अहमदनगर : अकोला जिले के बाद अहमदनगर जिले के शेवगांव में दो गुटों में पथराव की घटना हुई है. छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती पर जुलूस के दौरान रात करीब आठ बजे पथराव किया गया. पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पथराव करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्थिति को काबू में किया है वहीं इलाके में तनाव बढ़ता ही जा रहा है. फिलहाल इलाके में शांति है.
पुलिस ने शांति भंग करने वाले 102 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस बल की 2 टुकड़ियों को शेवगांव में तैनात किया गया है. बेकाबू भीड़ ने दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा. प्रारंभिक जानकारी यह है कि इस घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. शाम को शहर में शोभायात्रा निकाली गई.
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इसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया. जुलूस रात करीब आठ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पहुंचा. बताया जाता है कि अचानक एक समूह ने जुलूस की दिशा में पथराव किया. दूसरे गुट का कहना है कि पहले धार्मिक स्थल पर पथराव किया गया था. ऐसे में अफवाह फैलने के बाद दोनों ओर से पथराव हुआ. तो सब भ्रमित हो गए.
31 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया : पुलिस ने कहा कि भीड़ ने गाड़ियों पर पथराव भी किया और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ भी की. उन्होंने कुछ दुकानों पर भी हमला कर उनको नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 50 लोगों को हिरासत में लिया है. जिला पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने रात में घटना स्थल का निरीक्षण किया है. वह सुबह 10 बजे वापस शेवगांव पहुंचे और घटना स्थल का दौरा कर जानकारी ली.
पथराव की घटना के बाद पुलिस ने 31 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस आगे की जांच कर रही है. मौके पर पुलिस उपाधीक्षक संदीप मितके ने खुद दुकानों में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया. नागरिकों की मांग है कि जिले में सामाजिक गड़बड़ी के खिलाफ समयबद्ध कार्रवाई की जाए.