गुरदासपुर : जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सोमवार को आतंकवाद विरोधी अभियान में पांच जवान शहीद हुए. इनमें से तीन पंजाब के हैं. उल्लेखनीय है कि गुरदासपुर के ग्राम चट्ठा के जवान मनदीप सिंह भी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे और आज राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
शहीद मंदीप सिंह के घर में मातम का माहौल है. इस बीच, कैबिनेट मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा और डीसी गुरदासपुर ने परिवार के साथ अपना दुख साझा किया.
मनदीप सिंह थे बेहतरीन खिलाड़ी
इस बीच चचेरे भाई गुरमुख सिंह और गांव के गुरविंदर सिंह ने कहा कि मनदीप सिंह बहुत अच्छा फुटबॉल और बास्केटबॉल खिलाड़ी था. हम मनदीप सिंह को वापस नहीं ला सकते, लेकिन हमें बहुत गर्व है कि मंदीप सिंह ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी.
'हमारे गांव शहीद के नाम पर कोई गेट नहीं'
बातचीत के दौरान घरवालों (मनदीप सिंह फैमिली मेंबर्स) ने बताया कि मनदीप सिंह ने कुछ दिन पहले फोन किया था और वह बहुत खुश थे. उस दौरान मंदीप सिंह ने वीडियो कॉल के जरिए बात की. उस समय मंदीप एक पहाड़ी पर चढ़ रहा था. मनदीप सिंह ने कहा कि हमारे गांव शहीद के नाम पर कोई गेट नहीं है. यह बात वह हर समय गांव में आकर फोन पर बात करता रहता था.
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शहीद मनदीप सिंह के भाई भी सेना में हैं
शहीद मनदीप सिंह ने अपने प्राणों की आहुति दे दी. मनदीप सिंह के परिवार की बात करें तो उनके परिवार के कई सदस्य उनसे पहले सेना में थे. उनके भाई अभी भी सेना में हैं.
बेटे की शहादत पर गर्व है
शहीद मनदीप सिंह की बुजुर्ग मां (मनदीप सिंह की मां) और पत्नी (मनदीप सिंह की पत्नी) की हालत खराब है. शहीद मनदीप सिंह की मां मंजीत कौर ने कहा कि उनके बेटे का निधन हो गया था, लेकिन उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है.