चुने गए वोरा

मोतीलाल वोरा 1972 से 1990 तक छह बार मध्य प्रदेश से विधायक रहे. इसके बाद 1993 से 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर रहे. 1998 में वोरा 12वीं लोक सभा के सदस्य चुने गए. मोतीलाल वोरा 2000 से 2018 तक लगातार पार्टी के कोषाध्यक्ष बने रहे. 1968 में समाजवादी पार्टी के सदस्य थे. दुर्ग म्युनिस्पिल कमेटी के सदस्य बने. 1972 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने. अर्जुन सिंह की कैबिनेट में वह शिक्षा मंत्री बने.

Last Updated : Dec 22, 2020, 8:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.