मेरठ: जिले के एक ब्लाइंड स्कूल की दो छात्राओं को गीता के सभी श्लोक याद हैं. इनके गुरु का दावा है कि इन्हें गीता के सभी 700 श्लोक याद हैं. दोनों ही छात्राओं को कई मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है. यही नहीं इनका एक वीडियो भी है, जिसमें गीता के 16 अध्याय को दोनों सुना रही हैं. जैसे राष्ट्रगान बीच में नहीं छोड़ा जाता है, उसी तरह शास्त्रों में कहा जाता है कि गीता के किसी अध्याय को बीच में नहीं छोड़ा जाता.
लोहिया नगर में ब्रजमोहन स्कूल फॉर द ब्लाइंड है. इस स्कूल में ऐसी ही बेटियां हैं, जो दृष्टिबाधित हैं. ये सभी स्कूल प्रांगण में ही बने छात्रावास में रहती हैं. रिदा जेहरा ने बताया कि ब्रेन लिपि के माध्यम से और सुनकर उसने निरंतर अभ्यास के बाद श्रीमद भगवद्गीता को पढ़ना शुरू किया. हालांकि, अपनी नियमित ब्रेन लिपि से होने वाली पढ़ाई को भी डिस्टर्ब नहीं किया. लगातार अभ्यास का परिणाम यह हुआ कि अब उसे गीता का हर एक श्लोक मुंहजुबानी उसके भावार्थ के साथ याद है.
रिदा जेहरा कहती हैं कि भले ही वह मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हो. लेकिन, उसके पिता हमेशा उसका हौसला बढ़ाते हैं. पूर्व में समाजवादी के शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी रिदा को उसके इस हुनर के लिए सम्मानित कर चुके हैं. अब तक अनेकों मंचों पर रिदा सम्मान पा चुकी है. जब रिदा गीता के विभिन्न श्लोक सुनाती है तो लगता है कि जैसे किसी किताब से पढ़कर सुना रही है. जबकि, सभी श्लोक रिदा को याद हैं. रिदा को महाराष्ट्र सरकार भी सम्मानित कर चुकी है. हरियाणा के मुख्यमंत्री भी इस बेटी को सम्मानित कर चुके हैं.
रिदा जेहरा के नक्शे कदम पर ही एक दूसरी बेटी रितिका भी भगवत गीता को याद कर चुकी है. रिदा जेहरा के साथ रितिका भी अब तो अलग-अलग कार्यक्रमों में सम्मानित हो चुकी है. दोनों बेटियां विभिन्न मंचों पर एक साथ प्रस्तुति देती हैं. जिन्हें देखकर हर कोई इनका का उत्साहवर्धन करता है. रितिका को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सम्मानित कर चुके हैं. इसके अलावा ये दोनों बेटियां और भी एक्टिविटीज में प्रतिभाग करती हैं.
रिदा का कहना है कि गीता पढ़कर उसके अंदर ताकत आई है. उसे लगता है कि वह हर परेशानी से बाहर आ गई है. रिदा ने बताया कि उसे गीता के श्लोक ताकत देते हैं. वहीं, रितिका का कहना है कि भले ही उसे कोई भी समस्या हो. लेकिन, गीता पढ़ने के बाद जब श्लोकों के अर्थ पढ़े तो उसे ऊर्जा मिली और वह अपने को किसी से कम नहीं समझती.
ब्लाइंड स्कूल में बालिकाओं को पढ़ाने वाले अध्यापक वैभव शर्मा बताते हैं कि स्कूल में नियमित गीता का पाठ होता है. उन्होंने बताया कि वे संस्कृत और कम्प्यूटर विषय का ज्ञान बच्चों को कराते हैं. दोनों लड़कियों को गीता पिछले सात साल से वैभव शर्मा ही पढ़ा रहे हैं. वैभव शर्मा ने बताया कि रितिका सम्भल जिले की है. ये 10 साल से ब्लाइंड स्कूल में रह रही है. रिदा मेरठ से ही है और ये 11 साल से रह रही है. ये दोनों ही छात्राएं आठवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं. गीता के सभी श्लोक याद करने वाली बेटियों को गीता के विषय में हर भाग की जानकारी है.