ETV Bharat / bharat

टिकट कटने के बाद बोलीं स्वाति सिंह, भाजपा में ही रहूंगी

टिकट कटने के बाद मीडिया के सामने आई मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि बीजेपी में हूं और बीजेपी में ही रहूंगी. पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगी.

1
1
author img

By

Published : Feb 2, 2022, 1:54 PM IST

लखनऊ: टिकट कटने के बाद मीडिया के सामने आई मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि बीजेपी में हूं और बीजेपी में ही रहूंगी. पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगी. उन्होंने कहा कि सरोजिनी नगर से पार्टी प्रत्याशी की जीत होगी. हम मिलकर मेहनत करेंगे. मैं मंत्री के तौर पर अपने काम से खुश हूं. अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों से भी मुझे संतुष्टि है. मैं बिल्कुल दुखी नहीं हूं. पार्टी के निर्णय का ईमानदारी से पालन करूंगी पार्टी का निर्णय सर्वोपरि होता है. हमें अपने नेतृत्व पर विश्वास है. वहीं पति दयाशंकर सिंह पर पूछे गए सवाल पर कहा कि उनके विषय में उन्हीं से बात करनी चाहिए.

लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक स्वाति सिंह का टिकट काटकर ED के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. इसके पीछे का कारण स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह के बीच टिकट की लड़ाई बताई जा रही है. दरअसल, स्वाति सिंह के पति और बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह भी सरोजनी नगर विधानसभा सीट से दावेदारी ठोक रहे थे. वहीं, स्वाति सिंह भी दोबारा इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं. पति-पत्नी की इस लड़ाई का फायदा ईडी के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को मिल गया. जहां बीजेपी ने उन्हें सरोजनी नगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है. राजेश्वर सिंह लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह के पति हैं.

स्वाति सिंह के सपा में जाने की थी चर्चा
दरअसल, स्वाति सिंह सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से अपना टिकट कटने के बाद समाजवादी पार्टी में जाने को लेकर चर्चा में थी. मगर उन्होंने ऐसी किसी भी अफवाह का खंडन किया. स्वाति सिंह बुधवार को मीडिया के सामने आईं और उन्होंने कहा कि वह भाजपा में हैं और भाजपा में रहेंगी इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी व्यक्त किया.

गौरतलब है कि सरोजिनी नगर विधानसभा क्षेत्र को लेकर स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह आमने-सामने हो चुके थे. दोनों ने ही इस सीट से उम्मीदवारी पर अपना दावा ठोका था. पत्नी के विधायक होने के बावजूद सरोजनी नगर क्षेत्र में पति दयाशंकर सिंह के होर्डिंग नजर आने लगे थे. इसके बाद में एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें स्वाति सिंह बोलतीं सुनाई दे रही थी कि मंत्री होने के बावजूद उनके पति दयाशंकर सिंह उन पर हाथ उठा देते हैं.

भारतीय जनता पार्टी के लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों पर जब मंगलवार रात टिकट घोषित हुए तो स्वाति सिंह का टिकट कट गया था. जिसके बाद में यह चर्चा आम थी कि संभवत स्वाति सिंह समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकती हैं. मगर इस बीच समाजवादी पार्टी ने उत्तर क्षेत्र के पूर्व विधायक और सपा के पूर्व मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा को सरोजनी नगर से टिकट दे दिया और फिर स्वाति सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का खंडन किया कि वे समाजवादी पार्टी में जा रही हैं.

पति दयाशंकर से उनके झगड़े को लेकर जो सवाल पूछा गया तो स्वाति सिंह ने इस पर कहा कि इस बारे में उन्हीं से ही सवाल पूछा जाना चाहिए. वह कुछ नहीं कह सकती हैं. स्वाति सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग में बहुत अच्छा काम किया है. सरोजनी नगर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए हर संभव कोशिश करेंगी.

