शाहजहांपुरः इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा देर रात शाहजहांपुर एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे. इस मौके पर वह मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल की हत्या RSS की साजिश है. यह हिंदू-मुसलमानों के बीच दूरियां बढ़ाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में चुनाव आने वाले हैं इसलिए ये कोशिश की जा रही है कि हिंदू और मुसलमान में इतना बंटवारा कर दो कि ये दोनों एक दूसरे के दुश्मन हो जाएं. उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल की बलि दी गई है.
वहीं, दावते इस्लामी को लेकर मौलाना तौकीर रजा ने बड़ा बयान दिया. कहा कि इस इंटरनेशनल तंजीम को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. दावते इस्लामी एक ख़ालिस मजहबी तंजीम है. दावते इस्लामी ने जो भी काम किए है वह सब इस्लाम के मानने वालों के हित में उठाए गए कदम हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सबसे पहले आरएसएस ने देश का विभाजन कराया. आरएसएस को मानने वाले जिन्ना को बलि का बकरा बनाया गया. उन्होंने कहा कि जिन्ना का कभी खतना नहीं हुआ जबकि गांधी को मारने वाले गोडसे का खतना करके उन्हें मारने भेजा गया ताकि हिंदू-मुस्लिम फसाद देश में भड़काया जा सके और आरएसएस अपने मंसूबों में कामयाब हो जाए. उन्होंने यह भी कहा कि शहीद-ए-वतन हेमंत करकरे को मरवाया गया था क्योंकि अगर वह मुंह खोलते तो कई लोग बेनकाब हो जाते.
उन्होंने कहा कि आखिर पीएम मोदी इस मुद्दे पर अपना मौन क्यों नहीं तोड़ते हैं. वह बोले कि पीएम जिस किसी को भी मानते हैं उनसे मुहूर्त निकलवाकर इस मसले पर चुप्पी तोड़ें. देश को सही रास्ते पर लाने के लिए दो शब्द बोलें. आज जो कुछ भी हो रहा है ये देशहित में नहीं है. उन्होंने उदयपुर कांड और महाराष्ट्र में हुई हत्या को सीधे तौर पर चुनावी लाभ लेने के लिए रचा गया षड्यंत्र करार दिया. हालांकि दावते इस्लामी की विभिन्न शहरों में जगह-जगह रखी गई गोलकों में इकट्ठा किए जा रहे चंदे के सवाल पर वह इस संगठन की पैरवी करते नजर आए.
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