नई दिल्ली : कांग्रेस (congress) के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार (modi govt) दुनिया भर में बहुलवाद की पैरवी करती है, लेकिन भारत में वह बहुसंख्यकवाद का समर्थन करती है.
उन्होंने कहा कि नए 'क्वाड' में चार देश बहुलवाद को प्रदर्शित करते हैं. अमेरिका (धर्मनिरपेक्ष, हालांकि ईसाई बहुल), भारत (धर्मनिरपेक्ष, हालांकि हिंदू बहुल), इजरायल (यहूदी) और संयुक्त अरब अमीरात (इस्लामी) इसमें शामिल हैं.
-
If pluralism can be harnessed for the good of the world, can it not be harnessed for the good of India?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
The Modi government subscribes to pluralism in the world but supports majoritarianism in India!
">If pluralism can be harnessed for the good of the world, can it not be harnessed for the good of India?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 21, 2021
The Modi government subscribes to pluralism in the world but supports majoritarianism in India!If pluralism can be harnessed for the good of the world, can it not be harnessed for the good of India?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 21, 2021
The Modi government subscribes to pluralism in the world but supports majoritarianism in India!
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि अगर बहुलवाद दुनिया की भलाई के लिए माध्यम हो सकता है तो भारत के लिए क्यों नहीं हो सकता? मोदी सरकार पूरी दुनिया में बहुलवाद की पैरवी करती है, लेकिन भारत में वह बहुसंख्यकवाद का समर्थन करती है.
(पीटीआई-भाषा)