शेखपुरा: मोबाइल हमारे जीवन का एक अंग बन गया है. एक तरफ जहां इसके फायदे हैं, वहीं इसका नुकसान भी है. इसके माध्यम से अच्छी जानकारी मिल रही हैं, बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ इसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं. घर-घर मोबाइल होने के कारण और इसका गलत इस्तेमाल भी हो रहा है.
ताजा मामला शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के एक गांव का है. जहां उसी गांव के 5-6 किशोरों ने खेत में साग तोड़ने गई 8-9 साल की दो बच्चियों से सामूहिक दुष्कर्म (Molestation in Sheikhpura with two Minor Girls) किया. इस घटना के बाद दोनों बच्चियां अपने घर लौट आईं. उनमें से एक बच्ची की तबियत बिगड़ गई. पीड़िता के परिजनों ने जब उससे पूछताछ की तो उन्हें इस घटना की जानकारी हुई. इसके बाद लड़के और लड़कियों के परिजनों के बीच मारपीट की नौबत आ गई. ग्रामीण स्तर पर मामले को मैनेज करने की कोशिश की जाने लगी.
पीड़िता की दादी ने दिखाई हिम्मत: एक पीड़ित बच्ची की दादी ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को इस घटना की जानकारी दे दी. इसके बाद पुलिस ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए गांव जाकर 2 आरोपी बच्चों को पकड़ा. थाने में पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना अपराध कबूल करते हुए कहा कि उनलोगों ने मोबाइल में देखकर इसे सीखा है. वहीं, बच्चियों से जब थाने की महिला पीएसआई ने पूछताछ की तो उसने बताया कि दोनों साग तोड़ने खेत में गई थीं. तभी 5-6 बच्चों ने उसके साथ ऐसा किया. जब दोनों रोने लगीं तो उन लड़कों ने उसे 5 रुपये दिये और कहा कि किसी को कुछ मत बताना.
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थाने में शिकायत करने आई दादी ने बताया कि मेरी पोती जब घर आई तो वह रो रही थी. उसके बाद जब जोर देकर पूछा तो पूरी बात बताई. इस घटना की खबर आसपास के गांव में आग की तरह फैल गई. इस मामले को लेकर थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए दोनों बच्चियों को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.