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चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का आंकड़ा 5.51 लाख पार, केदारनाथ में अब तक 12 यात्रियों की मौत

उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है. यही वजह है कि अभी तक 5,51,601 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. उत्तराखंड में मौसम भी खराब है, लेकिन यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आ रही है. वहीं, केदारनाथ धाम में अभी तक 12 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

Chardham yatra in Uttarakhand
उत्तराखंड के चारधाम
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Published : May 8, 2023, 8:08 PM IST

Updated : May 9, 2023, 9:14 AM IST

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में भले ही पल-पल मौसम खराब हो रहा हो, लेकिन इसके बावजूद चारधाम यात्रा पूरे शबाब पर चल रही है. यही वजह है कि चारों धामों में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. इसकी तस्दीक आंकड़े दे रहे हैं. अभी तक 5,51,601 श्रद्धालु चारधाम में मत्था टेक आशीर्वाद ले चुके हैं.

यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः सबसे पहले यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. यमुनोत्री धाम की बात करें तो अभी तक 1,06,802 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन कर चुके हैं. आज 6,787 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम में मत्था टेका.

गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम के दर्शन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अभी तक 1,21,007 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंच चुके हैं. आज 8,453 श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए.

केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ धाम में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. अभी तक 1,95,651 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. आज केदारनाथ में 21,014 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. आज श्रद्धालुओं की संख्या में काफी गिरावट देखी गई है.

बदरीनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः भू बैकुंठ धाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ में अभी तक 1,28,141 श्रद्धालु बदरी विशाल के दर पर पहुंच चुके हैं. आज 10,025 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम में मत्था टेका.

केदारनाथ में 12 तीर्थयात्रियों की मौतः केदारनाथ धाम में मौसम इस बार विपरीत बना हुआ है. लगातार बर्फबारी हो रही है. जिससे केदारनाथ यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्री बीमार भी पड़ रहे हैं. इन 14 दिनों की यात्रा में 12 तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. जबकि, 6 गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है. करीब 12 हजार यात्रियों का ट्रीटमेंट भी किया गया है. बता दें कि इस साल चारधाम यात्रा में बीते दिनों छह मौतें यमुनोत्री के जानकी चट्टी में हुई हैं. चार गंगोत्री और तीन मौतें बदरीनाथ में यात्रा सीजन के शुरू होने के बाद हुई हैं.
ये भी पढ़ेंः भारी बर्फबारी के बीच भी केदारनाथ दर्शन को उमड़ रही भीड़, 8-10 हजार लोगों के रहने की हुई व्यवस्था

केदारनाथ आने वाले यात्री इन बातों का रखें ध्यानः केदारनाथ धाम करीब साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. केदारनाथ पहुंचने के लिए पैदल मार्ग से 16 किमी की चढ़ाई पार करनी होती है. रामबाड़ा से आगे 9 किमी तक कई स्थानों पर खड़ी चढ़ाई है और रामबाड़ा से आगे जंगल भी समाप्त हो जाते हैं. ऐसे में धीरे-धीरे ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. इसके अलावा पल-पल बदलते मौसम के कारण यहां कभी ठंड तो कभी बर्फबारी और धूप आम बात है.

केदारनाथ की ठंड पचा पाना हर किसी के बस की बात नहीं है. हालांकि, यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पैदल मार्ग समेत धाम में स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं. बीमार मरीजों का ट्रीटमेंट भी किया जा रहा है, बावजूद इसके कुछ बाते ऐसी हैं, जिन बातों का यात्रियों को आवश्यक रूप से चढ़ाई चढ़ते समय ध्यान रखना होगा. यात्रियों को सबसे पहले रूक-रूक कर चलें. एक किमी चलने के बाद कुछ समय तक विश्राम करें.

चढ़ाई चढ़ते समय कितना भी पसीना आ जाए, लेकिन अपने गर्म कपड़े न उतारें. हल्का गुनगुना पानी पीते रहें. इसके अलावा रैनकोट, छाता और गर्म कपड़े आवश्यक रूप से अपने साथ रखें. कुछ भी परेशानी महसूस करने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपना चेकअप कराएं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह भी सलाह दी जा रही है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग, जितना हो सके पैदल यात्रा करने से बचें. बीमार मरीज अपने साथ आवश्यक रूप से दवाइयां भी लेकर आएं.

