नई दिल्ली : देशभर में 9.40 लाख से अधिक केमिस्ट और दवा वितरकों के सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर कोरोना का टीकाकरण नहीं किए जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की संभावना है.
सोमवार को ईटीवी भारत से बात करते हुए ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआईओसीडी) के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा, हम अपनी जान जोखिम डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमें प्राथमिकता नहीं दे रही है. हमने सरकार से मांग की है कि देश में हमारे कामकाजी क्षेत्र से जुड़े सभी सदस्यों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करने पर विचार किया जाए, वरना हमारे पास अनिश्चितकालीन लॉकडाउन और हड़ताल के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.'
बता दें, एआईओसीडी अपनी प्रस्तावित हड़ताल पर अंतिम फैसला लेने के लिए इस सप्ताह तक राष्ट्रीय निकाय की बैठक बुलाने जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू हुआ, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही प्राथमिकता में रखा हुआ है, जबकि हम मार्च 2020 से लगातार काम कर रहे हैं. हमें भी संक्रमण होने का खतरा सबसे अधिक है, क्योंकि हम सीधे लोगों के संपर्क में आ रहे हैं.
ये भी पढे़ं : 17 दिन से कोरोना के मामलों में आ रही कमी : स्वास्थ्य मंत्रालय
उन्होंने बताया, मार्च 2020 से अबतक 650 से ज्यादा केमिस्ट काउंटर वर्कर और फार्मासिस्ट ने कोरोना की वजह से अपनी जान गंवाई है. बता दें, नवंबर, 2020 में एआईओसीडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक इस पत्र पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया.