देहरादून (उत्तराखंड): साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म 'जेलर' ने अबतक 350 करोड़ का कलेक्शन पूरा कर लिया है. 10 अगस्त को रिलीज हुई फिल्म ने 5वें दिन ही 350 करोड़ का आंकड़ा छू लिया, जबकि 15 अगस्त को नेशनल हॉलिडे होने के कारण फिल्म कलेक्शन में और अधिक उछाल देखने को मिल सकता है. फिल्म का निर्देशन नेल्सन दिलीपकुमार ने किया है. रजनीकांत की यह फिल्म उनकी पिछली सुपरहिट फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. इस फिल्म की रिलीजिंग के पीछे एक और खास बात है. दरअसल, जिस समय फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज हो रही थी, उस समय सुपरस्टार रजनीकांत उत्तराखंड में साधु-संतों के साथ समय बिता रहे थे. ऐसे में लोगों का मानना है कि वह जल्द ही उत्तराखंड को एक लंबा समय बिताने की योजना बना रहे हैं.
आश्रम में बिताया सरल और सौम्य जीवन: अभिनेता रजनीकांत ने फिल्म जेलर के रिलजिंग समय के दौरान उत्तराखंड में समय बिताया. 8 अगस्त को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वह सबसे पहले ऋषिकेश के दयानंद आश्रम पहुंचे. दयानंद आश्रम उनके गुरु रहे स्वामी दयानंद सरस्वती का ही आश्रम है. सुपरस्टार ने यहां साधु-संतों के साथ समय बिताया. उन्होंने संतों की तरह ही जमीन पर बैठकर भोजन किया. आश्रम के लोग बताते हैं कि इतने बड़े अभिनेता होने के बावजूद भी आश्रम में उन्होंने बेहद ही साधारण तरीके से समय बिताया. सुबह 5 बजे उठकर गंगा स्नान और फिर ध्यान, पूजा-पाठ व सत्संग सुनना उनका दैनिक दिनचर्या रही. वह धर्म और आध्यात्मिक को लेकर कई तरह के सवाल जवाब भी संतों से करते रहे. आश्रम से जुड़े लोग बताते हैं कि अभिनेता रजनीकांत ने आश्रम का साधारण भोजन ही ग्रहण किया. उन्होंने अपने बर्तन भी स्वयं ही धोए.
बदरीविशाल के दर्शन किए: 72 साल के रजनीकांत हर साल ऋषिकेश व उत्तराखंड के अन्य धार्मिक स्थलों के दौरे पर रहते हैं. लेकिन इस बार उनकी यात्रा न केवल ऋषिकेश के लिए थी, बल्कि केदारनाथ-बदरीनाथ के लिए भी थी. उन्होंने 12 अगस्त को बदरीविशाल के दर्शन किए और शाम की स्वर्ण आरती में भी हिस्सा लिया. वह बदरीविशाल के दर पर भी ऋषिकेश की तरह ही सफेद कुर्ता पायजामा के साधारण से लिबास में नजर आए. बदरीनाथ में रजनीकांत ने फैंस के साथ फोटो भी खिंचवाई. इसके बाद रजनीकांत ने रात्रि विश्राम भी बदरीनाथ में किया और अगले दिन सुबह आसपास के धार्मिक स्थलों के भी दर्शन किए. लेकिन बारिश की वजह से वह केदारनाथ नहीं जा पाए.
बातें जो बनी आम चर्चा: रजनीकांत के बार-बार ऋषिकेश दौरे के पीछे ऋषिकेश के साधु-संत और स्थानीय लोग बड़ी वजह मानते हैं. ऋषिकेश के वरिष्ठ पत्रकार ऋषि शुक्ला कहते हैं कि रजनीकांत के लेकर कई सालों से कहा जा रहा है कि वह अपने उम्र के एक पड़ाव के बाद ऋषिकेश में संन्यास धारण करके रह सकते हैं. खबर यह भी है कि उनका ऋषिकेश में एक ध्यानकुंज बनाने का इरादा है और इसके लिए जमीन भी खरीद ली गई है. ऐसे में कहा जा सकता है कि ऋषिकेश में ही अपना आगे का जीवन बताएं. हालांकि, अभी तक उनकी तरफ से ऐसी किसी भी बात पर उन्होंने हामी नहीं भरी है. लेकिन बार-बार उनका ऋषिकेश दौरा इन बातों की सत्यता को और मजबूत करता है.
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