सतारा : महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक बड़ा ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक डेढ़ साल की बच्ची के गले में जेली चॉकलेट फंसने से उसकी मौत हो गयी. इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी ने पुलिस से शिकायत की है. बच्ची कर्मवीरनगर-कोडोली की रहने वाली थी. इस घटना के बाद से लोग बच्चे को जेली चॉकलेट देने से बच रहे हैं.
मामले के अनुसार बच्ची अपने माता- पिता के साथ रही थी. उसके पड़ोस में रहने वाली एक बच्ची ने उसे जेली चॉकलेट खाने के लिए दिया. उसने भी इस जेली चॉकलेट को खा लिया. लेकिन चॉकलेट उसके गले में फंस गई और उसे खांसी आने लगी. जल्द ही वह बेहोश हो गई. उसकी मां ने जब यह देखा तो उसने पड़ोसियों को बुलाया और उसे तुरंत जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्ची की जांच की. हालांकि, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. मां सदमे में है कि गले में चॉकलेट फंसने से बच्ची की मौत कैसे हो सकती है. मौत की खबर फैलने के बाद गांव में मातम छा गया. चिकित्सा अधिकारी डॉ. सालुंखे ने सतारा शहर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
बता दें कि पिछले महीने तेलंगाना के वारंगल शहर में एक आठ साल के बच्चे की उसके पिता द्वारा विदेश से लाए चॉकलेट खाने के कारण दम घुटने से मौत हो गई. चॉकलेट बच्चे संदीप सिंह के गले में फंस गई. उसे एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. पुलिस के अनुसार, कस्बे में बिजली की दुकान चलाने वाले कंगन सिंह के परिवार में यह हादसा हुआ.
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राजस्थान के मूल निवासी कंगन सिंह करीब 20 साल पहले वारंगल चले गए थे और अपने परिवार और चार बच्चों के साथ वहीं रह रहे थे. ऑस्ट्रेलिया की यात्रा से लौटने पर कंगन सिंह अपने बच्चों के लिए चॉकलेट लेकर आए थे. संदीप शनिवार को कुछ चॉकलेट अपने स्कूल ले गया. एक चॉकलेट मुंह में डालने के बाद वह गले में फंस गई. जिसके चलते वह क्लास में गिर गया और सांस लेने के लिए हांफने लगा. शिक्षक ने स्कूल प्रशासन को इसकी जानकारी दी, जो उसे सरकारी एमजीएच अस्पताल ले गए. डॉक्टरों के मुताबिक, संदीप की दम घुटने से मौत हो गई.