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ग्लेशियर खिसकने से भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मार्ग बंद

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मुनस्यारी-मिलम पैदल मार्ग मपांग के पास भारी ग्लेशियर आने से बंद हो गया है. ऐसे में जवानों और स्थानीय लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : May 25, 2021, 8:58 PM IST

पिथौरागढ़ : भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मुनस्यारी-मिलम पैदल मार्ग ग्लेशियर टूटने की वजह से बाधित हो गया है. मपांग के पास भारी ग्लेशियर खिसकने से बॉर्डर इलाकों में आवाजाही ठप हो गई है. मार्ग बंद होने से सीमा पर तैनात जवानों के साथ ही माइग्रेशन पर गए लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं चीन सीमा को जोड़ने वाले लिपुलेख मार्ग पर भी कई जगह ग्लेशियर से हिमखंड टूटने से आवाजाही ठप है. प्रशासन का कहना है कि जल्द ही मार्ग खोलकर आवाजाही को सुचारू कर दिया जाएगा.

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी के बाद अब ग्लेशियरों से हिमखंड टूटने शुरू हो गए हैं. मपांग के पास छिरकानी में ग्लेशियर खिसकने से मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद हो गया है. इस मार्ग के बंद होने से सुरक्षा एंजेंसियों के साथ ही माइग्रेशन पर गए लोगों की दिक्कत बढ़ गई है. लोक निर्माण विभाग ने मार्ग से बर्फ हटाने के लिए मजदूर लगा दिए हैं. शुक्रवार तक मार्ग खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. जिसके बाद ही बॉर्डर इलाकों में आवाजाही सुचारू हो पाएगी. मिलम के राजस्व उपनिरीक्षक ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंप दी है.

मुनस्यारी-मिलम पैदल मार्ग पर आया ग्लेशियर.

वहीं, लिपुलेख मार्ग पर हिमखंड हटाने का कार्य बीआरओ की ओर से किया जा रहा है. मामले में जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि ग्लेशियरों से हिमखंड टूटने की वजह से मिलम और लिपुलेख मार्ग बाधित हुआ है. जिसे खोलने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए गए हैं. जल्द ही बॉर्डर इलाकों में आवाजाही को सुचारू कर दिया जाएगा.

पढ़ेंः उत्तराखंड के ट्यूलिप गार्डन को प्रकाश जावड़ेकर ने बताया देश का गौरव

पिथौरागढ़ : भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मुनस्यारी-मिलम पैदल मार्ग ग्लेशियर टूटने की वजह से बाधित हो गया है. मपांग के पास भारी ग्लेशियर खिसकने से बॉर्डर इलाकों में आवाजाही ठप हो गई है. मार्ग बंद होने से सीमा पर तैनात जवानों के साथ ही माइग्रेशन पर गए लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं चीन सीमा को जोड़ने वाले लिपुलेख मार्ग पर भी कई जगह ग्लेशियर से हिमखंड टूटने से आवाजाही ठप है. प्रशासन का कहना है कि जल्द ही मार्ग खोलकर आवाजाही को सुचारू कर दिया जाएगा.

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी के बाद अब ग्लेशियरों से हिमखंड टूटने शुरू हो गए हैं. मपांग के पास छिरकानी में ग्लेशियर खिसकने से मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद हो गया है. इस मार्ग के बंद होने से सुरक्षा एंजेंसियों के साथ ही माइग्रेशन पर गए लोगों की दिक्कत बढ़ गई है. लोक निर्माण विभाग ने मार्ग से बर्फ हटाने के लिए मजदूर लगा दिए हैं. शुक्रवार तक मार्ग खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. जिसके बाद ही बॉर्डर इलाकों में आवाजाही सुचारू हो पाएगी. मिलम के राजस्व उपनिरीक्षक ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंप दी है.

मुनस्यारी-मिलम पैदल मार्ग पर आया ग्लेशियर.

वहीं, लिपुलेख मार्ग पर हिमखंड हटाने का कार्य बीआरओ की ओर से किया जा रहा है. मामले में जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि ग्लेशियरों से हिमखंड टूटने की वजह से मिलम और लिपुलेख मार्ग बाधित हुआ है. जिसे खोलने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए गए हैं. जल्द ही बॉर्डर इलाकों में आवाजाही को सुचारू कर दिया जाएगा.

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