क्योंझर: ओडिशा की पहली ट्रांसजेंडर वकील सलमा बेगम 4 अप्रैल से क्योंझर के बड़बिल कोर्ट में प्रैक्टिसिंग एडवोकेट के रूप में शामिल हुईं. इससे पहले सलमा ने ओडिशा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस के पद के लिए आवेदन करने के बाद सुर्खियां बटोरीं थी. जिसका परिणाम अभी आना बाकी है, इस बीच सलमा ने अपनी लॉ की डिग्री पूरी कर ली. सलमा जन्म से सलमा नहीं थी, वो भुयन रोइडा में मोहम्मद सलीम के रूप में जन्मी थीं. सलीम का जन्म पुरुष के शरीर में हुआ था, लेकिन हमेशा से उन्हें इस शरीर में घुटन महसूस होती थी. 2015 में साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करने के दौरान वह ट्रांसजेंडर नेता मीरा परिदा से मिलने राजधानी भुवनेश्वर आईं, परिदा ने उन्हें ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आने और मिलने की सलाह दी. परिदा के साथ वह मुलाकात सलीम के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, उस मुलाकात ने उन्हें डर को दूर कर वास्तविकता को स्वीकार कर खुलकर सामने आने की ताकत दी.
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वैसे तो हमारा समाज काफी हद तक बदल चुका है, लेकिन जब सलमा लॉ का कोर्स कर रही थीं, उस वक्त उन्हें काफी जिल्लत झेलनी पड़ी थी. वो अपने बैचमेट्स के साथ किसी भी पार्टी या पिकनिक में शामिल नहीं हो पाती थीं. लेकिन उन्हें खुद पर काफी भरोसा था. उन्होंने क्योंझर के प्रभास मंजरी लॉ कॉलेज से 2021 में एलएलबी पूरी की. फिर ओडिशा बार काउंसिल में पंजीकरण करवा लिया. उसके बाद सलमा को बड़बिल कोर्ट में प्रैक्टिस करने का बार लाइसेंस मिला. सलमा ने कहा कि, "2021 में, ट्रांसजेंडर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 लागू होने के बाद, मुझे अपना आधार कार्ड मिला, जिससे मुझे कुछ करने का विश्वास मिला और इसलिए मैंने इस उम्मीद के साथ लॉ कोर्स करने का फैसला किया कि एक दिन मैं बड़बिल कोर्ट में अपने गृहनगर में अभ्यास करूंगी. एक मीडिया चैनल से बात करते हुए ओडिशा के कानून मंत्री प्रताप जेना ने कहा- यह जानकर अच्छा लगा कि सभी बाधाओं को तोड़ते हुए सलमा को कोर्ट में अभ्यास करने के लिए ओडिशा बार काउंसिल से लाइसेंस मिला है. मैं उसे भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं.