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हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए नैनीताल में तीन दिवसीय मंथन शुरू, देशभर के सांसद कर रहे प्रतिभाग

हिंदी को देशभर के सरकारी कार्यालय में लागू करने को लेकर हिंदी राजभाषा उपसमिति की बैठक नैनीताल में शुरू हो गई है. बैठक तीन दिनों तक चलेगी. बैठक में देशभर से आए सांसद प्रतिभाग कर रहे हैं.

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हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए मंथन.
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Published : May 2, 2022, 10:14 PM IST

नैनीतालः हिंदी को देशभर के सरकारी कार्यालय में लागू करने को लेकर हिंदी राजभाषा उपसमिति (Committee of Parliament on Official Language) की बैठक नैनीताल में शुरू हुई. जिसमें देशभर से आए सांसदों ने प्रतिभाग किया. जानकारी देते हुए उपसमिति के अध्यक्ष एवं हरियाणा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा (rajya sabha MP Ramchandra Jangra) ने बताया कि नैनीताल में तीन दिनों तक बैठक का आयोजन किया जा रहा है. बैठक में हुए फैसलों को केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा.

बातचीत करते हुए उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि हिंदी को राजभाषा बनाने के उद्देश्य से शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है, ताकि बच्चे स्कूल में पढ़ाई के दौरान अपनी राजभाषा का ज्ञान ले सकें. गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में सरकार के प्रयासों से 100 प्रतिशत हिंदी में कामकाज शुरू कर दिया गया है. जल्द ही देशभर के कार्यालयों में भी हिंदी एवं स्थानीय भाषा में काम शुरू कर दिया जाएगा.

हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए मंथन.

इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा देश के न्यायालय में भी हिंदी भाषा में कामकाज शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है. सरकार अंग्रेजी को दूरकर राजभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं में काम करवाने जा रही है. उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि उनके द्वारा नैनीताल में मंत्रालय समेत शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण कर राजभाषा व स्थानीय भाषा में हो रहे काम का निरीक्षण भी किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः बर्लिन में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत, जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ की द्विपक्षीय वार्ता

कुमाऊंनी व गढ़वाली भाषा को मिलेगी पहचानः नैनीताल पहुंचे राजभाषा उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र ने कहा कि उत्तराखंड के दोनों मंडल कुमाऊं और गढ़वाल की स्थानीय भाषाओं को नई पहचान मिलने जा रही है. सरकार द्वारा कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषाओं को कामकाज के तौर पर प्रयोग करने का ड्राफ्ट बनाया गया है, जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा. सरकार के इस प्रयास से स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा और अंग्रेजी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी.

सदस्यों का नैनीताल भ्रमणः नैनीताल पहुंचे देश के विभिन्न राज्यों के सांसदों ने बैठक के बाद नैनीझील में नौकायन किया, जिसके बाद सभी लोग विश्व प्रसिद्ध मां नैना देवी के मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की. मां के दर्शन के बाद सदस्यों ने पायलट बाबा आश्रम नीम करोली आश्रम भीमताल समेत आसपास के पर्यटक स्थलों का दीदार किया.

देशभर की झीलों का कायाकल्पः नैनीताल पहुंचे हरियाणा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत की गई है. जिसमें देशभर की झीलों, पोखरो और नदियों को स्वच्छ व निर्मल रखने का संकल्प लिया गया है. ताकि देश में हो रही पानी की किल्लत से बचाया जा सके. योजना का शुभारंभ हरियाणा से कर दिया गया है, जल्द ही देश के सभी राज्यों और शहरों में योजना धरातल पर दिखेगी. इस दौरान बरेली के सांसद धर्मेंद्र कश्यप, बिहार मधुबनी के सांसद अशोक यादव, केरल सांसद हिरनाना कराड़े समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

नैनीतालः हिंदी को देशभर के सरकारी कार्यालय में लागू करने को लेकर हिंदी राजभाषा उपसमिति (Committee of Parliament on Official Language) की बैठक नैनीताल में शुरू हुई. जिसमें देशभर से आए सांसदों ने प्रतिभाग किया. जानकारी देते हुए उपसमिति के अध्यक्ष एवं हरियाणा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा (rajya sabha MP Ramchandra Jangra) ने बताया कि नैनीताल में तीन दिनों तक बैठक का आयोजन किया जा रहा है. बैठक में हुए फैसलों को केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा.

बातचीत करते हुए उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि हिंदी को राजभाषा बनाने के उद्देश्य से शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है, ताकि बच्चे स्कूल में पढ़ाई के दौरान अपनी राजभाषा का ज्ञान ले सकें. गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में सरकार के प्रयासों से 100 प्रतिशत हिंदी में कामकाज शुरू कर दिया गया है. जल्द ही देशभर के कार्यालयों में भी हिंदी एवं स्थानीय भाषा में काम शुरू कर दिया जाएगा.

हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए मंथन.

इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा देश के न्यायालय में भी हिंदी भाषा में कामकाज शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है. सरकार अंग्रेजी को दूरकर राजभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं में काम करवाने जा रही है. उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि उनके द्वारा नैनीताल में मंत्रालय समेत शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण कर राजभाषा व स्थानीय भाषा में हो रहे काम का निरीक्षण भी किया जाएगा.

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कुमाऊंनी व गढ़वाली भाषा को मिलेगी पहचानः नैनीताल पहुंचे राजभाषा उपसमिति के अध्यक्ष रामचंद्र ने कहा कि उत्तराखंड के दोनों मंडल कुमाऊं और गढ़वाल की स्थानीय भाषाओं को नई पहचान मिलने जा रही है. सरकार द्वारा कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषाओं को कामकाज के तौर पर प्रयोग करने का ड्राफ्ट बनाया गया है, जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा. सरकार के इस प्रयास से स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा और अंग्रेजी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी.

सदस्यों का नैनीताल भ्रमणः नैनीताल पहुंचे देश के विभिन्न राज्यों के सांसदों ने बैठक के बाद नैनीझील में नौकायन किया, जिसके बाद सभी लोग विश्व प्रसिद्ध मां नैना देवी के मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की. मां के दर्शन के बाद सदस्यों ने पायलट बाबा आश्रम नीम करोली आश्रम भीमताल समेत आसपास के पर्यटक स्थलों का दीदार किया.

देशभर की झीलों का कायाकल्पः नैनीताल पहुंचे हरियाणा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत की गई है. जिसमें देशभर की झीलों, पोखरो और नदियों को स्वच्छ व निर्मल रखने का संकल्प लिया गया है. ताकि देश में हो रही पानी की किल्लत से बचाया जा सके. योजना का शुभारंभ हरियाणा से कर दिया गया है, जल्द ही देश के सभी राज्यों और शहरों में योजना धरातल पर दिखेगी. इस दौरान बरेली के सांसद धर्मेंद्र कश्यप, बिहार मधुबनी के सांसद अशोक यादव, केरल सांसद हिरनाना कराड़े समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

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