नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सार्क शिखर सम्मेलन के लिए कोई आम सहमति नहीं बनी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि सार्क सम्मेलन का आयोजन का रास्ता साफ हो, ऐसे कोई संकेत नहीं हैं.
भारत ने कहा, उस स्थिति में कोई 'भौतिक परिवर्तन' नहीं है जिससे रुके हुए सार्क शिखर सम्मेलन को आयोजित किया जा सके. भारत की तरफ से यह बयान पाकिस्तान द्वारा सम्मेलन की मेजबानी करने के अपने प्रस्ताव को दोहराने के कुछ दिनों बाद आया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हमने सार्क शिखर सम्मेलन के बारे में पाकिस्तान के विदेश मंत्री की टिप्पणियों के संबंध में मीडिया की खबरें देखी हैं. आप इस पृष्ठभूमि से अवगत हैं कि 2014 के बाद से सार्क शिखर सम्मेलन क्यों नहीं हुआ.'
उन्होंने प्रेस वार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा, 'तब से स्थिति में कोई भौतिक परिवर्तन नहीं हुआ है. इसलिए, अभी भी कोई आम सहमति नहीं है जो शिखर सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति देती हो.'
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इससे पहले गत तीन जनवरी को खबर आई थी कि पाकिस्तान ने सार्क शिखर सम्मेलन (SAARC Summit) में शामिल होने के लिए भारत को न्योता भेजा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का कहना है कि उसे अभी तक कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि इस्लामाबाद शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है और अगर भारत व्यक्तिगत रूप से भाग नहीं लेना चाहता है तो वह इसमें ऑनलाइन शामिल हो सकता है.
(एजेंसी इनपुट)