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में भले ही पल-पल मौसम खराब हो रहा हो, लेकिन इसके बावजूद चारधाम यात्रा पूरे शबाब पर चल रही है. यही वजह है कि चारों धामों में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. इसकी तस्दीक आंकड़े दे रहे हैं. अभी तक 5,51,601 श्रद्धालु चारधाम में मत्था टेक आशीर्वाद ले चुके हैं.

यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः सबसे पहले यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. यमुनोत्री धाम की बात करें तो अभी तक 1,06,802 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन कर चुके हैं. आज 6,787 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम में मत्था टेका.

गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम के दर्शन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अभी तक 1,21,007 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंच चुके हैं. आज 8,453 श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए.

केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ धाम में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. अभी तक 1,95,651 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. आज केदारनाथ में 21,014 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. आज श्रद्धालुओं की संख्या में काफी गिरावट देखी गई है.

बदरीनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः भू बैकुंठ धाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ में अभी तक 1,28,141 श्रद्धालु बदरी विशाल के दर पर पहुंच चुके हैं. आज 10,025 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम में मत्था टेका.

केदारनाथ में 12 तीर्थयात्रियों की मौतः केदारनाथ धाम में मौसम इस बार विपरीत बना हुआ है. लगातार बर्फबारी हो रही है. जिससे केदारनाथ यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्री बीमार भी पड़ रहे हैं. इन 14 दिनों की यात्रा में 12 तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. जबकि, 6 गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है. करीब 12 हजार यात्रियों का ट्रीटमेंट भी किया गया है. बता दें कि इस साल चारधाम यात्रा में बीते दिनों छह मौतें यमुनोत्री के जानकी चट्टी में हुई हैं. चार गंगोत्री और तीन मौतें बदरीनाथ में यात्रा सीजन के शुरू होने के बाद हुई हैं.
ये भी पढ़ेंः भारी बर्फबारी के बीच भी केदारनाथ दर्शन को उमड़ रही भीड़, 8-10 हजार लोगों के रहने की हुई व्यवस्था

केदारनाथ आने वाले यात्री इन बातों का रखें ध्यानः केदारनाथ धाम करीब साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. केदारनाथ पहुंचने के लिए पैदल मार्ग से 16 किमी की चढ़ाई पार करनी होती है. रामबाड़ा से आगे 9 किमी तक कई स्थानों पर खड़ी चढ़ाई है और रामबाड़ा से आगे जंगल भी समाप्त हो जाते हैं. ऐसे में धीरे-धीरे ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. इसके अलावा पल-पल बदलते मौसम के कारण यहां कभी ठंड तो कभी बर्फबारी और धूप आम बात है.

केदारनाथ की ठंड पचा पाना हर किसी के बस की बात नहीं है. हालांकि, यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पैदल मार्ग समेत धाम में स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं. बीमार मरीजों का ट्रीटमेंट भी किया जा रहा है, बावजूद इसके कुछ बाते ऐसी हैं, जिन बातों का यात्रियों को आवश्यक रूप से चढ़ाई चढ़ते समय ध्यान रखना होगा. यात्रियों को सबसे पहले रूक-रूक कर चलें. एक किमी चलने के बाद कुछ समय तक विश्राम करें.

चढ़ाई चढ़ते समय कितना भी पसीना आ जाए, लेकिन अपने गर्म कपड़े न उतारें. हल्का गुनगुना पानी पीते रहें. इसके अलावा रैनकोट, छाता और गर्म कपड़े आवश्यक रूप से अपने साथ रखें. कुछ भी परेशानी महसूस करने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपना चेकअप कराएं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह भी सलाह दी जा रही है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग, जितना हो सके पैदल यात्रा करने से बचें. बीमार मरीज अपने साथ आवश्यक रूप से दवाइयां भी लेकर आएं.

Last Updated : May 9, 2023, 9:14 AM IST
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