नयी दिल्ली. आयुष मंत्रालय 14 जनवरी को 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के तहत दुनिया भर के एक करोड़ लोग एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे. आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को बताया कि आयुष मंत्रालय ने मकर संक्रांति पर 75 लाख लोगों को सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में शामिल होने का लक्ष्य रखा था, मगर रजिस्ट्रेशन को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें करीब एक करोड़ से अधिक लोग शामिल होंगे.
बता दें आयुष मंत्रालय (Ministry of ayush) वैश्विक स्तर पर 75 लाख लोगों के लिए एक ग्लोबल सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं. इस कार्यक्रम को मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार मकर सक्रांति के दिन सूर्य उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश करते हैं.
आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि मकर संक्रांति पर होने वाला सूर्य नमस्कार प्रदर्शन कोविड-19 के समय अधिक प्रासंगिक है. उन्होंने कहा कि यह एक सिद्ध तथ्य है कि सूर्य नमस्कार जीवन शक्ति और इम्यूनिटी बनाता है. यह कोरोना वायरस को दूर रखने में सक्षम है. सूर्य नमस्कार सूरज की प्रत्येक किरण के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए किया जाता है, क्योंकि वह सभी जीवों का पोषण करता है.
आयुष मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि सूर्य नमस्कार के सामूहिक प्रदर्शन का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का संदेश भी देना है. इसके अलावा, यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में मकर संक्रांति के महत्व को रेखांकित करेगा. बता दें कि सूर्य नमस्कार शरीर और मन के समन्वय के साथ 12 चरणों में किए जाने वाले आठ आसनों का एक समूह है. इसे ज्यादातर सुबह में किया जाता है.
पढ़ें : मकर संक्रांति 15 जनवरी को, इसी दिन प्रदोष व्रत का भी संयोग