पटना: बोचाहां विधानसभा उपचुनाव (Bochahan Assembly by Election in Biahr) में नामांकन के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है. भाजपा के खिलाफ वीआईपी ने भी प्रत्याशी दिए तो भाजपा नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया और अब भाजपा और वीआईपी के बीच ठन गई है. मुकेश साहनी को भाजपा से दुश्मनी लेना महंगा पड़ा गया है. मुकेश साहनी की पार्टी के तीनों विधायक बागी होकर उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद तीनों विधायक पहले विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष भाजपा के साथ जाने की औपचारिकता पूरी की और फिर उसके बाद भाजपा दफ्तर में तीनों विधायकों का मिलन समारोह हुआ.
मुकेश साहनी का विधायकों ने छोड़ा साथ: मिलन समारोह के मौके पर दोनों उप मुख्यमंत्री के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल मौजूद थे. गौरतलब है कि वीआईपी पार्टी विधायक राजू सिंह, मिश्री लाल यादव और सवारना सिंह ने वीआईपी पार्टी छोड़ दिया है और वो भाजपा में शामिल हो गए है. बाता दें कि बोचाहां विधानसभा उपचुनाव में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी की तरफ से दावेदारी को लेकर भाजपा खेमे में जबरदस्त नाराजगी थी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि- 'तीनों विधायक हमारी ही पार्टी से वीआईपी में गए थे और पार्टी ने ही उन्हें निर्देशित किया था. उनकी घर वापसी हुई है. हम उनका स्वागत करते हैं. मुकेश साहनी पिछले कुछ दिनों से भाजपा विरोधी मुहिम में लगे थे.'
'बिहार में NDA और मजबूत हुआ': उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि- 'तीनों विधायक भाजपा में आए हैं. उनके आने से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन मजबूत होगी. हम तीनों विधायकों का स्वागत करते हैं.' उप मुख्यमंत्री रेनू देवी ने कहा कि- 'तीनों विधायक भाजपा के ही थे और उनकी वापसी हुई है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी में आस्था जताई है. विधायकों का हम अपनी पार्टी में स्वागत करते हैं.'
वीआईपी चीफ मुकेश सहनी को लगा झटका: गौरतलब है कि (VIP Chief Mukesh Sahni) को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के तीनों विधायक बीजेपी में औपचारिक तौर पर शामिल हो गए (All three VIP MLA supported BJP in Bihar) हैं. दरअसल, राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्रीलाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचकर उन्हें पत्र सौंपा है. जिसके बाद विधानसभा में वीआईपी के तीनों विधायकों को बीजेपी विधायक दल में विलय को मंजूरी दे दी गई. इसके साथ ही बिहार विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या में इजाफा हो गया है. अब बीजेपी बिहार में 77 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.