नई दिल्ली : केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने वर्चुअल माध्यम से प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कई राज्यों में लॉकडाउन हो गया है. ऐसे संकट की स्थिति में कोई गरीब भूखा न रहे इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. गरीबों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत दो महीने तक मुफ्त राशन देने का एलान किया गया है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के 80 करोड़ लाभार्थियों को अलग से PMGKAY के तहत मुफ्त में दो महीने तक पांच किलो खाद्यान्न दिया जाएगा. अभी NFSA के 80 करोड़ लाभार्थियों को चावल 3 रुपये, गेहूं 2 रुपये व मोटे अनाज एक रुपये प्रति किलों के हिसाब से दिए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि PMGKAY के तहत प्रतिमाह प्रति व्यक्ति पांच किलो मुफ्त अनाज (चालव/गेहूं) दिया जाएगा. इस योजना पर अगले दो महीने में केंद्र सरकार 26,000 करोड़ रुपया खर्च करेगी. राशनकार्ड धारकों को इस योजना का लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर मान लीजिये की अगर आपके राशन कार्ड में 4 लोगों का नाम दर्ज है तो सभी को पांच-पांच किलो मतलब कुल 20 किलो अनाज मिलेगा. इस योजना के तहत मई और जून महीने में कुल 80 LMT खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा. एक महीने में करीब 40 LMT खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि PMGKAY के तहत NFSA के दोनों श्रेणियों अंत्योदय अन्न योजना (AAY) तथा प्राथमिकता वाले गृहस्वामी (PHH) के तहत कवर किए गए 80 करोड़ NFSA लाभार्थियों को मुफ्त राशन दो महीने तक दिया जाएगा. 80 करोड़ में से AAY के लाभार्थी 9.74 करोड़ हैं, जबकि PHH के लाभार्थी 70.13 करोड़ हैं.
प्रेसवार्ता में जानकारी दी गई की पिछले साल अप्रैल से नवंबर तक PMGKAY योजना चली थी. जिसमें पांच किलो चावल या गेहूं तथा 1 किलो चना 80 करोड़ लाभार्थियों को दिया गया था. इस दौरान 322.51 LMT खाद्यान्न आवंटित किए गए थे. इसपर 122123 करोड़ रुपये खर्च हुए थे.