चित्तौड़गढ़. जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र में सूदखोरों से परेशान होकर एक युवक के खुदकुशी करने का मामला सामने आया है. बुधवार को जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई. बताया गया कि चार दिन पहले वसूली को लेकर तीन युवकों ने उसकी मार्केट में पिटाई कर दी थी. साथ ही उसे जान से मारने की भी धमकी दी थी. ऐसे में डर से युवक चार दिनों तक घर से बाहर नहीं निकला और मंगलवार शाम को एकाएक उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां बुधवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
हालांकि, मामले की सूचना के बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने युवक का बयान लेने की कोशिश की, लेकिन अंतत: बयान नहीं ले पाए. फिलहाल भाई की रिपोर्ट पर सहायक पुलिस उप निरीक्षक महेंद्र सिंह ने पोस्टमार्टम करवा करके शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस की ओर से बताया गया कि घोसुंडा निवासी 35 वर्षीय दिनेश पुत्र नारायण सालवी ने मंगलवार शाम को खुदकुशी करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया, जहां बुधवार तड़के उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
इसे भी पढ़ें - जैसलमेर: पोकरण के दर्जियों की गली में युवक ने की खुदकुशी
भाई भंवर लाल ने रिपोर्ट में बताया कि दिनेश ने कथित तौर पर गांव के ही तीन लोगों से 10 हजार रुपए ब्याज पर ले रखे थे, जिसका वो समय पर भुगतान नहीं कर पा रहा था. ऐसे में आरोपियों की ओर से उसे लगातार धमकियां मिल रही थी. इतना ही नहीं चार दिन पहले उसकी मार्केट में पिटाई भी की थी और जान से मारने की धमकी दे रहे थे. इससे युवक इतना खौफजदा था कि वो चार दिनों तक घर से बाहर ही नहीं निकला और आखिरकार उसने खुदकुशी कर ली. मृतक की पत्नी चंदा ने पुलिस को बताया कि कुछ लोग ब्याज के पैसे को लेकर उसके पति को परेशान कर रहे थे. साथ ही उसे मार्केट में बुलाया पीटा था, जिससे वो बहुत डर गया था.
सहायक पुलिस उप निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक प्रक्रिया के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. साथ ही रिपोर्ट में सूदखोरी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कही गई है. ऐसे में पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुटी है. मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं और भाई भी अपने परिवार के साथ कपासन में रहता है.