मोरीगांव : असम में गो तस्करी और गोवंश की चोरी के आरोप में एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार देने का मामला सामने आया है. बता दें कि पहले ही राज्य में गौ रक्षा को लेकर सख्त कानून लागू है. फिर भी ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है. ताजा वारदात मध्य असम के मोरीगांव जिले के अहातगुरी इलाके की है. घटना स्थानीय समयानुसार सोमवार रात करीब 10:30 बजे की बतायी जा रही है.
सूत्रों के अनुसार, अहातगुरी इलाके में गांव वालों ने कथित तौर पर मवेशी चोरी की कोशिश करते छह आरोपियों को पकड़ा. गांव वालों के बयान के अनुसार, अंधेरे का फायदा उठाकर इनमें से तीन भागने में सफल हो गये. जबकि तीन लोगों को गांव वालों ने पकड़ लिया. मवेशी चोरी की घटना से परेशान गांव वालों ने हाथ आये तीन आरोपी चोरों की पिटाई कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक गांव वालों ने कानून अपने हाथ में लेते हुए आरोपी चोरों को बेरहमी से पीटा. बाद में पुलिस आरोपियों को गांव वालों से मुक्त कराकर अस्पताल ले गई. जहां डॉक्टर ने इनमें से एक को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने बताया कि गांव वालों की शिकायत के मुताबिक, सोमवार की रात करीब 10:30 बजे छह लोग एक गोशाला से गायों की चोरी करने का प्रयास कर रहे थे. इस गोशाला के मालिक का नाम कोलिया दास बताया जा रहा है. कोलिया की पत्नी ने चोरों को देखा तो वह जोर से चिल्लाई. तभी गोशाला के मालिक कोलिया दास ने अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर उन्हें पकड़ लिया. धड़-पकड़ में हुए संघर्ष के दौरान कथित रूप से तीन आरोपी भागने में सफल हो गये.
जबकि तीन आरोपी कोलिया दास और उसके पड़ोसियों के हाथ लग गये. इस दौरान गांव के और भी लोग घटना स्थल पर जमा हो गये. भीड़ ने तीन आरोपियों को जमकर पीटा और उनके वाहन को आग के हवाले कर दिया. गांव वालों का आरोप है कि भागने में सफल हुए चोर अपने साथ उनकी दो गायों को भी ले गये हैं.
सूत्रों के अनुसार, जिले के एडिशनल एसपी घटना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने गांव वालों से बात करके चोरों को उनकी पकड़ से आजाद कराया. गांव वालों का कहना था कि जबतक उनके मवेशी उन्हें नहीं मिल जायेंगे वे चोरों को नहीं छोड़ेंगे. लोगों की शिकायत थी कि धरमतुल थाने की पुलिस रात में गश्ती करने नहीं आती है. इससे इलाके में मवेशी चोरी होने की घटनायें बढ़ गई हैं. रात के समय निवासी स्वयं ही मवेशियों की रखवाली करके उन्हें बचाने का प्रयास करते हैं.
पुलिस के सूत्रों ने कहा कि एडिशनल एसपी किसी तरह से आरोपियों को गांव वालों की पकड़ से आजाद कराया. तीनों आरोपी बहुत बुरी तरह जख्मी थे. वे उन्हें लेकर तुरंत ही जिले के सिविल अस्पताल गये जहां डॉक्टरों ने तीन में एक को मृत घोषित कर दिया. बाकी दो आरोपियों का इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, मृत आरोपी की पहचान सद्दाम हुसैन के रूप में हुई है. अस्पताल में भर्ती दो अन्य आरोपियों की पहचान बिलाल अली और मिराजुल हक के रूप में हुई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.