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मौलाना कलीम की गिरफ्तारी एक साजिश : रिहाई मंच - मौलाना कलीम की गिरफ्तारी

रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब ने मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी को एक साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार असली मुद्दों से लोगों को ध्यान भटकाना चाहती है और वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है.

रिहाई मंच
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Published : Sep 23, 2021, 7:10 PM IST

नई दिल्ली : मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी पर रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब ने कहा कि सिद्दीकी की गिरफ्तारी से पता चलता है कि योगी सरकार बहुसंख्यक समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि उनका धर्म खतरे में है.

उन्होंने कहा कि इस कारण से केवल राज्य में सत्तारूढ़ दल ने 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए वोटों के ध्रुवीकरण के उद्देश्य से मुसलमानों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है. मुहम्मद शुएब ने कहा कि योगी सरकार मुसलमानों को डराने की कोशिश में लगी हुई है.मुसलामानों से हिंदुओं को आतंकित किया जा रहा है. ताकि दोनों समुदाय के बीच खाईं बढ़े और हिंदु-मुस्लिम सार्वजनिक मुद्दे पर एक साथ न आवाज उठा सकें.

रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब का बयान.

उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी एक प्रतिष्ठित इस्लामी विद्वान हैं, जिस तरह से उनकी धार्मिक गतिविधियों का अपराधीकरण किया जा रहा है वह एक साजिश और संवैधानिक अधिकारों पर हमला है. मुहम्मद शुएब ने आरोप लगाया कि इस ऑपरेशन को चलाने की जिम्मेदारी एटीएस को सौंपी गई है, जो कभी आतंकवाद के नाम पर तो कभी धर्म परिवर्तन के नाम पर फर्जी गिरफ्तारियां कर रही है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार संविधान को ताक पर रखकर जो नए कानून ला रही है, वे न केवल नागरिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं, बल्कि सामाजिक ढांचे को भी तोड़ रहे हैं.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि धर्मांतरण के नाम पर गिरफ्तारी के साथ योगी सरकार बहुसंख्यक समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि उनका धर्म खतरे में है, जबकि सच्चाई यह है कि मानवता खतरे में है, धर्म नहीं, किसान खतरे में हैं, युवा खतरे में हैं, मजदूर खतरे में हैं. यह खतरा अडानी-अंबानी और उनके द्वारा चलाई जा रही सरकार से है.

यह भी पढ़ें- अवैध धर्मांतरण के आरोपी मौलाना कलीम सिद्दीकी का हरियाणा कनेक्शन आया सामने

उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव से पहले भी यही किया गया था. सैफुल्लाह का एनकाउंटर और कई गिरफ्तारियां की गई थीं. 2022 के से पहले भी इसी रणनीति अपनाया जा रहा है, कुछ गिरफ्तारियां आतंकवाद के नाम पर तो कुछ धर्म परिवर्तन कराने नाम पर की जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि योगी सरकार असली मुद्दों से लोगों को ध्यान भटकाना चाहती है और वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है और इसके माध्यम से योगी सरकार सत्ता पर कब्जा करना चाहती है. अगर इसे आवाम नहीं समझती तो इसका खामियाजा आवाम को ही भुगतना पड़ेगा.

बता दें कि मौलाना कलीम सिद्दीकी को हाल ही में अवैध धर्मांतरण के आरोप में एटीएस (आतंकवाद रोधी दस्ता) ने गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली : मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी पर रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब ने कहा कि सिद्दीकी की गिरफ्तारी से पता चलता है कि योगी सरकार बहुसंख्यक समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि उनका धर्म खतरे में है.

उन्होंने कहा कि इस कारण से केवल राज्य में सत्तारूढ़ दल ने 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए वोटों के ध्रुवीकरण के उद्देश्य से मुसलमानों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है. मुहम्मद शुएब ने कहा कि योगी सरकार मुसलमानों को डराने की कोशिश में लगी हुई है.मुसलामानों से हिंदुओं को आतंकित किया जा रहा है. ताकि दोनों समुदाय के बीच खाईं बढ़े और हिंदु-मुस्लिम सार्वजनिक मुद्दे पर एक साथ न आवाज उठा सकें.

रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुएब का बयान.

उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी एक प्रतिष्ठित इस्लामी विद्वान हैं, जिस तरह से उनकी धार्मिक गतिविधियों का अपराधीकरण किया जा रहा है वह एक साजिश और संवैधानिक अधिकारों पर हमला है. मुहम्मद शुएब ने आरोप लगाया कि इस ऑपरेशन को चलाने की जिम्मेदारी एटीएस को सौंपी गई है, जो कभी आतंकवाद के नाम पर तो कभी धर्म परिवर्तन के नाम पर फर्जी गिरफ्तारियां कर रही है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार संविधान को ताक पर रखकर जो नए कानून ला रही है, वे न केवल नागरिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं, बल्कि सामाजिक ढांचे को भी तोड़ रहे हैं.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि धर्मांतरण के नाम पर गिरफ्तारी के साथ योगी सरकार बहुसंख्यक समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि उनका धर्म खतरे में है, जबकि सच्चाई यह है कि मानवता खतरे में है, धर्म नहीं, किसान खतरे में हैं, युवा खतरे में हैं, मजदूर खतरे में हैं. यह खतरा अडानी-अंबानी और उनके द्वारा चलाई जा रही सरकार से है.

यह भी पढ़ें- अवैध धर्मांतरण के आरोपी मौलाना कलीम सिद्दीकी का हरियाणा कनेक्शन आया सामने

उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव से पहले भी यही किया गया था. सैफुल्लाह का एनकाउंटर और कई गिरफ्तारियां की गई थीं. 2022 के से पहले भी इसी रणनीति अपनाया जा रहा है, कुछ गिरफ्तारियां आतंकवाद के नाम पर तो कुछ धर्म परिवर्तन कराने नाम पर की जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि योगी सरकार असली मुद्दों से लोगों को ध्यान भटकाना चाहती है और वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है और इसके माध्यम से योगी सरकार सत्ता पर कब्जा करना चाहती है. अगर इसे आवाम नहीं समझती तो इसका खामियाजा आवाम को ही भुगतना पड़ेगा.

बता दें कि मौलाना कलीम सिद्दीकी को हाल ही में अवैध धर्मांतरण के आरोप में एटीएस (आतंकवाद रोधी दस्ता) ने गिरफ्तार किया है.

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