ETV Bharat / bharat

दिल्ली में बाजार, ठेका और सिनेमा हॉल खुले हैं तो फिर छठ पूजा से परहेज क्यों ? - मनोज तिवारी

दिल्ली में छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगा दी गई है लेकिन बीजेपी छठ मनाने पर अड़ी हुई है. दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद छठ रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं. इसको लेकर उनका क्या प्लान है, आइये जानते हैं खुद मनोज तिवारी से...

मनोज तिवारी
मनोज तिवारी
author img

By

Published : Oct 9, 2021, 6:24 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोग इस बार छठ पूजा मनाने को लेकर क्या चाहते हैं, उनकी राय क्या है? यह जानने के लिए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी छठ रथ यात्रा निकालेंगे. इस रथ यात्रा की रूपरेखा के बारे में ईटीवी से खास बातचीत में सांसद मनोज तिवारी ने क्या कहा सुनिए.

रथ यात्रा से कैसे निकलेगा छठ पूजा मनाने का रास्ता? इस सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि डीडीएमए के आदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पानी से संक्रमण फैलने की बात से लोग काफी आहत हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी छठ पूजा में हमेशा विघ्न डालने का काम करती है. दिल्ली में स्थिति सामान्य है तभी तो बाजार खुले हैं, ठेके खुले हैं, सिनेमा खुले हैं तो फिर छठ मां की पूजा में परहेज क्यों? रथ यात्रा निकाल दिल्ली में छठ पूजा मनाने वालों से मिलेंगे, उनके सुझाव सुनेंगे, कैसे संक्रमण से बचाव करते हुए छठ मना सकते हैं. इस पर चर्चा कर उपराज्यपाल की अध्यक्षता में गठित डीडीएमए के सामने अपनी बात रखेंगे.

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से खास बातचीत.

जिस तरह रथ यात्रा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि पानी से संक्रमण न फैले इसलिए सामूहिक पूजा पर रोक लगाई है. इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि यह कहने की बात है. पानी के जरिए संक्रमण फैल सकता है तो दिल्ली में तमाम स्वीमिंग पूल खोलने की इजाजत क्यों दी गई. पानी में हाथ-पैर डालने से संक्रमण नहीं फैलता है. छठ प्रकृति का त्योहार है. इसे लोग काफी नियम निष्ठा, साफ-सफाई से मनाते हैं. यहां व्रती पूजा का प्रसाद बनाने के लिए पवित्रता का ख्याल रखते हैं. जिस त्योहार में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाता है, उसे मनाने की इजाजत नहीं और जहां शादी, पार्टी में इसकी धज्जियाँ उड़ाई जा रही है वहां कुछ नहीं.

शनिवार शाम चार बजे छठ रथ यात्रा पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार से शुरू होगी उसके बाद सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही नहीं बल्कि दिल्ली के उन सभी इलाकों में जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वहां स्थानीय सांसद, पार्टी के विधायक और अन्य नेताओं साथ छठ पूजा समिति के पदाधिकारियों से बात करेंगे. उनसे प्राप्त सुझाव वे उपराज्यपाल को सौपेंगे. अरविंद केजरीवाल ने पूजा रोकने का कारण बताकर स्पष्ट कर दिया है कि उनके आदेश पर ही नदी, तालाब किनारे छठ पूजा की रोक लगाई गई है. मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले और वे भी जिनके क्षेत्र में पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वह भी छठ पूजा के आयोजन के पक्ष में हैं, लेकिन केजरीवाल ने जब रोक लगा दी, तो आप विधायक भी चुप्पी साध लिए.

ये भी पढ़ें - समाधि लेने निकले पप्पड़ बाबा को पुलिस ने अस्पताल भेजा

दिल्ली में निगम चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में यह रथ यात्रा चुनावी तो नहीं? इस सवाल पर मनोज तिवारी बोले कि जिस रथनुमा गाड़ी से वे दौरा करेंगे उस पर पार्टी का कोई निशान नहीं, न कोई वादे, घोषणाएं की जाएंगी. यह सिर्फ छठ पूजा के आयोजन करना है तो कैसे हो इसलिए रथ से लोगों से जनसंपर्क किया जाएगा. पूजा पर पाबंदी होगी तो लोग यहां से पलायन कर सकते हैं, इसकी संभावना पर मनोज तिवारी बोले कि बिल्कुल ऐसा हो सकता है. इसकी पूरी संभावना है. लेकिन ऐसा क्यों हो. लोग दशकों से यहां रह रहे हैं तो राज्य सरकार का फर्ज बनता है कि उन लोगों को मदद करें, त्रस्त नहीं. दिल्ली में अगर भयावह स्थिति होती, संक्रमण दर अधिक होता तो लोग खुद ही पूजा के सार्वजनिक आयोजन की बात नहीं करते. अब लोग खुद पूरी सावधानी से पूजा करने की बात कर रहे हैं तो दिल्ली सरकार को क्या हर्ज है?