बता दें कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 17 उम्मीदवारों की घोषणा की. पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्वाचन क्षेत्र में परिवर्तन किया है जबकि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह को इस बार मौका नहीं दिया है. मंगलवार को भाजपा के घोषित उम्मीदवारों में लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) स्‍वाति सिंह की जगह पार्टी ने राजराजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा (यूपीपीपीएस) से वर्ष 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में प्रतिनियुक्ति पर गए थे और उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली.

भाजपा ने उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन को उनकी पुरानी सीट लखनऊ पूर्व से मौका दिया है जबकि 2017 में लखनऊ मध्य से चुनाव जीते कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को इस बार लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है. लखनऊ मध्य में पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रजनीश गुप्ता और लखनऊ पश्चिम में अंजनी श्रीवास्तव भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए हैं. लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र से योगेश शुक्ला को पार्टी ने मौका दिया है जबकि पिछली बार इस सीट पर भाजपा के ही अविनाश त्रिवेदी चुनाव जीते थे। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की विधायक पत्‍नी जय देवी को फिर से मलिहाबाद (अनुसूचित जाति) सीट से पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है.

पढ़ें : UP Election 2022 : भाजपा ने जारी की 17 उम्मीदवारों की सूची, मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कटा

उन्नाव जिले की भगवंतनगर सीट पर भाजपा ने आशुतोष शुक्ल को उम्मीदवार बनाया है जहां से 2017 में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित चुनाव जीते थे. राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को उनकी पुरानी सीट चित्रकूट से पार्टी ने टिकट दिया है. इस सूची में रायबरेली की ऊंचाहार सीट से भाजपा संगठन के पदाधिकारी अमरपाल मौर्य, अमेठी के गौरीगंज से चंद्रप्रकाश मिश्रा मटियारी और फतेहपुर के जहानाबाद से राजेंद्र पटेल और सीतापुर से राकेश राठौर गुरू को मौका मिला है. जहानाबाद क्षेत्र से पिछली बार राज्‍य मंत्री जयकुमार सिंह जैकी सहयोगी अपना दल (एस) से चुनाव जीते थे जिन्‍हें उनकी पार्टी ने इस बार फतेहपुर की बिन्दकी सीट से उम्मीदवार घोषित किया है. उन्नाव, लखनऊ, फतेहपुर, रायबरेली और सीतापुर जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है. भाजपा उत्तर प्रदेश में अब तक 314 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.

लखनऊ: टिकट कटने के बाद मीडिया के सामने आई मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि बीजेपी में हूं और बीजेपी में ही रहूंगी. पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगी. उन्होंने कहा कि सरोजिनी नगर से पार्टी प्रत्याशी की जीत होगी. हम मिलकर मेहनत करेंगे. मैं मंत्री के तौर पर अपने काम से खुश हूं. अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों से भी मुझे संतुष्टि है. मैं बिल्कुल दुखी नहीं हूं. पार्टी के निर्णय का ईमानदारी से पालन करूंगी पार्टी का निर्णय सर्वोपरि होता है. हमें अपने नेतृत्व पर विश्वास है. वहीं पति दयाशंकर सिंह पर पूछे गए सवाल पर कहा कि उनके विषय में उन्हीं से बात करनी चाहिए.

लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक स्वाति सिंह का टिकट काटकर ED के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. इसके पीछे का कारण स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह के बीच टिकट की लड़ाई बताई जा रही है. दरअसल, स्वाति सिंह के पति और बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह भी सरोजनी नगर विधानसभा सीट से दावेदारी ठोक रहे थे. वहीं, स्वाति सिंह भी दोबारा इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं. पति-पत्नी की इस लड़ाई का फायदा ईडी के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को मिल गया. जहां बीजेपी ने उन्हें सरोजनी नगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है. राजेश्वर सिंह लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह के पति हैं.

स्वाति सिंह के सपा में जाने की थी चर्चा
दरअसल, स्वाति सिंह सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से अपना टिकट कटने के बाद समाजवादी पार्टी में जाने को लेकर चर्चा में थी. मगर उन्होंने ऐसी किसी भी अफवाह का खंडन किया. स्वाति सिंह बुधवार को मीडिया के सामने आईं और उन्होंने कहा कि वह भाजपा में हैं और भाजपा में रहेंगी इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी व्यक्त किया.

