श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को 'विश्व गुरु' बनाना चाहते हैं, तो उन्हें कश्मीर मुद्दे का समाधान करना होगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह इस देश को 'विश्व गुरु' (वैश्विक नेता) बनाएंगे, लेकिन देश के 'विश्व गुरु' बनने का रास्ता जम्मू-कश्मीर से होकर गुजरता है.
महबूबा मुफ्ती श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर पार्क में पीडीपी के 23वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में पीडीपी की यह पहली बड़ी सभा थी, जिसे प्रशासन ने अनुमति दी थी. अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर प्रशासन पीडीपी को बड़ी सभाएं आयोजित करने की इजाजत नहीं दे रहा था.
मुफ्ती ने कहा, 'भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का 'विश्व गुरु' बन सकता है, क्योंकि इसके पास शक्ति, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता है, जिसे आज के समय में आप (सरकार) तोड़ रहे हैं, लेकिन अगर आप देश को 'विश्व गुरु' बनाना चाहते हैं, तो इसका रास्ता जम्मू-कश्मीर से होकर जाता है.' महबूबा मुफ्ती ने पड़ोसी देशों खासकर पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार को कश्मीर मुद्दे को सुलझाना होगा और शांतिपूर्ण संबंधों के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी होगी.
उन्होंने कहा, 'जब तक आप (मोदी) कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं करेंगे, तब तक आपके पैर इससे बंधे रहेंगे. 'विश्व गुरु' बनने की राह G-7 या G-20 या Quad से नहीं, बल्कि सार्क (SAARC) से होकर गुजरती है, जहां आपके पड़ोसी पाकिस्तान, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और अन्य देश इसका हिस्सा हैं.' पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, 'जब आप (भारत) अपने पड़ोसियों के 'गुरु' नहीं बन सके, तो आप 'विश्व गुरु' कैसे बनेंगे? सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) को आगे ले जाने में सबसे बड़ी बाधा क्या है? यह भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध हैं.'
'सिर्फ जम्मू-कश्मीर की सीमा पर गोलीबारी क्यों'
उन्होंने कहा कि भारत जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान में पाकिस्तान के साथ अपनी सीमा साझा करता है, लेकिन सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही क्यों फायरिंग जोन बन गया है. उन्होंने कहा कि गोलीबारी या युद्ध सिर्फ जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर होता है. दस लाख फौज सिर्फ जम्मू-कश्मीर में हैं. जम्मू-कश्मीर में लोगों का जीवन दयनीय हो गया है. इसलिए, जब तक आप पाकिस्तान के साथ अपने संबंध नहीं सुधारेंगे और उनसे बात नहीं करेंगे, तब तक जम्मू-कश्मीर युद्ध का मैदान बनने से कैसे रुकेगा.'
जम्मू-कश्मीर को शांत क्षेत्र घोषित करने की मांग
महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से जम्मू-कश्मीर को शांति क्षेत्र घोषित करने और सभी सार्क देशों को यहां निवेश करने के लिए आमंत्रित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सार्क देशों को जम्मू-कश्मीर में बैंक और हस्तशिल्प विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति देने के साथ सभी मार्ग खोले जाएं और सभी को स्वतंत्र रूप से आवाजाही की अनुमति दी जाए. पीडीपी मुखिया ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच वाघा सीमा (पंजाब) पर व्यापार चलता है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में व्यापार मार्ग बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा, 'अगर पंजाब के साथ वहां व्यापार चलता है, तो आपने इसे हमारी तरफ से क्यों निलंबित कर दिया?'
सुरक्षा बलों की मौजूदगी की ओर इशारा करते हुए महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अंदर जंग चल रही है. उन्होंने कहा, 'एक तरफ दस लाख सैन्यकर्मी और दूसरी तरफ बंदूकों के साथ युवा. आपको इस मुद्दे को सुलझाना होगा और कोई दूसरा विकल्प नहीं है.' साथ ही महबूबा मुफ्ती ने 'हर घर तिरंगा' अभियान को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' को भी राजनीति का हिस्सा बना दिया है. सरकार को पहले चीन के कब्जे से भारत की जमीन वापस लेनी चाहिए और वहां जाकर तिरंगा फहराना चाहिए.
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पीडीपी अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से जम्मू-कश्मीर को मध्य और दक्षिण एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए भी कहा. मुफ्ती ने कहा, 'पाकिस्तान और चीन ने कहा है कि सभी देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का हिस्सा बन सकते हैं, एक ऐसा मार्ग जो दूसरे तरफ के जम्मू-कश्मीर से होकर मध्य एशिया और दक्षिण एशिया तक जाता है। लेकिन आपने कहा कि ऐसा मत करो, लेकिन वे इसे करेंगे और वे नहीं रुकेंगे क्योंकि आपने ऐसा कहा था.'