नई दिल्ली: संसद हमले की 22वीं बरसी पर एक बार फिर बुधवार को अफरा तफरी मच गई. जब संसद की सुरक्षा में बड़ी सेंध लगाई गई. चार व्यक्तियों ने इस सुरक्षा में सेंध लगाई. पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है. मगर विपक्ष के सांसदों ने इसे बड़ी चूक बताते हुए लापरवाही बताई है और इसकी जिम्मेदारी तय करने की मांग की है.
अनमोल शिंदे नाम के व्यक्ति ने जब संसद में लोकसभा के अंदर सांसदों की सीट पर दर्शक दीर्घा से छलांग लगाई, तब वहां मौजूद वैसे तो सभी सांसदों ने उसे घेरने की कोशिश की, मगर 4 सांसद ऐसे थे, जिन्होंने बड़ी दिलेरी दिखाते हुए इस व्यक्ति को पकड़ा, हालांकि बाद में सभी ने मिलकर उसकी धुनाई भी की. इन 4 सांसदों जिनमें शिवसेना के अरविंद सावंत, हनुमान बेनीवाल, आरके सिंह पटेल और गुरजीत आहूजा शामिल हैं.
इनमें से शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बताया कि सून्यकाल चल रहा था और उनकी नजर उस समय विजिटर गैलरी की तरफ ही थी कि अचानक एक व्यक्ति खड़ा हो गया. उसके बाद वो नीचे की तरफ कूद गया. इतने में वो और तीन सांसद उसकी तरफ बढ़े और जब उसको पकड़ा तो उसने जूते से एक स्प्रे निकलकर स्प्रे किया, जो काफी सफोकेटिव था और पीले रंग का था, जिससे सभी सांसदों के बीच आगरा तफरी मच गई और बाद में सबने मिलकर उसे घेर लिया.
मगर यहां सवाल यह उठता है कि संसद की सुरक्षा में हुई इतनी बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार कौन है? सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि आखिर वो स्प्रे लेकर अंदर आई कैसे, जबकि आज संसद हमले की बरसी थी. उन्होंने इस सवाल पर कि वो मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा के हस्ताक्षर वाले पास पर आया था, क्या उनके खिलाफ भी करवाई होनी चाहिए, उन्होंने कहा कि हां सांसद से भी पूछताछ होनी चाहिए और जिम्मेदार वो भी हैं.
बहरहाल फिलहाल लोकसभा स्पीकर ने विजिटर पास पर पाबंदी लगा दी है, मगर विपक्ष नए संसद भवन की सुरक्षा पर सवाल जरूर उठा रहा. शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने ये सवाल उठाया कि यदि ये स्प्रे जहरीली गैस होती, तो सांसदों का क्या होता? क्या इसका जवाब है किसी के पास. बहरहाल इस बड़ी घटना की जांच सुरक्षा एजेंसियां कर रहीं है और बताया जा रहा है कि इसमें पकड़ी गई नीलम जो हिसार की रहने वाली है, वो किसान आंदोलन में भी जा चुकी है और ये चारों आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से मिले थे.
संसद हमले की बरसी के दिन सुरक्षा में चूक आश्चर्यजनक - आरएलपी सांसद
वहीं दूसरी ओर इस मामले में आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि शून्यकाल चल रहा था और सांसद पीछे देख रहे थे. वो खुद दूसरी पंक्ति में बैठे थे और उनके बोलने की बारी थी कि अचानक एक व्यक्ति ऊपर से लटकता हुआ नजर आया, जिससे अफरा तफरी मच गई. उन्होंने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है. एक व्यक्ति कुछ चिल्ला रहा था और दूसरा व्यक्ति संसद दीर्घा की तरफ लटक रहा था.
बेनीवाल ने बताया कि बाद में वो नीचे कूद गया, जिससे सांसदों के बीच अफरा तफरी मच गई. सांसदों में कई महिला सांसद और कई बुजुर्ग सांसद भी थे, जो काफी डर गए थे. जैसे ही कुछ सांसदों ने उस व्यक्ति को घेरा पीछे से दूसरे व्यक्ति ने अपने जूते से निकाल कर स्मोक गैस स्प्रे किया, वो पीले रंग का था और पूरे लोकसभा में फेल गया था. ये बड़ी आश्चर्य की बात है कि कैसे कोई व्यक्ति स्प्रे लेकर लोकसभा के अंदर पहुंच जाता है, जबकि आज संसद पर हमले की बरसी भी है.
कांग्रेस सांसद अब्दुल खालेक बोले - 22 साल बाद भी संसद सुरक्षित नहीं
ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस सांसद अब्दुल खालेक ने कहा कि '22 साल पहले संसद पर हमला हुआ था और 22 साल बाद भी संसद सुरक्षित नहीं है. यह हमारी सुरक्षा व्यवस्था की बहुत बड़ी विफलता है, जो संसद और पूरे देश की सुरक्षा के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस बात की गहन जांच होनी चाहिए कि ऐसी घटना के लिए कौन जिम्मेदार है और दोषी को सजा मिलनी चाहिए.'
उन्होंने आगे कहा कि 'पास जारी करने वाले भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी जांच की जानी चाहिए. जब घटना घटी तब मैं लॉबी में था. कुछ सदस्यों ने उन्हें पकड़कर सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया. साथ ही नई संसद में दर्शक दीर्घा से कोई भी छलांग लगा सकता है. इसलिए मुझे लगता है कि आगंतुक गैलरी का निर्माण उचित ढंग से नहीं किया गया है.'