बिलासपुर : आपदा के समय जहां कई जगहों पर लोगों को अपनों का साथ नहीं मिल रहा है. वहीं, सात समंदर पार हांगकांग में रह रहा बिलासपुर के नोआ का लाडला मयंक वैद अपनों की चिंता में डूबा हुआ है. आपदा की इस घड़ी में अपनों को किसी तरह की समस्या न झेलनी पड़े. इसके लिए मयंक ने जिले के लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
मयंक वैद ने हांगकांग से 24 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें भेजी हैं, जो कि आपदा के इस समय किसी वरदान से कम नहीं होंगी. कोरोना काल में अधिकतर मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है. इसके लिए उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद लेनी पड़ रही है. मयंक मल्टीनेशनल कंपनी में सीनियर लॉयर हैं.
कुछ दिनों में बिलासपुर पहुंचेगा मेडिकल सामान
बताया जा रहा है कि इस मेडिकल सामग्री को हांगकांग से भारत के लिए भेज दिया है. कुछ ही दिनों में यह बिलासपुर पहुंच जाएंगी. वहीं, मयंक वैद का मानना है कि इस संकट के दौर में अगर वह अपने लोगों को कुछ राहत दे सकें या कुछ भी उनकी सेवा कर सके तो उनके लिए यह बड़ी बात होगी. मयंक वैद स्वर्गीय अशोक वैद सेवानिवृत्त डीआईजी बीएसएफ और माता समाजसेवी नीरू वैध के छोटे बेटे हैं. इनके बड़े भाई अमेरिका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. इनका विवाह हांगकांग में ही थैरेसा से हुआ. वहीं, इनके तीन बेटे हैं. मंयक वैद के भाई लक्ष्य वैद ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत आने के बारे में बताया कि कुछ ही दिनों में यह मेडिकल सामान बिलासपुर पहुंच जाएगा और उसे जिला अस्पताल व कोविड सेंटर्स में जरूरत के हिसाब से भेज दिया जाएगा.
वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना चुके हैं मयंक
मयंक वैद ने 463 किलोमीटर एंडुरोमन रेस जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले मयंक पहले भारतीय बने हैं. यही नहीं इसके अलावा इन्होंने तैराकी स्पर्धा में भी कई चैनल पार किए हैं.
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