श्रीनगर: पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के पहले से नजरबंद मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz not allowed to join friday prayer) को अधिकारियों ने आज भी श्रीनगर स्थित उनके घर के बाहर कदम नहीं रखने दिया. मीरवाइज के करीबी सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को देखते हुए उन्होंने श्रीनगर जामा मस्जिद में उपदेश देने के लिए अपने घर से बाहर आने की कोशिश की, लेकिन उनके आवास के गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया. साथ ही मीरवाइज के आवास के आसपास की सुरक्षा आज पहले की तुलना में बढ़ा दी गई है.
सभी की निगाहें आज के शुक्रवार पर टिकी थीं कि अधिकारी मीरवाइज मौलवी मुहम्मद उमर फारूक को उनके आवास से जामा मस्जिद जाने देंगे, लेकिन आज भी यह संभव नहीं हो सका. मीरवाइज उमर फारूक पिछले तीन साल से श्रीनगर में रह रहे हैं. वह अपने आवास में लगातार नजरबंद हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि अधिकारी उन्हें आज घर से बाहर आने देंगे या नहीं, लेकिन कुछ दिनों से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि मीरवाइज को इस बार जामा मस्जिद श्रीनगर में जुमे का खुत्बा (उपदेश) देने की अनुमति दी जाएगी.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि मीरवाइज उमर फारूक अगस्त 2019 से नजरबंद नहीं हैं और न ही हिरासत में हैं. उन्हें खुद तय करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है. उपराज्यपाल के इस बयान के बाद मीरवाइज ने शुक्रवार को जामा मस्जिद में उपदेश देने का फैसला किया, लेकिन अधिकारियों ने मीरवाइज को घर से बाहर नहीं निकलने दिया.
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