जयपुर: असम एआईयूडीएफ पार्टी के विधायक प्रत्याशी 9 अप्रैल को राजधानी जयपुर की होटल फेयरमाउंट में पहुंचे थे. जहां पर उनकी लग्जरी मेहमाननवाजी की जा रही थी. राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी और विधायक रफीक खान को विधायक प्रत्याशियों के मेहमाननवाजी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इससे पहले भी देश में सियासी संकट के दौर में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात विधायक प्रत्याशियों को राजधानी जयपुर के होटल में ही बाड़ाबंदी में रखा गया था.
देश में जब-जब सियासी संकट आया तो कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत परी भरोसा जताया है. पिछले वर्ष राजस्थान में सियासी संकट के समय राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को भी होटल फेयरमाउंट में ही रखा गया था. एक बार फिर असम विधानसभा चुनाव को लेकर खरीद-फरोख्त के डर से असम विधायक प्रत्याशियों को भी कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में जयपुर की होटल फेयरमाउंट में ही रखा गया. पिछले दिनों असम कांग्रेस के विधायकों को भी जयपुर लाने की चर्चाएं सामने आ रही थी. हालांकि, इस बारे में कोई स्पष्ट नहीं हो पाया था.
वहीं, राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी का कहना था कि किसी भी पार्टी के कोई भी नेता हमारी शरण में आएंगे तो हम उनकी मेहमाननवाजी करेंगे. चाहे वह भारतीय जनता पार्टी हो या अन्य दल. हमें किसी भी प्रदेश की राजनीति से मतलब नहीं, हमारा काम केवल उनकी देखभाल और मेहमाननवाजी करना है. असम विधानसभा चुनाव परिणाम 2 मई को आने हैं. ऐसे में असम से विधायक प्रत्याशी वापस बाड़ाबंदी में लाए जा सकते हैं.