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मीरवाइज उमर फारूक को जुमा की नमाज के लिए जामा मस्जिद जाने की इजाजत नहीं दी गई - मीरवाइज उमर फारूक जामा मस्जिद

जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पहले ही अगस्त 2019 में प्रशासन द्वारा नजरबंद कर दिया गया था. मीरवाइज अभी भी नजरबंद हैं. शुक्रवार को उन्होंने जुमा की नमाज के लिए घर से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया. Mirwaiz not allowed to join friday prayer.

Mirwaiz Umar Farooq
मीरवाइज उमर फारूक
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Published : Aug 26, 2022, 4:40 PM IST

Updated : Aug 26, 2022, 5:26 PM IST

श्रीनगर: पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के पहले से नजरबंद मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz not allowed to join friday prayer) को अधिकारियों ने आज भी श्रीनगर स्थित उनके घर के बाहर कदम नहीं रखने दिया. मीरवाइज के करीबी सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को देखते हुए उन्होंने श्रीनगर जामा मस्जिद में उपदेश देने के लिए अपने घर से बाहर आने की कोशिश की, लेकिन उनके आवास के गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया. साथ ही मीरवाइज के आवास के आसपास की सुरक्षा आज पहले की तुलना में बढ़ा दी गई है.

श्रीनगर से जानकारी देते संवाददाता

सभी की निगाहें आज के शुक्रवार पर टिकी थीं कि अधिकारी मीरवाइज मौलवी मुहम्मद उमर फारूक को उनके आवास से जामा मस्जिद जाने देंगे, लेकिन आज भी यह संभव नहीं हो सका. मीरवाइज उमर फारूक पिछले तीन साल से श्रीनगर में रह रहे हैं. वह अपने आवास में लगातार नजरबंद हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि अधिकारी उन्हें आज घर से बाहर आने देंगे या नहीं, लेकिन कुछ दिनों से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि मीरवाइज को इस बार जामा मस्जिद श्रीनगर में जुमे का खुत्बा (उपदेश) देने की अनुमति दी जाएगी.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि मीरवाइज उमर फारूक अगस्त 2019 से नजरबंद नहीं हैं और न ही हिरासत में हैं. उन्हें खुद तय करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है. उपराज्यपाल के इस बयान के बाद मीरवाइज ने शुक्रवार को जामा मस्जिद में उपदेश देने का फैसला किया, लेकिन अधिकारियों ने मीरवाइज को घर से बाहर नहीं निकलने दिया.

यह भी पढ़ें- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, मीरवाइज उमर फारूक नजरबंद नहीं हैं

श्रीनगर: पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के पहले से नजरबंद मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz not allowed to join friday prayer) को अधिकारियों ने आज भी श्रीनगर स्थित उनके घर के बाहर कदम नहीं रखने दिया. मीरवाइज के करीबी सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को देखते हुए उन्होंने श्रीनगर जामा मस्जिद में उपदेश देने के लिए अपने घर से बाहर आने की कोशिश की, लेकिन उनके आवास के गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया. साथ ही मीरवाइज के आवास के आसपास की सुरक्षा आज पहले की तुलना में बढ़ा दी गई है.

श्रीनगर से जानकारी देते संवाददाता

सभी की निगाहें आज के शुक्रवार पर टिकी थीं कि अधिकारी मीरवाइज मौलवी मुहम्मद उमर फारूक को उनके आवास से जामा मस्जिद जाने देंगे, लेकिन आज भी यह संभव नहीं हो सका. मीरवाइज उमर फारूक पिछले तीन साल से श्रीनगर में रह रहे हैं. वह अपने आवास में लगातार नजरबंद हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि अधिकारी उन्हें आज घर से बाहर आने देंगे या नहीं, लेकिन कुछ दिनों से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि मीरवाइज को इस बार जामा मस्जिद श्रीनगर में जुमे का खुत्बा (उपदेश) देने की अनुमति दी जाएगी.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि मीरवाइज उमर फारूक अगस्त 2019 से नजरबंद नहीं हैं और न ही हिरासत में हैं. उन्हें खुद तय करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है. उपराज्यपाल के इस बयान के बाद मीरवाइज ने शुक्रवार को जामा मस्जिद में उपदेश देने का फैसला किया, लेकिन अधिकारियों ने मीरवाइज को घर से बाहर नहीं निकलने दिया.

यह भी पढ़ें- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, मीरवाइज उमर फारूक नजरबंद नहीं हैं

Last Updated : Aug 26, 2022, 5:26 PM IST
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