मनोज तिवारी ने कहा कि नवम्बर की पूजा को रोकने का निर्णय इतनी पहले आ गया, यह सरकार हड़बड़ी में छठ को बैन कर रहे हैं. छठ भी कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होना चाहिए, इतने बड़े पर्व की आस्था को रोकना गलत है. केजरीवाल सरकार छठ पूजा स्थलों में प्रवेश के लिए शरीर के तापमान की जांच अनिवार्य कर सकती है और समारोहों का वीडियो रिकॉर्ड करना भी आवश्यक बना सकती है. दिल्ली में लगभग 2 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है. दिल्ली में कोविड के मामले अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. ऐसे में बाहर छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध क्यों?

मनोज तिवारी ने कहा हम छठ समितियों, पुजारियों, व्रतियों के बीच कल से जाएंगे..हम ये यात्रा सोनिया विहार में शुरू कर रहे हैं. कोरोना के तहत छठ करने का निवेदन करेंगे और लोगों से पूछेंगे कि क्या ये प्रतिबंध लगाना उचित है? दिल्ली के लोगों से बात कर हम जनता की भावनाओं को अरविंद केजरीवाल को बताएंगे. इस रथ से वो दिल्ली में पूर्वांचल लोग जिस इलाके में रहते हैं, वहां जाएंगे. पूजा के आयोजन को लेकर उनसे बात करेंगे फिर उसे उपराज्यपाल की अध्यक्षता वाली डीडीएमए के समक्ष रखेंगे.

अभी नवरात्रि में दुर्गापूजा के साथ-साथ रामलीला बक आयोजन भी हो रहा है, मनोज तिवारी भी रामलीला में कई पात्र की भूमिका निभाते रहे हैं. इस बार उन्होंने बताया कि अयोध्या में हो रही रामलीला में वे 13 अक्टूबर को हिस्सा लेंगे. रामलीला में वे अंगद की भूमिका अदा करेंगे.

नई दिल्ली: दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोग इस बार छठ पूजा मनाने को लेकर क्या चाहते हैं, उनकी राय क्या है? यह जानने के लिए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी छठ रथ यात्रा निकालेंगे. इस रथ यात्रा की रूपरेखा के बारे में ईटीवी से खास बातचीत में सांसद मनोज तिवारी ने क्या कहा सुनिए.

रथ यात्रा से कैसे निकलेगा छठ पूजा मनाने का रास्ता? इस सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि डीडीएमए के आदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पानी से संक्रमण फैलने की बात से लोग काफी आहत हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी छठ पूजा में हमेशा विघ्न डालने का काम करती है. दिल्ली में स्थिति सामान्य है तभी तो बाजार खुले हैं, ठेके खुले हैं, सिनेमा खुले हैं तो फिर छठ मां की पूजा में परहेज क्यों? रथ यात्रा निकाल दिल्ली में छठ पूजा मनाने वालों से मिलेंगे, उनके सुझाव सुनेंगे, कैसे संक्रमण से बचाव करते हुए छठ मना सकते हैं. इस पर चर्चा कर उपराज्यपाल की अध्यक्षता में गठित डीडीएमए के सामने अपनी बात रखेंगे.

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से खास बातचीत.

जिस तरह रथ यात्रा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि पानी से संक्रमण न फैले इसलिए सामूहिक पूजा पर रोक लगाई है. इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि यह कहने की बात है. पानी के जरिए संक्रमण फैल सकता है तो दिल्ली में तमाम स्वीमिंग पूल खोलने की इजाजत क्यों दी गई. पानी में हाथ-पैर डालने से संक्रमण नहीं फैलता है. छठ प्रकृति का त्योहार है. इसे लोग काफी नियम निष्ठा, साफ-सफाई से मनाते हैं. यहां व्रती पूजा का प्रसाद बनाने के लिए पवित्रता का ख्याल रखते हैं. जिस त्योहार में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाता है, उसे मनाने की इजाजत नहीं और जहां शादी, पार्टी में इसकी धज्जियाँ उड़ाई जा रही है वहां कुछ नहीं.