गौरतलब है कि सरोजिनी नगर विधानसभा क्षेत्र को लेकर स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह आमने-सामने हो चुके थे. दोनों ने ही इस सीट से उम्मीदवारी पर अपना दावा ठोका था. पत्नी के विधायक होने के बावजूद सरोजनी नगर क्षेत्र में पति दयाशंकर सिंह के होर्डिंग नजर आने लगे थे. इसके बाद में एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें स्वाति सिंह बोलतीं सुनाई दे रही थी कि मंत्री होने के बावजूद उनके पति दयाशंकर सिंह उन पर हाथ उठा देते हैं.

भारतीय जनता पार्टी के लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों पर जब मंगलवार रात टिकट घोषित हुए तो स्वाति सिंह का टिकट कट गया था. जिसके बाद में यह चर्चा आम थी कि संभवत स्वाति सिंह समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकती हैं. मगर इस बीच समाजवादी पार्टी ने उत्तर क्षेत्र के पूर्व विधायक और सपा के पूर्व मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा को सरोजनी नगर से टिकट दे दिया और फिर स्वाति सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का खंडन किया कि वे समाजवादी पार्टी में जा रही हैं.

पति दयाशंकर से उनके झगड़े को लेकर जो सवाल पूछा गया तो स्वाति सिंह ने इस पर कहा कि इस बारे में उन्हीं से ही सवाल पूछा जाना चाहिए. वह कुछ नहीं कह सकती हैं. स्वाति सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग में बहुत अच्छा काम किया है. सरोजनी नगर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए हर संभव कोशिश करेंगी.

बता दें कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 17 उम्मीदवारों की घोषणा की. पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्वाचन क्षेत्र में परिवर्तन किया है जबकि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह को इस बार मौका नहीं दिया है. मंगलवार को भाजपा के घोषित उम्मीदवारों में लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) स्‍वाति सिंह की जगह पार्टी ने राजराजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा (यूपीपीपीएस) से वर्ष 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में प्रतिनियुक्ति पर गए थे और उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली.

भाजपा ने उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन को उनकी पुरानी सीट लखनऊ पूर्व से मौका दिया है जबकि 2017 में लखनऊ मध्य से चुनाव जीते कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को इस बार लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है. लखनऊ मध्य में पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रजनीश गुप्ता और लखनऊ पश्चिम में अंजनी श्रीवास्तव भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए हैं. लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र से योगेश शुक्ला को पार्टी ने मौका दिया है जबकि पिछली बार इस सीट पर भाजपा के ही अविनाश त्रिवेदी चुनाव जीते थे। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की विधायक पत्‍नी जय देवी को फिर से मलिहाबाद (अनुसूचित जाति) सीट से पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है.

पढ़ें : UP Election 2022 : भाजपा ने जारी की 17 उम्मीदवारों की सूची, मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कटा

उन्नाव जिले की भगवंतनगर सीट पर भाजपा ने आशुतोष शुक्ल को उम्मीदवार बनाया है जहां से 2017 में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित चुनाव जीते थे. राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को उनकी पुरानी सीट चित्रकूट से पार्टी ने टिकट दिया है. इस सूची में रायबरेली की ऊंचाहार सीट से भाजपा संगठन के पदाधिकारी अमरपाल मौर्य, अमेठी के गौरीगंज से चंद्रप्रकाश मिश्रा मटियारी और फतेहपुर के जहानाबाद से राजेंद्र पटेल और सीतापुर से राकेश राठौर गुरू को मौका मिला है. जहानाबाद क्षेत्र से पिछली बार राज्‍य मंत्री जयकुमार सिंह जैकी सहयोगी अपना दल (एस) से चुनाव जीते थे जिन्‍हें उनकी पार्टी ने इस बार फतेहपुर की बिन्दकी सीट से उम्मीदवार घोषित किया है. उन्नाव, लखनऊ, फतेहपुर, रायबरेली और सीतापुर जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है. भाजपा उत्तर प्रदेश में अब तक 314 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.