ETV Bharat / bharat

Mobile ban in AP Govt Schools: सरकारी स्कूलों में मोबाइल बैन, उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 29, 2023, 1:02 PM IST

Updated : Aug 29, 2023, 1:14 PM IST

आंध्र प्रदेश के शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में अध्यापकों द्वारा फोन का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया.अगर किसी भी कारण से फोन का उपयोग करना ही है तो उससे पहले लिखित में कारण बताना पडेगा. इस तरह की किसी भी इजाजत के लिए प्रधानाचार्य की इजाजत लेनी पड़ेगी.

phone ban in andhra pradesh
फोन बैन आंध्र प्रदेश

अमरावती: आंध्र प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों की कक्षाओं में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग के अनुसार, शिक्षकों को कक्षाओं में सेल फोन नहीं लाना चाहिए. शिक्षकों द्वारा पढ़ाई के समय के दौरान व्यक्तिगत काम के लिए मोबाइल फोन का व्यक्तिगत उपयोग मना है. सुबह की प्रार्थना के बाद फोन को जरूरी उपयोग करने के तुरंत साइलेंट मोड पर रखना होगा. मोबाइल उपयोग की जरुरत वाले प्रशासनिक कार्यों को शिक्षण समय शुरू होने से पहले पूरा करना होगा. मोबाइल फोन का उपयोग सुबह 9.30 बजे से पहले या शाम 4 बजे के बाद ही करना होगा.

कक्षा प्रारंभ होने के बाद ऐसा कोई भी कार्य केवल प्रधानाचार्य द्वारा ही की जानी चाहिए. यदि कोई शिक्षक पढ़ाने के लिए फोन का इस्तेमाल करना चाहता है, तो उसे अपनी पाठ योजना में पहले से लिखना होगा कि वह मोबाइल फोन का उपयोग क्यों करना चाहता है, और प्रिंसिपल से अनुमति लेनी होगी. यदि किसी बहुत जरूरी कारण से शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक गतिविधियों के लिए मोबाइल फोन ले जाना पड़े तो प्राचार्य की अनुमति लेनी होगी और कारण को रजिस्टर में दर्ज करना होगा. इन नियमों का उल्लंघन करने पर शिक्षक से फोन छीनकर कार्यालय में रख लिया जाएगा. अगर कोई दूसरी बार भी यही गलती करता है तो उसे फोन उठाने के लिए एमईओ को स्पष्टीकरण देना होगा. तीसरी बार ऐसा करने पर डीईओ को स्पष्टीकरण देना होगा कि फोन उपयोग करने का यह कारण सेवा पुस्तिका में दर्ज है.

इस प्रतिबंध के बाद शिक्षक सवाल कर रहे हैं कि मोबाइल फोन स्टाफ रूम या स्कूल प्रिंसिपल के कमरे में रखे जाते हैं. छात्रों को कक्षाओं में फोन लाने पर भी रोक है, शिक्षकों के फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के बाद सरकार शौचालय और मध्याह्न भोजन योजनाओं की तस्वीरें किसके साथ लेगी? शिक्षकों का कहना है कि रोजमर्रा के काम का विवरण, रागी जावा, चिक्की, अंडे और चावल का आदि की मांंग ऑनलाइन कैसे दर्ज करेंगे, उनका कहना है कि फिर सभी गतिविधियों को ऑनलाइन करने और शिक्षकों के साथ गैर-शिक्षण कार्य करते समय फोन पर प्रतिबंध लगाने का क्या फायदा? नौवीं कक्षा के छात्र ओनलाइन प्लेटफोर्म बायजूस की सामग्री वाले टैब स्कूल में ला रहे हैं. उन्हें हॉटस्पॉट की जरूरत होती है. यदि शिक्षक फोन नहीं लाएंगे तो छात्रों का टैब का उपयोग भी प्रभावित होगा.

ये भी पढ़ें : नई शिक्षा नीति में भाषा संबंधी दिशानिर्देशों की आलोचना

अमरावती: आंध्र प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों की कक्षाओं में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग के अनुसार, शिक्षकों को कक्षाओं में सेल फोन नहीं लाना चाहिए. शिक्षकों द्वारा पढ़ाई के समय के दौरान व्यक्तिगत काम के लिए मोबाइल फोन का व्यक्तिगत उपयोग मना है. सुबह की प्रार्थना के बाद फोन को जरूरी उपयोग करने के तुरंत साइलेंट मोड पर रखना होगा. मोबाइल उपयोग की जरुरत वाले प्रशासनिक कार्यों को शिक्षण समय शुरू होने से पहले पूरा करना होगा. मोबाइल फोन का उपयोग सुबह 9.30 बजे से पहले या शाम 4 बजे के बाद ही करना होगा.

कक्षा प्रारंभ होने के बाद ऐसा कोई भी कार्य केवल प्रधानाचार्य द्वारा ही की जानी चाहिए. यदि कोई शिक्षक पढ़ाने के लिए फोन का इस्तेमाल करना चाहता है, तो उसे अपनी पाठ योजना में पहले से लिखना होगा कि वह मोबाइल फोन का उपयोग क्यों करना चाहता है, और प्रिंसिपल से अनुमति लेनी होगी. यदि किसी बहुत जरूरी कारण से शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक गतिविधियों के लिए मोबाइल फोन ले जाना पड़े तो प्राचार्य की अनुमति लेनी होगी और कारण को रजिस्टर में दर्ज करना होगा. इन नियमों का उल्लंघन करने पर शिक्षक से फोन छीनकर कार्यालय में रख लिया जाएगा. अगर कोई दूसरी बार भी यही गलती करता है तो उसे फोन उठाने के लिए एमईओ को स्पष्टीकरण देना होगा. तीसरी बार ऐसा करने पर डीईओ को स्पष्टीकरण देना होगा कि फोन उपयोग करने का यह कारण सेवा पुस्तिका में दर्ज है.

इस प्रतिबंध के बाद शिक्षक सवाल कर रहे हैं कि मोबाइल फोन स्टाफ रूम या स्कूल प्रिंसिपल के कमरे में रखे जाते हैं. छात्रों को कक्षाओं में फोन लाने पर भी रोक है, शिक्षकों के फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के बाद सरकार शौचालय और मध्याह्न भोजन योजनाओं की तस्वीरें किसके साथ लेगी? शिक्षकों का कहना है कि रोजमर्रा के काम का विवरण, रागी जावा, चिक्की, अंडे और चावल का आदि की मांंग ऑनलाइन कैसे दर्ज करेंगे, उनका कहना है कि फिर सभी गतिविधियों को ऑनलाइन करने और शिक्षकों के साथ गैर-शिक्षण कार्य करते समय फोन पर प्रतिबंध लगाने का क्या फायदा? नौवीं कक्षा के छात्र ओनलाइन प्लेटफोर्म बायजूस की सामग्री वाले टैब स्कूल में ला रहे हैं. उन्हें हॉटस्पॉट की जरूरत होती है. यदि शिक्षक फोन नहीं लाएंगे तो छात्रों का टैब का उपयोग भी प्रभावित होगा.

ये भी पढ़ें : नई शिक्षा नीति में भाषा संबंधी दिशानिर्देशों की आलोचना
Last Updated : Aug 29, 2023, 1:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.