मुंबई : उद्योगपति गौतम अडाणी रात करीब 9 बजे शरद पवार के 'सिल्वर ओक' आवास पहुंचे. खबर है कि दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई. इस मुलाकात के दौरान सांसद सुप्रिया सुले भी मौजूद रहीं. दिलचस्प बात यह है कि शरद पवार ने बीते शनिवार को बारामती में गौतम अडाणी की तारीफ की. इसके बाद गुरुवार रात इन दोनों की मुलाकात से राजनीतिक गलियारे में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
धारावी पुनर्विकास के मुद्दे पर अडानी को शिवसेना, उद्धव ठाकरे समूह और कांग्रेस की ओर से निशाना बनाया जा रहा है. दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी के घटक दल शरद पवार अक्सर गौतम अडाणी का समर्थन करते नजर आते हैं. लिहाजा, शरद पवार और गौतम अडाणी के रिश्ते को लेकर महाविकास अघाड़ी में अंदरूनी कानाफूसी शुरू हो गई है.
इससे पहले भी शरद पवार और गौतम अडाणी की मुलाकात सितंबर महीने में हुई थी. लेकिन गुरुवार रात अडाणी की अचानक पवार से मुलाकात के बाद सभी का ध्यान इस बात पर केंद्रित हो गया है कि आखिर दोनों के बीच क्या चर्चा हुई.
बता दें कि शरद पवार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की गौतम अडाणी की जांच संसद की संयुक्त समिति से कराने की मांग का भी विरोध किया था. गौतम अडाणी के साथ शरद पवार की बढ़ती नजदीकियों ने आने वाले दिनों में महा विकास अघाड़ी में खटास पैदा होने की संभावना बढ़ा दी है.
चर्चा है कि एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती मुंबई में धारावी के पुनर्विकास का ठेका उद्योगपति गौतम अडाणी को दिया जाएगा. इस पृष्ठभूमि में, उद्धव ठाकरे समूह ने इस क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के लिए अडाणी के खिलाफ विशाल प्रदर्शन किया. हालांकि, एनसीपी और शरद पवार ने उद्धव की इस रैली से दूरी बना कर रखी. इस मार्च के दौरान अपने भाषण में उद्धव ठाकरे ने गौतम अडाणी और बीजेपी की जमकर आलोचना की.
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र को धारावी में ले आएंगे. इसी तरह, जिन लोगों ने धारावी की सुपारी ली है, उन्हें ध्यान देना चाहिए कि यह एक जाल है. इसके साथ ही ठाकरे ने यह भी मांग की कि जो व्यवसाय गुजरात चले गए हैं उन्हें धारावी में वापस लाया जाना चाहिए.