शनिवार शाम चार बजे छठ रथ यात्रा पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार से शुरू होगी उसके बाद सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही नहीं बल्कि दिल्ली के उन सभी इलाकों में जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वहां स्थानीय सांसद, पार्टी के विधायक और अन्य नेताओं साथ छठ पूजा समिति के पदाधिकारियों से बात करेंगे. उनसे प्राप्त सुझाव वे उपराज्यपाल को सौपेंगे. अरविंद केजरीवाल ने पूजा रोकने का कारण बताकर स्पष्ट कर दिया है कि उनके आदेश पर ही नदी, तालाब किनारे छठ पूजा की रोक लगाई गई है. मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले और वे भी जिनके क्षेत्र में पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वह भी छठ पूजा के आयोजन के पक्ष में हैं, लेकिन केजरीवाल ने जब रोक लगा दी, तो आप विधायक भी चुप्पी साध लिए.

ये भी पढ़ें - समाधि लेने निकले पप्पड़ बाबा को पुलिस ने अस्पताल भेजा

दिल्ली में निगम चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में यह रथ यात्रा चुनावी तो नहीं? इस सवाल पर मनोज तिवारी बोले कि जिस रथनुमा गाड़ी से वे दौरा करेंगे उस पर पार्टी का कोई निशान नहीं, न कोई वादे, घोषणाएं की जाएंगी. यह सिर्फ छठ पूजा के आयोजन करना है तो कैसे हो इसलिए रथ से लोगों से जनसंपर्क किया जाएगा. पूजा पर पाबंदी होगी तो लोग यहां से पलायन कर सकते हैं, इसकी संभावना पर मनोज तिवारी बोले कि बिल्कुल ऐसा हो सकता है. इसकी पूरी संभावना है. लेकिन ऐसा क्यों हो. लोग दशकों से यहां रह रहे हैं तो राज्य सरकार का फर्ज बनता है कि उन लोगों को मदद करें, त्रस्त नहीं. दिल्ली में अगर भयावह स्थिति होती, संक्रमण दर अधिक होता तो लोग खुद ही पूजा के सार्वजनिक आयोजन की बात नहीं करते. अब लोग खुद पूरी सावधानी से पूजा करने की बात कर रहे हैं तो दिल्ली सरकार को क्या हर्ज है?

मनोज तिवारी ने कहा कि नवम्बर की पूजा को रोकने का निर्णय इतनी पहले आ गया, यह सरकार हड़बड़ी में छठ को बैन कर रहे हैं. छठ भी कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होना चाहिए, इतने बड़े पर्व की आस्था को रोकना गलत है. केजरीवाल सरकार छठ पूजा स्थलों में प्रवेश के लिए शरीर के तापमान की जांच अनिवार्य कर सकती है और समारोहों का वीडियो रिकॉर्ड करना भी आवश्यक बना सकती है. दिल्ली में लगभग 2 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है. दिल्ली में कोविड के मामले अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. ऐसे में बाहर छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध क्यों?

मनोज तिवारी ने कहा हम छठ समितियों, पुजारियों, व्रतियों के बीच कल से जाएंगे..हम ये यात्रा सोनिया विहार में शुरू कर रहे हैं. कोरोना के तहत छठ करने का निवेदन करेंगे और लोगों से पूछेंगे कि क्या ये प्रतिबंध लगाना उचित है? दिल्ली के लोगों से बात कर हम जनता की भावनाओं को अरविंद केजरीवाल को बताएंगे. इस रथ से वो दिल्ली में पूर्वांचल लोग जिस इलाके में रहते हैं, वहां जाएंगे. पूजा के आयोजन को लेकर उनसे बात करेंगे फिर उसे उपराज्यपाल की अध्यक्षता वाली डीडीएमए के समक्ष रखेंगे.

अभी नवरात्रि में दुर्गापूजा के साथ-साथ रामलीला बक आयोजन भी हो रहा है, मनोज तिवारी भी रामलीला में कई पात्र की भूमिका निभाते रहे हैं. इस बार उन्होंने बताया कि अयोध्या में हो रही रामलीला में वे 13 अक्टूबर को हिस्सा लेंगे. रामलीला में वे अंगद की भूमिका अदा करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.