न्यूयॉर्क : भारत ने एक अगस्त से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस त्रिमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि भारत अगस्त महीने के लिए यूएनएससी के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करके बहुत खुश है. यह हमारा 8वां कार्यकाल है. यह कार्यकाल हमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा पर कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों को आकार देने में एक बार फिर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देता है.
उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र में एक गंभीर और जिम्मेदार आवाज रहा है और विशेष रूप से जब यूएन सुरक्षा परिषद का ध्रुवीकरण किया जाता है तो हम अलग-अलग विचारों को पाटते रहे हैं. हम बाहर खड़े होने से नहीं हिचकिचाते, तब भी जब P5 (वीटो पावर देश- चीन, फ्रांस,रूस, यूके और अमेरिका) का दृष्टिकोण अलग था.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत त्रिमूर्ति ने कहा कि तीन प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर हम अगस्त में ध्यान केंद्रित करेंगे - समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला. हम अपनी अध्यक्षता के दौरान तीन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से इन पर ध्यान केंद्रित करेंगे. हमारी विदेश नीति में समुद्री सुरक्षा को बहुत उच्च प्राथमिकता दी गई है.
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौर में संघर्ष बढ़ गया है. इस परिदृश्य में, संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्राथमिकता, विशेष रूप से यूएनएससी में, उन मुद्दों पर बहुत स्पष्ट रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है जो सीधे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए प्रासंगिक हैं. उदाहरण के लिए- अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, शांति स्थापना, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ाना, विकासशील देश के मुद्दों विशेष रूप से अफ्रीका और छोटे देशों के प्रति संवेदनशीलता, बहुपक्षवाद में सुधार, और महिलाओं तथा मानव-केंद्रित विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाना.
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भारतीय राजदूत ने आगे कहा कि हम दुनिया भर में आतंकवादी गतिविधियों को उजागर करने में कभी विफल नहीं हुए हैं. विशेष रूप से अब अफ्रीका में, जहां यह बढ़ रहा है. हम आईएसआईएल (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवेंट) पर यूएन महासचिव की रिपोर्ट पर चर्चा करने की उम्मीद करते हैं.