गुवाहाटी : उत्तर पूर्वी राज्य नागालैंड में संघर्ष विराम रहा है. इस संघर्ष विराम के समझौते में यह तय हुआ था कि नगा उग्रवादियों के इलाके में भारतीय सेना का कोई भी जवान हथियार के साथ नहीं जायेगा. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में, जो कि पिछले बुधवार का बताया जा रहा है, देखा जा सकता है कि भारतीय सेना के अधिकारी और उग्रवादियों के बीच कुछ बातचीत हो रही है. बताया जा रहा है कि 25वीं असम राइफल्स के 31 जवानों को नगा उग्रवादियों ने बंदी बना लिया था.
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एनएससीएन-आईएम नगा आर्मी ने असम राइफल्स के जवान को हिरासत में लिया. आखिरकार असम राइफल्स की टीम को युद्धविराम नियमों के अनुसार उन्हें हथियारों के साथ रिहा कर दिया गया. बताया गया कि वे जवान असम राइफल्स के जलुकी बटालियन के सिपाही थे. इनपर एनएससीएन-आईएम के कब्जे वाले क्षेत्र में प्रवेश करने का आरोप लगाया गया था. नियमित पेट्रोलिंग के दौरान सेना के जवानों का ध्यान भटक गया और वे सुदूर इलाके में घुस गए.
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जिस पर एनएससीएन-आईएम का कब्जा है. जलुकी भारतीय राज्य नागालैंड के पेरेन जिले का एक कस्बा है. सूत्रों के मुताबिक यह घटना बीते बुधवार की है. लेकिन असम राइफल्स ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.