लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मोहर्रम पर खड़ा हुआ विवाद अब बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. जौनपुर जिले में ताजिया को लेकर हुए बवाल के बाद वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने योगी सरकार की सख्त निंदा की है. मौलाना कल्बे जवाद ने मोहर्रम को लेकर नई गाइडलाइन नहीं जारी करने का आरोप अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी पर लगाया है. कल्बे जवाद ने विरोध में अपनी मजलिसें अब नहीं पढ़ने का फैसला किया है.
दरअसल, शनिवार को वीडियो के माध्यम से अपना बयान जारी करते हुए वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि जौनपुर के शाहगंज में घर में घुसकर पुलिस ने ताजियों को फाड़ा और अपमान किया. वह लोग अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से कहते-कहते थक गए, लेकिन वह मोहर्रम को लेकर नई गाइडलाइन नहीं जारी कर रहे हैं अपनी जिद पर अड़े हैं. मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि अगर नई गाइडलाइन जारी नहीं हुई तो रविवार से वह मजलिसें नहीं पढ़ेंगे, क्योंकि हमारे शिया समाज के साथ बहुत ज्यादा ज्यादती की जा रही है.
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि हमारे ताजिये फाड़े जा रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. हमारे साथ जिद और हठधर्मी से काम लिया जा रहा है. मौलाना ने कहा कि शिया समाज ने हमेशा सरकार का साथ दिया है, लेकिन हमारे साथ धोखा और बदतमीजी की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमें जरा सा भी डर और झिझक नहीं है, बस हम चाहते हैं कि लोग कानून का पालन करते हुए और कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार मोहर्रम मनाएं.
मौलाना कल्बे जवाद ने नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि हमें सपा, बसपा और कांग्रेस के जमाने में कुचला गया और उसी तरह से बीजेपी के वक्त पर हमें दबाया और कुचला जा रहा है. मौलाना ने कहा कि हम सख्ती से बीजेपी सरकार की निंदा करते हैं, क्योंकि उन्होंने हमारे साथ बहुत ज्यादा ज्यादती की है.
जानें क्या है मामला
बता दें कि इस बार मोहर्रम में ताजिया जुलूस प्रतिबंधित है. इसी क्रम में जौनपुर जिले के शाहगंज में एक ताजिया निर्माता ने दारोगा पर घर में घुसकर ताजिया फाड़ने का आरोप लगाया है. दारोगा पर ताजिया फाड़ने का आरोप लगने के बाद इलाके में रहने वाला शिया समुदाय खफा हो गया और दारोगा पर कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली में हंगामा कर दिया. इसके बाद देर रात मौके पर पहुंचे एसडीएम और सीओ ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की देर रात जौनपुर से शाहगंज के भादीखास इलाके में ताजिया निर्माता सुब्बन खां ने कोतवाली पुलिस पर आरोप लगाया कि एक दारोगा और 4-5 सिपाहियों ने उनके घर में रखे हुए ताजिया को फाड़कर परिजनों के साथ अभद्रता की है. इसके बाद एक कमरे में फटी हुई ताजिया रखने के बाद ताला बंद कर चाभी अपने साथ लेकर चले गए.
ये भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश : कानपुर में मुस्लिम युवक की पिटाई मामले में अल्पसंख्यक आयोग ने मांगी रिपोर्ट
इस बात की जानकारी मिलने के बाद सैकड़ों लोग शाहगंज कोतवाली पहुंचकर थाने का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा करने वालों में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं भी शामिल थीं. कोतवाली परिसर के अंदर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं भी पहुंच गईं. घटना की जानकारी होते ही प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. मामले की जानकारी होते ही एसडीएम और सीओ भी पहुंचे और किसी तरह लोगों को समझाया-बुझाया. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ.