नालंदा: नीतीश के खास और चहेते मंत्री अशोक चौधरी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते साधते कह दिया कि ''देश में 90 फीसदी मुसलमान कनवर्टेड हैं. यहां का मुसलमान लंदन,अमेरिका या अफगानिस्तान से नहीं आया.'' उन्होंने सभी मुसलमानों को दलित बताया और कहा कि ये ब्राह्मणवादी व्यवस्था और छुआछूत से फंसकर मुसलमान बने हैं.
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'ये लंदन या अमेरिका से थोड़े आए हैं..': मंत्री अशोक चौधरी बीजेपी के लगाए गए आरोपों पर कहा कि हमने ये प्रावधान कोई नया नहीं लगाया है. माइनॉरिटी को यह प्रावधान पहले से ही है. बीजेपी हर मुद्दे पर सिर्फ हिन्दू मुसलमान का ही एंगल ढूंढती रहती है. बार-बार मुस्लिम-मुस्लिम करती रहती है. मुस्लिम कौन है? ये कोई अमेरिका से आए हुए मुसलमान नहीं हैं, नब्बे फीसदी ये सभी कनवर्टेड हैं जो कि छुआछूत और ब्रह्मणवादी व्यवस्था के चलते तंग आकर मुसलमान बन गए थे.
''भारतीय जनता पार्टी हिन्दू-मुस्लिम के लिए कुछ न कुछ बोलती रहती है. ये मुसलमान कोई लंडन से आए हैं? ये सभी मुसलमान आपने ब्राह्मणवादी व्यवस्था छुआछुत में फंसा दिया तो ये दलित से मुसलमान बन गए. क्योंकि मुसलमानों में छुआछूत नहीं था. कुछ बुद्धिस्ट हो गए. ये लोग तो दलित लोग हैं. इस देश के 90 प्रतिशत मुसलमान कनवर्टेड हैं. कोई अफगान से आए हैं ये सब मुसलमान ये भारतीय जनता पार्टी के लोग सिर्फ हवा बनाते रहते हैं.''- अशोक चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार
इसलिए मचा है घमासान: दरअसल, रमजान पर मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटे पहले आने और एक घंटे पहले जाने संबंधित आदेश निर्गत होने के बाद से बीजेपी महागठबंधन सरकार पर हमलावर है. बीजेपी का आरोप है कि नीतीश की सरकार PFI के एजेंडे पर काम कर रही है. बीजेपी ने इस आदेश को रद्द करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि अगर खत्म नहीं कर सकते तो नवरात्र में भी व्रतियों के लिए ऐसी ही व्यवस्था क्यों नहीं देते? इस मुद्दे पर सबसे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आदेश पर सवाल उठाया.