नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने फ्लाइंग सिख कहलाने वाले धावक मिल्खा सिंह की याद में यूपी गेट पर मैराथन का आयोजन किया. इस दौड़ में राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी शामिल हुए. राकेश टिकैत ने कहा कि मिल्खा सिंह की याद में आज हम दौड़ लगा रहे हैं.
किसान मजदूर मैराथन दौड़
संयुक्त किसान मोर्चा ने इस दौड़ का नाम 'किसान मजदूर मैराथन दौड़' रखा. गाजीपुर बॉर्डर से किसानों ने यह दौड़ शुरू की.
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देश का गौरव मिल्खा सिंह
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि देश के गौरव फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को आज याद किया गया है. सिर्फ यही नहीं, देश भर में किसानों से उनकी याद में दौड़ लगाने को कहा गया है. दौड़ लगाने से स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है.
कृषि कानूनों का विरोध : सात माह बाद भी सरकार और किसान जस के तस
18 जून मिल्खा सिंह ने ली थी अंतिम सांस
मिल्खा सिंह देश के मशहूर धावक थे. जिन्हें दुनिया 'फ्लाइंग सिख' (flying sikh) के नाम से जानती है. मिल्खा सिंह की 90 साल की उम्र में 18 जून की दरम्यानी रात मौत हो गई थी. मिल्खा सिंह का जीवन संघर्षों से भरा रहा था. इन्हीं Milkha Singh की याद में किसानों ने मैराथन का आयोजन किया.
सक्रियता बनाए रखने के लिए होते रहते हैं कार्यक्रम
बता दें केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले सात महीने से गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठें हैं. इस दौरान वे आंदोलन में सक्रियता बनाए रखने के लिए कई कार्यक्रम करते रहते हैं. उन्होंने होली धरना स्थल पर मनाया. इसके अलावा चौधरी चरण सिंह, महेंद्र सिंह टिकैत की जन्मतिथि और किसान जयंती भी यहीं मनाई गई. इसी कड़ी में फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की याद में दौड़ का आयोजन किया गया. वहीं 5 जुलाई को वाल्मीकि समाज की पंचायत का आयोजन किया जाएगा.